छत्तीसगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 6 फरवरी। तहसीलदार दुर्ग द्वारा क्षेत्र के लगभग साढ़े तीन सौ बड़े बकायेदारों को भू-राजस्व एवं लगान की राशि जमा करने नोटिस जारी किया गया है। बड़े बकायेदारों से दो करोड़ रुपए से अधिक की राशि वसूल किया जाना है। जिन्हें नोटिस जारी की गई है। इनमें एक ऐसा बड़ा बकायादार भी शामिल है, जिनसे लगभग एक करोड़ रुपए वसूल की जानी है।
जानकारी के अनुसार जिन बकायेदारों को नोटिस जारी किया गया है, उनके द्वारा सालों से भू-राजस्व एवं लगान की राशि जमा नहीं किए जा रहे हैं। शासन से बकाया भू- राजस्व, परिवर्तित लगान तथा अन्य उपकरों की वसूली हेतु सख्त निर्देश कलेक्टर के माध्यम से दिए गए हैं। तहसील दुर्ग अंतर्गत शामिल सभी ग्रामों के साथ-साथ शहरी क्षेत्र के ग्राम जैसे जुनवानी, खम्हरिया, कुरूद, कोहका, पुलगांव, उरला,बघेरा, दुर्ग के बड़े बकायादारों को बकाया भू-राजस्व अथवा लगान जमा किये जाने हेतु संबंधित अधिकारियों के द्वारा छग भू. रा.सं 1959 की धारा 146/147 में दिये गये प्रावधानों के तहत मांग सूचना जारी की गई है। बकायादारों द्वारा कई वर्षों से भू-राजस्व लगान जमा नहीं करते हुए शासन को क्षतिकारित की जा रही है। तहसीलदार दुर्ग के द्वारा नोटिस जारी उपरांत भी बकायादारों द्वारा बकाया राशि भुगतान नहीं किये जाने की स्थिति में सम्पत्ति कुर्क व नीलामी करते हुए वसूली की कार्रवाई किये जाने की चेतावनी दी गई है।
तहसीलदार का कहना है कि उपरोक्त कार्रवाई हेतु बकायादार ही पूर्ण रूप से जिम्मेदार होंगे तथा बकायादारों की सूची पृथक से ग्रामवार व राशि सहित यथाशीघ्र प्रकाशित की जाएगी।
सभी बकायादारों को नोटिस के माध्यम से अंतिम रूप से सूचित कर दिया गया है कि यथाशीघ्र बकाया राशि का भुगतान कर चालान की प्रति तहसील दुर्ग में तथा पटवारी कार्यालय में प्रस्तुत करें।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। गौरीनगर स्कूल मैदान में कौमी एकता दशहरा उत्सव समिति के बैनर तले खेली जा रही वार्ड एवं ग्राम पंचायत स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिता के दूसरे दिन शुक्रवार को दो मैच खेले गए। जिसमें चिखली और बसंतपुर वार्ड ने जीत दर्ज की।
शुक्रवार को खेला गया पहला मैच स्टेशनपारा वार्ड नंबर 12 और चिखली वार्ड नंबर 06 के बीच हुआ। जिसमेें स्टेशनपारा की टीम ने 9 विकेट से शानदार जीत दर्ज की। मैन ऑफ द मैच योगेश रहे। योगेश ने दो ओवर में चार विकेट लेकर 12 रन बनाए।
दूसरे मैच में गौरीनगर (सी) और बसंतपुर वार्र्ड नंबर 46 के बीच मुकाबला हुआ। बसंतपुर की टीम ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग की और पांच विकेट में 117 रन बनाए। रजत ने 19 बाल में 57 रन बनाए। रजत को मैन ऑफ द मैच दिया गया। इस तरह बसंतपुर की टीम ने गौरीनगर की टीम को 64 रन से पराजित किया। स्कोरर इरफान खान व नरेन्द्र वैष्णव, अंपायर नूतन वैष्णव, शकील खान, अभिषेक नायडू और कामेंटेटर मुकेश मोजेश रहे। उक्त जानकारी नीलेन्द्र यादव व नूतन वैष्णव ने दी।
समूह की महिलाओं से रूबरू हुए कलेक्टर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। कलेक्टर टीके वर्मा ने अपने साप्ताहिक दौरे में वनधन केन्द्र पानाबरस का निरीक्षण कर समूह की महिलाओं से रूबरू होकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। कलेक्टर ने वनधन केंद्र में शहद फिल्टर एवं पैकेजिंग करने की मशीन की कार्य विधि की जानकारी ली। समूह की महिलाओं ने कलेक्टर को शहद भेंट की। कलेक्टर ने महिलाओं को प्रोत्साहन राशि प्रदान की।
कलेक्टर वर्मा ने कहा कि इन उत्पादों के विक्रय से आमदनी प्राप्त हो रही है। इसे बैंक में जमा करें और इसका सही उपयोग करें। उन्होंने वहां उत्पाद खरीदी-बिक्री के लिए संधारित रजिस्टर का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि वनधन केन्द्र के लिए ऐसी कार्य योजना तैयार करें, जिससे महिलाएं पूरे वर्ष यहां कार्य कर सकें। इस केन्द्र में महुआ, कोदो-कुटकी तथा अन्य स्थानीय उत्पादों से संबंधित कार्य महिलाओं द्वारा लगातार होना चाहिए। जिससे उनके आय में वृद्धि हो। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वनधन केन्द्र में निर्मित उत्पाद के विक्रय के लिए योजनाएं बनाएं और विभिन्न व्यापारियों से संपर्क स्थापित कर इसके मार्केटिंग के लिए प्रयास करें। वनधन केन्द्र परिसर में छाया के लिए नीम, पीपल, बरगद, आम तथा फलदार वृक्ष लगाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर एसडीएम मोहला सीपी बघेल, सीईओ जनपद पंचायत मानपुर डीडी मंडले सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वनधन केन्द्र का किया निरीक्षण
कलेक्टर वर्मा ने मोहला के ग्राम नाडेकल वनधन केन्द्र दाल प्रसंस्करण यूनिट का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने वनधन केन्द्र में कार्य कर रही महिलाओं से चर्चा की। महिलाओं ने बताया कि वर्तमान में दाल प्रसंस्करण मशीन स्थापित किया गया है। जिसके लिए प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कलेक्टर ने वहां उपस्थित महिलाओं को कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि बड़े शहरों में वन उत्पाद की मांग बढ़ रही हंै। महिलाएं इसमें अधिक से अधिक कार्य करें, जिससे उनकी आमदनी में भी वृद्धि होगी।
बारिश की संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कवर की व्यवस्था के निर्देश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। महासमुन्द में सुबह से तेज ठंडी हवाएं उत्तर दिशा की ओर से बह रही है। लिहाजा एक बार फिर से ठंड का मौसम आ पहुंचा है। मौसम विज्ञानी कहते हैं कि एक द्रोणिका ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किमी तक ऊंचाई में स्थित है। इसी से मौसम बदल रहा है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण फरवरी माह में ठंडकता बनी हुई है। रात में तापमान गिर जाने से ठंड का अहसास बढ़ा है। आज और कल फिर मौसम में बदलाव आने की संभावना व्यक्त की जा रही है। गरज चमक के साथ बारिश के छींटे की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार महासमु्द जिले में एक चक्रीय चक्रवाती घेरा उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश और उसके आसपास 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। एक द्रोणिका इस ऊपरी हवा के चक्रीय चक्रवाती घेरा से विदर्भ तक 0.9 किलोमीटर ऊंचाई तक स्थित है। प्रदेश में इन मौसमी तंत्र के प्रभाव हल्की वर्षा होने अथवा गरज चमक के साथ छींटे पडऩे की संभावना है। कल 7 फरवरी की सुबह से ही न्यूनतम तापमान में गिरावट होने की संभावना है। फरवरी में कड़ाके की ठंड के बाद अब सर्दी खत्म हाने लगी है। लेकिन मौसम के बदलाव के चलते यह ठंड जाने का नाम ही नहीं ले रही है। अगले दो दिन में एक बार फिर ट्रफ बनने के कारण बदली व छींटे पडऩे के आसार हैं।
मौसम विभाग के सहायक विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि ऊपरी हवा में बना चक्रवात उतपरी छग पर प्रभावी होगा। इसके प्रभाव से कुछ जगहों का मौसम बदलेगा। उन्होंने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान के ऊपर बना हुआ है। अगले 24 घंटे में इसके प्रभाव से न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी और अधिक तापमान में गिरावट आएगी। शनिवार और रविवार को मध्य भाग में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा भी हो सकती है। बारिश होने से तापमान में गिरावट आने के साथ ही साथ ठिठुरन भी बढ़ेगी। इसका स्वास्थ्य पर पड़ता है। ज्यादा असर बुर्जुगों व बच्चों के साथ दमा के मरीजों में पड़ती है। इसके अलावा वायरल अधिक बढ़ती है।
जिले के डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना के चलते इस गर्म-सर्द मौसम से बचाव की अपील की है। डाक्टरों का कहना है कि दिन और रात के तापमान में अंतर के कारण गर्म-सर्द की शिकायतें आ रही है। गले में खराश और सर्दी जैसे फ्लू के लक्ष्ण दिखा सकते हैं। जिसके चलते निजी व सरकारी अस्पतालों में भीड़ भी बढ़ जाती है। मौसम के उतार चढ़ाव के कारण ऐसी स्थिति निर्मित होती है। मौसम को दखत हुए जिला प्रशासन ने भी उपार्जन केंद्रों में खुले में पड़े धान को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं। इन केन्द्रों में धान उठाव के लिए विपणन विभाग के अधिकारी लगे हैं। बारिश के संभावना को देखते हुए समितियों को कैप कव्हर की व्यवस्था के लिए कहा गया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। महासमुन्द अंचल में दंतैल हाथियों का कहर जारी है। शुक्रवार की रात हाथियों ने सिरपुर क्षेत्र के ग्राम अछोली, अछरीडीह और नयापारा में जमकर उत्पात मचाया है। हाथियों ने यहां किसानों के ब्यारे में रखे धान को खाकर बिखरा दिया। वहीं इन हाथियों को किसानों से ब्यारे से खदेडऩे में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार की रात 9 बजे के आसपास तीन दंतैल कुकराडीह के जंगल से निकले। तीनों हाथी यहां से ग्राम अछोली पहुंचे और किसान संतोष साहू के खलिहान में रखे धान की फसल को नुकसान पहुंचाया।
ग्रामीणों और हाथी मित्र दल के मदद से हाथियों को यहां से खदेड़ा गया तो तीनों हाथी महानदी की ओर निकल गए। वहीं रात 12 बजे सूचना मिली की तीनों हाथी वहां से ग्राम अछरीडीह पहुंच गए हैं। करीब पांच घंटे के बाद सुबह 4 बजे सूचना पर पहुंची टीम ने देखा कि तीनों दंतैल किसान विश्वनाथ साहू के बियारे में मौजूद है और धान को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने यहां हाथियों को खदेडऩे का प्रयास किया।
बसना विधायक नेे महिलाओं व बच्चों को परोसा गरम स्वादिष्ट भोजन
महासमुन्द, 6 फरवरी। पिथौरा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पिरदा के आंगनबाड़ी केन्द्र में मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान का शुभारम्भ अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य वन विकास निगम एवं बसना विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह के मुख्य आतिथ्य में किया गया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा एनीमिया एवं कुपोषण की गंभीरता को समझते हुए इस अभियान का प्रारंभ किया गया है। इस अभियान में विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ लोगों की सहभागिता का होना अनिवार्य है। अच्छे खान-पान एवं स्वच्छता सम्बंधी अच्छी आदतों को अपनाकर कुपोषण एवं एनीमिया के खिलाफ लडा़ जा सकता हैं। कुपोषण एवं एनीमिया मुक्त समाज से ही एक अच्छे नागरिक का सम्बंध है। इसलिए इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं एवं योजना को सफल बनाने में सभी नागरिक अपना योगदान देें।
कार्यक्रम में 6 माह से 3 वर्ष के 13 बच्चों, 15 से 49 वर्ष के 35 एनीमिक महिलाओं एवं 2 किशोरी बालिकाओं को लाभान्वित किया गया। कार्यक्रम में विधायक देवेन्द्र बहादुर सिंह एवं जनप्रतिनिधियों द्वारा उपस्थित लक्षित हितग्राहियों को गरम स्वादिष्ट भोजन भी परोसा गया। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जिला पंचायत के अध्यक्ष उषा पटेल ने जिला प्रशासन एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के इस पहल का स्वागत करते हुए लोगों को इस योजना से जुडक़र अधिक से अधिक लाभ लेने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह अभियान 2 अक्टूबर 2019 से प्रारंभ किया गया था। जिसमें लक्षित हितग्राहियों कि संख्या में वृध्दि कर इसे विस्तारित कर प्रारंभ किया गया हैं। कलेक्टर डोमन सिंह द्वारा जिला खनिज न्यास निधि मद की राशि का उपयोग बच्चों एवं महिलाओं में व्याप्त एनीमिया एवं कुपोषण को दूर करने के लिए किया जा रहा है।
पिथौरा के जनपद अध्यक्ष सत्यभामा नाग ने उपस्थित जन समुदाय को लक्षित हितग्राहियों जिसमें 6 माह से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चे एवं 14 से 49 वर्ष के एनीमिक महिलाओं को नियमित आंगनबाड़ी केन्द्र आकर योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया। साथ ही विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने की अपील की। इस अवसर पर जनपद सदस्य ललिता पटेल, लक्ष्मी पारेश्वर, रमशिला सिदार, सरपंच आतराम चैहान, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व राकेश गोलछा, एकीकृत बाल विकास परियोजना अधिकारी जी.आर. नारंग सहित नागरिक, सेक्टर सुपरवाईजर, हितग्राही बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
महासमुन्द, 6 फरवरी। सासंद कार्यालय प्रभारी मोहन साहू, सांसद प्रतिनिधि पवन साहू, भाजयुमो के हिरेन्द्र सोनी, जगन्नाथ छुरा, नरेश नायक, दीपक राव ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि प्रदेश में लगातार गैंगरेप, चाकूबाजी, लूट डकैट के माले बढ़ रहे हैं।
जनता अभी कोरबा जिले के लेमरू जंगल में एक संरक्षित पहाड़ी कोरवा जनजाति परिवार के साथ हुए गैंगरेप व एक ही परिवार के तीन लोगों की निर्मम हत्या के हादसे को भूल भी नहीं पायी थी कि रायगढ़ जिले के पत्थलगांव में आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ हुई एक और सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई है। इससे यह सिध्द होता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है और प्रदेश में आदिवासी बच्चियों-महिलाओं को अपनी अस्मत और जान बचाने में खुद को निरीह मान रहे हैं। इनकी मांग है कि सरकार पत्थलगांव में आदिवासी स्कूली छात्रा के साथ गैंगरेप को अंजाम देने वाले शेष 07 आरोपियों को भी तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी सजा दिलाए।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। कोमाखान पहुंचे कलेक्टर के सामने ग्रामीणों ने शुक्रवार को कॉलेज खोलने की मांग रखी। ग्रामीणों ने कहा कि लंबे समय से क्षेत्र में महाविद्यालय खोलने की मांग की जा रही है, लेकिन इस दिशा में अब तक कोई प्रयास नहीं हो पाया है।
ग्रामीणों की इस मांग का समर्थन करते हुए कोमाखान के कुंवर उदय प्रताप सिंह ने कहा कि कोमाखान में कॉलेज खोलने की मांग बहुत दिनों से की जा रही है। लेकिन अब तक इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है। यदि आप कॉलेज या आईटीआई खोलने के लिए सहमति देते हैं तो मैं करहीडीह में अपनी जमीन देने को तैयार हूं। इस पर कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि यदि आप जमीन देते हैं तो बात आगे बढ़ सकती है।
महासमुन्द कलेक्टर शुक्रवार को कोमखान पहुंचे थे। यहां उन्होंने आमजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महिला संगठन द्वारा तैयार की जा रही सामग्री की तारीफ की। ज्ञात हो कि यहां की महिला समूह द्वारा फेंसिंग तार का निर्माण किया जा रहा है। यह देख कलेक्टर ने फेंसिंग तार को सभी सरकार जगहों में प्रयोग करने की बात कही। राजमहल परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में महिला समूहों ने तैयार उत्पाद के बारे में कलेक्टर को जानकारी दी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। विकासखण्ड महासमुन्द में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत् ग्राम पंचायत बम्हनी को मॉडल गौठान के रूप में चयन किया गया है। गौठान में छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित स्व सहायता समूह के आय बढ़ाने के लिए रोजगार देने के लिए गौठान में विभिन्न प्रकार के कार्य प्रारंभ किए गए हैं। गौठान में गोबर से वर्मी खाद निर्माण के लिए जय मां सरस्वती एवं माता अमरौतीन स्व सहायता समूह को कृषि विभाग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण उपरांत समूह की महिलाओं द्वारा वर्मी खाद का निर्माण किया जा रहा है।
जय मां सरस्वती स्व सहायता समूह द्वारा अब तक 188 क्विंटल खाद तैयार किया गया है। जिसमें से 177.45 क्विंटल वर्मी खाद एक लाख 77 हजार 450 रुपए का सहकारी समिति बम्हनी द्वारा विक्रय किया गया है तथा माता अमरौतीन स्व सहायता समूह द्वारा गौठान में कम लागत वाले टैंक में वर्मी खाद तैयार किया जा रहा है। इस तरह से समूह की महिलाएं आत्मनिर्भर बन रही हैं।
राजनांदगांव, 6 फरवरी। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार के अधीन एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद के अंतर्गत संचालित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास एवं सशक्तिकरण क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) राजनांदगांव में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण एवं उनके जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाने की दिशा में निरंतर प्रतिबद्ध कार्य किया जा रहा है। क्षेत्रीय संयोजित केन्द्र (सीआरसी) के निदेशक कुमार राजू ने कहा कि हमें समाज को दिव्यांगजनों के प्रति संवेदनशील बनाने की जरूरत है।
सीआरसी द्वारा दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कार्य किया जा रहा है, ताकि वे भी समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें। उन्होंने बताया कि यहां सात विभाग कार्य कर रहे हैं। टीम में प्रशासनिक अधिकारी सूर्यकांत बेहरा, एमएचआरएच (कोर्डिनेटर) श्रीमती श्रीदेवी, एमएचआरएच सदस्य गजेन्द्र साहू अपनी सेवाएं दे रहे हंै।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। जिले में रबी फसल का काम जोरों पर है। किसान अपने खेतों में उतर कर खेत की जोताई व बोआई का काम शुरू कर चुके हैं। जलाशयों से किसानों को पानी भी दिया जा रहा है। किसानों को खेती किसानी में कोई तकलीफ न हो, इसके लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से ऋण का वितरण भी शुरू हो गया है। पिछले चार महीने में जिले बैंक ने केवल दो करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है।
इस बार जिला सहकारी बैंक के माध्यम से किसानों को 29 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया जाना है। यह वितरण जिले के 12 शाखाओं के माध्यम से दिया जाना है। अभी तक केवल 4 शाखाओं में किसानों ने ऋण लिया है। जिला सहकारी बैंक के मुताबिक रबी के लिए ऋण वितरण 1 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ है। जिसमें जिले की 12 शाखाओं में से 4 शाखाओं के कुल 841 किसानों ने 1 करोड़ 97 लाख 10 हजार रुपए का ही अब तक ऋण लिया है।
जिले में इस बार रबी फसल के लिए 49.477 हेक्टेयर में फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से अब तक 32.551 हेक्टेयर में बोनी हो चुकी है। जिसमें 24.551 हेक्टेयर में गेंहू, धान और मक्का की बोनी हुई है। कुल 3.510 हेक्टेयर में चना, मटर, मूंग, उड़द, कुल्थी, तिवड़ा और अन्य फसल लगाई गई है। इसके अलावा 1.533 हेक्टेयर में अलसी, सरसों, कुसुम, सूर्यमुखी, मूंगफली और तिल व 2.611 हेक्टेयर में साग सब्जी गन्ना और मवेशियों के लिए चारा की बोनी की गई है।
हर साल रबी फसल लेने के लिए किसानों को ऋण के साथ-साथ सिंचाई के लिए जलाशय से पानी भी दिया जाता है। किसानों की मांग पर 11 जनवरी से किसानों को खेती किसानी के लिए पानी छोड़ दिया गया है। इस साल राइट केनॉल से करीब 18 से 19 गांवों के किसानों को राइट केनॉल बैंक से पानी दिया जा रहा है। अभी तक कोडार जलाशय से सात फीट पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया जा चुका है। अभी भी सिंचाई के लिए जलाशय से पानी दे रहे हैं। अब जलाशय में 23 फीट पानी बचा है। इस साल अच्छी बारिश होने के कारण जलाशय पूरा भरा था। जलाशय के माध्यम से 2500 हेक्टेयर की सिंचाई हो रही है।
वनाधिकार पट्टा और जाति प्रमाण पत्र का वितरण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। कलेक्टर डोमन सिंह की महासमुन्द जिले के विकासखण्ड बागबाहरा के ग्राम भोथा में चौपाल लगी। उन्होंने गुलझर पारा पहुंचकर राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र-परिवारों से मुलाकात कर कुशलक्षेम पूछा। कलेक्टर डोमन सिंह का गुरहू ने बांस से बनी हुई टोपी और टुकली माला पहनाकर उनका आत्मीय स्वागत किया। कमार जाति के लोगों ने बांस से बनी हुई टोकरी, सूपा आदि भी दिखाया। कलेक्टर के पूछने पर बताया कि गुलझर पारा में कमार जाति के परिवारों का 16 घर है, जिसमें लगभग 68 लोग रहते हैं।
कलेक्टर ने लगभग एक घण्टे बातचीत की उनसे राशन, टीकाकरण और बच्चों की पढ़ाई आदि के सम्बंध में पूछकर उनकी समस्याओं से रूबरू हुए। कलेक्टर श्री सिंह सुमरी नामक महिला के घर गए और उनके बच्चों से भी मिले, उनके साथ फोटो भी खिंचवाई। कलेक्टर ने कमार जाति के लोगों की मांग पर तत्काल पेयजल हेतु एक हैण्डपम्प और सामुदायिक शौचालय के साथ ही मुक्तिधाम का प्रस्ताव बनाकर तत्काल भेजने के निर्देश जनपद सीईओ के दिए। इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. रवि मित्तल, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बागबाहरा भागवत जायसवाल सहित विभिन्न जिला स्तरीय एवं ब्लॉक स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर ने भोथा आंगनबाड़ी केन्द्र का भी निरीक्षण किया। रसोई और भण्डार आदि का भी अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुपोषण योजना के तहत् 01 फरवरी से 6 माह से 3 साल तक के कुपोषित बच्चों और 15 से 49 साल की एनीमिक महिलाओं को गरम पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर ने ग्राम भोथा में चौपाल लगाकर ग्रामवासियों से बातचीत की। उन्होंने ग्रामीणजनों और स्व.सहायता समूह की महिलाओं को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। कलेक्टर ने इस मौके पर व्यक्तिगत, सामुदायिक वनाधिकार और सामुदायिक वन संसाधन पट्टों और बच्चों को जाति प्रमाण पत्र वितरित किए। कलेक्टर ने छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत एकता महिला समूह द्वारा ग्राम कोमाखान में बनाए जा रहे फेंसिंग तार निर्माण की प्रक्रिया को देखा और उनके द्वारा लगाए गए स्टॉल आदि का भी अवलोकन किया। कलेक्टर ग्राम पंचायत बसुलाडबरी भी गए। वहां उन्होंने गौठान का भी निरीक्षण किया। समूह की महिलाओं ने बताया कि उन्हें अभी तक वर्मी कम्पोस्ट एवं गोबर का पैसा नहीं मिला है। कलेक्टर ने इसे गम्भीरता से लिया और कहा अब तक इसका भुगतान वस्तुस्थिति के बारें में जानकारी ली। बेचे गए वर्मी कम्पोस्ट खाद का पैसा का भुगतान करने के निर्देश दिए। कलेक्टर कोमाखान और गोईनाबाहरा में चल रहीं मोहल्ला क्लास भी गए। बच्चों से मिलकर पढ़ाई-लिखाई के बारे में पूछा। कलेक्टर श्री सिंह ने इस मौके पर मोहल्ला क्लास में पढ़ाने वाले शिक्षक और छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 6 फरवरी। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आज पटेवा, सांकरा, बागबाहरा और सिंघनपुर में किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया। हालांकि इन स्थानों पर भीड़ की स्थिति नहीं बनीं। फिर भी पुलिस प्रशासन की वजह से कहीं भी विवाद की स्थिति निर्मित नहीं हुई।
सबसे पहले दोपहर 12.55 से 1.15 बजे तक पटेवा में लगभग 60-65 लोगों ने चक्काजाम किया। यहां आंदोलन का नेतृत्व जिला पंचायत अध्यक्ष उषा पटेल, और उपाध्यक्ष लक्ष्मण पटेल, ढेलू निषाद ने किया।
सांकरा राजमार्ग गुरू घासीदास चौक पर दोपहर 1.42 से 2.10 बजे तक 60-65 किसानों ने चक्काजाम किया। सांकरा आंदोलन का नेतृत्व धरमचंद दीवान, संजय सिन्हा, हितेश विशाल, पीतांबर पटेल ने किया।
इसी तरह बागबाहरा में दोपहर 1.50 से 2.20 बजे तक 45 लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग पर चक्काजाम किया। यहां का नेतृत्व रवि निषाद, भूपेंद्र ठाकुर, केजू चक्रधारी, हीरा चैतराम बघेल ने किया। वहीं सिंघनपुर बसना में दोपहर 2 बजे से 2.50 बजे तक 60 लोगों ने नेशनल हाइवे पर चक्काजाम किया। यहां तहसीलदार ललिता भगत को राष्ट्रपति के नाम आवेदन सौंपा गया। जिले के सभी चार स्थानों में चक्काजाम के दौरान किसी भी अप्रिय घटना की खबर नहीं है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। जिला भाजपा की नई कार्यकारिणी में सोशल मीडिया प्रभारी नियुक्त हुए कमल सोनी को उनके बधाई देने का सिलसिला चल रहा है। पूर्व महापौर स्व. शोभा सोनी के भाई श्री सोनी ने राम मंदिर निर्माण के लिए आर्थिक सहायता जुटाने से लेकर अन्य कार्यों का भी बखूबी निर्वहन किया। बधाई देने वालों में अतुल रायजादा, हर्ष रामटेके, अफजल खान, राजू वर्मा, नागेश यदु, जीवन भाई, मनोहर साहू, पंकज समेत अन्य शामिल हैं।
नेशनल हाईवे के दोनों दिशाओं में जाम से वाहनों की कतारें, कांग्रेस का मिला साथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। केंद्र सरकार के खिलाफ महीनों से आंदोलनरत किसानों ने देशव्यापी आह्वान पर शनिवार को नेशनल हाईवे जाम करते हुए तीनों कृषि बिल का खुलकर विरोध किया। तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए अड़े किसानों ने राजनांदगांव के नागपुर-रायपुर नेशनल हाईवे को भी प्रदर्शन के चलते जाम कर दिया। किसानों के प्रदर्शन को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया। इसके अलावा मजदूर यूनियन की अलग-अलग गुटों ने भी किसानों का साथ दिया। शहर के बाहरी पार्रीनाला के समीप किसानों ने तीन घंटे के लिए चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के कारण हाईवे में दोनों दिशाओं में वाहनों की लंबी कतार खड़ी हो गई।
बताया जा रहा है कि विभिन्न संगठनों का साथ मिलने से किसानों को अपनी शक्ति प्रदर्शन का अच्छा मौका भी मिल गया। जिला कांग्रेस किसान ने भी किसानों के चक्काजाम करने के निर्णय का साथ देते हुए प्रदर्शन में भाग लिया।
वहीं जिला किसान संघ के अध्यक्ष सुदेश टीकम ने भी प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार को चेताया कि 2024 तक किसान लडऩे के लिए मानसिकता बना चुके हैं। बेहतर है कि सरकार को व्यापक विरोध के बावजूद बिल को लागू करने के अपने अडियल रवैये को छोडऩा चाहिए। श्री टीकम ने कहा कि किसानों के साथ हर एक व्यक्ति खड़ा है। उन्होंने कहा कि देश में किसानों के आंदोलन को जनता का भरपूर समर्थन है।
उधर राजनंादगांव महापौर हेमा देशमुख और अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान ने भी चक्काजाम का समर्थन करते कहा कि तीनों कृषि बिल किसानों के हित से परे है। देश में आंदोलनरत किसानों को तोडऩे की भी कोशिश की जा रही है। कांग्रेस किसानों की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रही है। इस बीच नेशनल हाईवे के जाम होने के कारण यात्री बसों में सवार लोगों को शहर की ओर पैदल ही आना पड़ा। बसों और अन्य वाहनों को भी चक्काजाम में फंसना पड़ गया। आम लोगों को चक्काजाम से परेशानी उठानी पड़ी। चक्काजाम के दौरान पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।
सीएसपी एमएस चंद्रा की अगुवाई में पुलिस निरीक्षक और आरक्षक हाईवे में मुस्तैद रहे। शांतिपूर्वक प्रदर्शन के लिए पुलिस ने तगड़ी मोर्चाबंदी भी की थी। इससे पहले सडक़ में बैठकर किसानों के पक्ष में लोगों ने नारेबाजी की। कांग्रेसी नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए बिल को वापस लेने की मांग की। चक्काजाम के दौरान पूर्व महापौर सुदेश देशमुख व नरेश डाकलिया, जिला कांग्रेस किसान अध्यक्ष महेन्द्र यादव, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेन्द्र दास वैष्णव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य कांति बंजारे, रूबी गरचा, आसिफ अली, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामक्षत्री चंद्रवंशी, निगम सभापति हरिनारायण धकेता, अभिमन्यु मिश्रा, कुतबुद्दीन सोलंकी, फिरोज अंसारी, विरेन्द्र चौहान, हेमू सोनी, विनय झा, महेश साहू समेत अन्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।
आलोक-भावेश और मोनू के बीच मुकाबला
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। भाजपा की युवा विंग भाजयुमो के नए जिलाध्यक्ष को लेकर फैसला आज-कल में हो सकता है। जिले में लंबे समय से भाजयुमो नए अध्यक्ष की ताजपोशी को लेकर संगठन में चर्चाओं का दौर लगभग खत्म हो गया है। बताया जा रहा है कि प्रदेश संगठन ने नए अध्यक्ष के साथ नई कार्यकारिणी की सूची तैयार कर ली है। जिले में नए भाजयुमो अध्यक्ष के लिए संगठन स्तर पर शीर्ष नेताओं से आपसी सलाह ली गई है। राजनांदगांव जिले के वरिष्ठ नेता अपने समर्थकों को जिलाध्यक्ष बनाए जाने के लिए जोर लगा रहे थे।
बताया जा रहा है कि अगले सप्ताह किसी भी दिन नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है। प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू विगत माह जिले के प्रवास पर पहुंचे थे। उन्होंने भाजयुमो अध्यक्ष के दावेदारों से व्यक्तिगत रूप से मुलाकात भी की थी। बताया जा रहा है कि अध्यक्ष के लिए आलोक श्रोती, भावेश बैद और मोनू बहादुर के नाम की चर्चा चल रही है। तीनों में से किसी एक को ही अध्यक्ष बनाए जाने के आसार हैं। बताया जा रहा है कि आलोक श्रोती लंबे समय से भाजयुमो के अलग-अलग पदों में कार्य कर चुके हैं। शहर अध्यक्ष के साथ-साथ वह मौजूदा कार्यकारिणी में जिला महामंत्री भी हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि उन्होंने शहर अध्यक्ष के रूप में अभुतपूर्व कार्य किया था। युवाओं को उन्होंने भाजयुमो के जरिये भाजपा से जोडऩे में कड़ा परिश्रम किया। यही कारण है कि उनकी बनाई युवाओं की टीम आज भी पूरी तरह से सक्रिय है।
भाजयुमो अध्यक्ष के लिए भावेश बैद भी एक बेहतर और काबिल अध्यक्ष हो सकते हैं। उनकी युवाओं के बीच अच्छी पकड़ है। सियासी रूप से वह पूर्व मंत्री राजेश मूणत के कट्टर समर्थक माने जाते हैं। साथ ही उनके पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के साथ भी नजदीकियां है। बताया जा रहा है कि बैद को इसका फायदा हो सकता है। उधर मोनू बहादुर भी हाल ही के वर्षों में युवा चेहरे के रूप में पहचान बना चुके हैं। हालांकि अध्यक्ष के लिए दावा करने पर मोनू बहादुर के खिलाफ अघोषित रूप से विरोध भी किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि 2013 के विकास यात्रा में कथित रूप से पत्थरबाजी किए जाने के मामले में उनके विरोधियों ने आला नेताओं को शिकायत की है।
बताया जा रहा है कि युवाओं के बीच मजबूत पकड़ होने के कारण एक वर्ग उनके खिलाफ एकजुट हो गया है। ऐसे में मोनू बहादुर को अध्यक्ष पद हथियाने में काफी मेहनत करनी पड़ सकती है। बताया जा रहा है कि संगठन ऐसे युवाओं को आगे लाने के पक्ष में है, जिनमें सांगठनिक सूझबूझ हो। एक वर्ग विशेष के प्रभाव के बजाय सामुहिक रूप से संगठन को मजबूत करने की काबिलियत पर भी पार्टी नेता ज्यादा जोर दे रहे हैं। कुल मिलाकर अगले एक-दो दिन में या फिर अगले सप्ताह किसी भी नए अध्यक्ष के नाम की घोषणा हो सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के अलावा अन्य नेताओं से भी नांदगांव के नए भाजयुमो अध्यक्ष को लेकर चर्चा हो चुकी है।
छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बैकुंठपुर, 6 फरवरी। कोरिया जिले के भरतपुर जनपद क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत हरचौका में ग्रामीणों द्वारा अवैध रेत खुदाई के खिलाफ 6 फरवरी को चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन करते हुए मवई नदी में अवैध उत्खनन को रोकने की मांग की। इसके पूर्व ग्रामीणों ने हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपकर थाना प्रभारी व तहसीलदार को अवैध रेत खुदाई के खिलाफ धरना प्रदर्शन व चक्काजाम की सूचना पूर्व में दे दी गयी थी। ज्ञापन में उप सरपंच द्वारा भी हस्ताक्षर किया गया था।
ग्रामीणों ने अधिकारियों को दिये ज्ञापन में उल्लेख किया है कि हमारे गांव राम वन गमन मार्ग हरचौका सीतामढ़ी में रेत खदान टेंडर पास हुआ था, जिसके लिए अधिकारियों द्वारा 5 हेक्टेयर भूमि रेत उत्खनन के लिए नाप कर दिया गया था, लेकिन ठेकेदार ने पांच हेक्टेयर से अधिक भूमि की खुदाई कर रेत का अवैध तरीके से खनन किया जा रहा है। जिससे गांव का जल स्तर नीचे जा रहा है और हैंडपंपों में साफ पानी नहीं निकल रहा है। अब गर्मी की शुरूआत होने वाली है, ऐसे में यदि इसी तरह से अवैध खुदाई जारी रही तो गांव के लोगों को पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। जिसे ध्यान में रखकर ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम बनाया। जिसके बाद 6 फरवरी को ग्राम हरचौका में ग्रामीणों के द्वारा मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया गया। इस दौरान कोई अप्रिय स्थिति निर्मित न हो, इसको देखते हुए प्रशासन व पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है।
अवैध रेत खुदाई के विरोध में आयोजित धरना प्रदर्शन में भारी संख्या में ग्रामीणजन स्वस्फूर्त धरना व चक्का जाम में शामिल हुए। इस दौरान क्षेत्र से एक भी रेत परिवहन करने वाले वाहनों को नहीं गुजरने दिया गया। चक्काजाम के दौरान गहमा गहमी की स्थिति बनी रही। हालांकि किसी तरह के अप्रिय स्थिति बनने की खबर नहीं मिली है।
विरोध के बावजूद कार्रवाई नहीं-ग्रामीण
जिले के भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत छग प्रदेश का अंतिम छोर का गांव हरचौका स्थित है। गांव के किनारे मवई नदी बहती है जो कि मप्र व छग को विभाजित करती है। ग्रामीणों का कहना है कि नदी पर प्रशासन के द्वारा ठेकेदार को 5 हेक्टेयर में रेत उत्खनन का ठेका दिया है लेकिन रेत ठेका की आड़ में ठेकेदार द्वारा निर्धारित क्षेत्र से अधिक क्षेत्रफल में नदी से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन लगातार किया जा रहा है। जिसमें मशीनों की सहायता से भारी मात्रा में प्रतिदिन रेत का उत्खनन किया जा रहा है। जिसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीण शुरू से विरोध कर रहे हंै, लेकिन ग्रामीणों के विरोध के बावजूद स्थानीय प्रशासन ने अवैध उत्खनन पर कार्रवाई कभी नहीं की गयी।
एमपी व यूपी के शहरों तक जा रहा कोरिया का रेत
ग्रामीणों के अनुसार भरतपुर जनपद क्षेत्र के ग्राम हरचौका के मवई नदी से निकलने वाले रेत को हाईवा में भरकर पड़ोसी मप्र के साथ उप्र राज्य तक प्रतिदिन परिवहन किया जाता है। नियम विरूद्ध तरीके से रेत उत्खनन को लेकर ही ग्रामीणों का विरोध शुरू से जारी है, लेकिन विरोध के बावजूद प्रशासन द्वारा रेत खुदाई पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की, जिसके कारण क्षेत्र के ग्रामीणों में नाराजगी है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम हरचौका में ही सीतामढ़ी पर्यटन स्थल मौजूद है, जिसे संरक्षित क्षेत्र घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद संरक्षित क्षेत्र ठेकेदार द्वारा ठेका के नाम पर निर्धारित से अधिक स्थानों पर रेत का उत्खनन कर परिवहन कार्य लगातार जारी है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोरबा, 6 फरवरी। एनटीपीसी कोरबा परियोजना के डीजीएम (ऑपरेशन) शुक्रवार की दोपहर को लापता हो गए थे, वे देर रात घर लौट आये हैं। उनकी पत्नी की सूचना पर पुलिस हर संभावित ठिकानों की तलाश कर रही थी कि देर रात उनके सकुशल घर वापसी ने सबको राहत दी है।
एनटीपीसी की विभागीय आवासीय कॉलोनी कृष्णा विहार के डी-27 में रहने वाले एनटीपीसी के डीजीएम कुंवर कैलाश नाथ ओईमा सपरिवार निवासरत हैं। शुक्रवार को सेकेंड सिफ्ट की ड्यूटी के लिए दोपहर 2 बजे घर से निकले, लेकिन वे कार्यस्थल पर नहीं पहुंचे। उनकी पत्नी आरपी भारती ने थाना दर्री पहुंचकर सूचना दर्ज कराई थी। सूचना मिलते ही पुलिस ने एनटीपीसी के अधिकारी की खोजबीन तुरंत शुरू कर दी थी। इस बीच वे घर लौट आये। उनके लापता हो जाने की वजह की पुलिस ने फिलहाल कोई खुलासा नहीं किया है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 फरवरी। प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर बस्तर की सुंदर छवि यहां आने वाले पर्यटकों के मन में पूरी तरह बस जानी चाहिए। इसके लिए पर्यटन स्थलों की स्वच्छता के साथ ही पर्यटकों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए। यह बातें कलेक्टर रजत बंसल ने लोहंडीगुड़ा आयोजित समीक्षा बैठक में कही। बस्तर में इको पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटन क्षेत्र की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने पर चर्चा की गई।
कलेक्टर ने इस अवसर पर बस्तर के प्राकृतिक धरोहरों को सुरक्षित रखने पर सबसे अधिक जोर देने की बात कहते हुए गाइडों को भी इसके लिए संवेदनशील बनाने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि पर्यटन क्षेत्रों में प्लास्टिक के उपयोग के कारण होने वाली गंदगी को दूर करना अत्यंत आवश्यक है। पर्यटन क्षेत्रों में प्लास्टिक सामग्री को तत्काल उठाने की व्यवस्था के साथ ही यहाँ-वहाँ प्लास्टिक सामग्री फेंकने वालों पर जुर्माना लगाने के निर्देश भी दिए।
पर्यटकों से लिये जाने वाले प्रवेश शुल्क में एकरूपता रखने के निर्देश देते हुये कहा कि दुपहिया वाहनों से दस रुपए, चारपहिया वाहनों से बीस रुपए और इससे अधिक बड़ी वाहनों से अधिकतम 50 रुपए प्रवेश शुल्क लिया जाए। उन्होंने पर्यटकों को स्वच्छता, पेयजल, बिजली और सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश पर्यटन समिति के सदस्यों को दिए।
उन्होंने कहा कि कुछ स्थानों में पर्यटन समिति के सदस्यों के विरुद्ध शिकायतें प्राप्त होती हैं। ऐसे सदस्यों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने पर्यटन समिति के सदस्यों को पर्यटकों के साथ विनम्र व्यवहार का प्रदर्शन करने को कहा, जिससे क्षेत्र में पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिले। पर्यटन स्थलों के आसपास नो पार्किंग क्षेत्र में वाहन खड़ी करने और सुरक्षा निर्देशों का उल्लंघन करने वाले पर्यटकों के विरुद्ध भी जुर्माने की कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसके लिए पर्यटन समिति के सदस्यों को परिचय पत्र प्रदान करने और निजी सुरक्षा कर्मी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।
कलेक्टर ने कहा कि पर्यटन स्थलों के पास प्रवेश शुल्क के दर की जानकारी के साथ ही किसी भी प्रकार की शिकायत के निराकरण के लिए एक अधिकारी के साथ ही सभी आवश्यक दूरभाष नम्बर का प्रदर्शन करने के निर्देश दिए। बस्तर की आदिवासी संस्कृति में रूचि रखने वाले पर्यटकों के लिए होम स्टे की व्यवस्था के संबंध में तेजी से कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि जिन क्षेत्रों में पर्यटकों की आवाजाही अधिक है, वहाँ इसकी तत्काल व्यवस्था की जाए। उन्होंने कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में ट्रेकिंग के लिए मार्ग चिन्हांकन के संबंध में भी जानकारी ली। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी इंद्रजीत चंद्रवाल, वन मंडलाधिकारी स्टायलो मंडावी, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान की संचालक विजया रात्रे सहित राजस्व विभाग तथा पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।
दन्तेवाड़ा, 5 फरवरी। मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वीरेन्द्र ठाकुर के निर्देश पर कल जिला अस्पताल दंतेवाड़ा में विश्व कैंसर दिवस का आयोजन किया गया। आयोजन में नोडल अधिकारी डॉ. डाबर रविंसन खुटे ने लोगों को कैंसर के प्रति जागरूक करते हुए कैंसर के पहचान एवं समय पर इलाज के बारे में बताया।
डॉ. निधि मेश्राम के द्वारा महिलाओं में होने वाली कैंसर के पहचान एवम उसके इलाज के बारे में विस्तृत से बताया। जिला अस्पताल के आरएमओ डॉ.आर एल गंगेश ने भी लोगों एवं स्टाफ को कैंसर के बारे में जानकारी दी। इस दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक संदीप ताम्रकार ने जिला अस्पताल में कीमोथैरेपी के सुविधाओं के बारे में बताया। इस कार्यक्रम में डॉ. राजेश राय डॉ. अनिता गंगेश जिला मीडिया अधिकारी अंकित सिंह एवम अस्पताल के कर्मचारी एवं आम जन उपस्थित थे।
तोंगपाल, 5 फरवरी। सुकमा जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिले के प्रभारी जगदीश रामू रोहरा जिले के तोंगपाल मण्डल में कार्यकताओं के बीच जोश भरने प्रवास पर पहुंचे।
रात 8 बजे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे रामू रोहरा को अपने बीच पाकर कार्यकर्ताओं में भरपूर जोश भर दिया। कार्यकर्ताओं ने अपने पार्टी के नेताओं के जमकर नारे लगाए, वहीं रामू रोहरा ने भी भाजपा के कार्यकर्ताओं पर आधारित पार्टी कहते हुए कहा कि आज भारत वर्ष में जितने भी राज्यों में भाजपा की सरकार है, वह आप जैसे ही कार्यकर्ताओं के कारण है आगामी दिनों में छत्तीसगढ़ में पुन: भाजपा की सरकार आप जैसे कार्यकर्ताओं के कारण ही आएगी।
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष हूँगाराम, जिला उपाध्यक्ष व तोंगपाल मण्डल प्रभारी विश्वराज चौहान, पूर्व जिला अध्यक्ष अरुण सिंह भदौरिया, महामंत्री महेंद्र भदौरिया भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता संजय भदौरिया के साथ अन्य भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 जनवरी। नगरनार थाना क्षेत्र से पुलिस ने अवैध रूप से अंग्रेजी शराब का परिवहन करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे दो हजार रुपये से अधिक का अवैध शराब जब्त किया है।
नगरनार टीआई शिव शंकर गेंदले ने बताया कि पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि दो युवक एक बाइक में सवार होकर संदिग्ध सामान लेकर ओडिशा की ओर से जगदलपुर की तरफ जा रहे है। सूचना मिलते ही पुलिस ने चोकावाड़ा चौक पर संदिग्ध बाइक सवारों का इंतजार करने लगी। कुछ देर बाद पुलिस ने वहां से गुजर रहे एक बाइक ओडी 10 एम 5088 रोककर उसमें सवार दो युवकों से पूछताछ करते हुए उनकी तलाशी लेना शुरू किया।
तलाशी के दौरान पुलिस ने दोनों युवकों के कब्जे से अवैध अंग्रेजी शराब के 48 पौवा बरामद किया। जिसकी कीमत दो हजार आठ सौ रुपये आंकी गई है। इसके बाद पुलिस ने तत्काल ही उमेश बघेल (20) निवासी कुरन्दी और बलराम बघेल (20) निवासी कुरन्दी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों के बाइक को भी जब्त कर लिया है।
छजकां ने दी आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 फरवरी। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर जिलाध्यक्ष नरेंद्र भवानी ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ग्राम पंचायत मालगांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मालगांव के साथ-साथ 32 गांवों का एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र है, जिसमें 12 पंचायत तथा 32 गांवों के निवासी इस स्वास्थ्य केंद्र का लाभ ले रहे हैं। डॉक्टर की कमी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छजकां ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
यह स्वास्थ्य केंद्र सन् 1984 से आज तक लोगों को सेवा देते आ रहा है, जिसमें पूर्व में एक एमबीबीएस डॉक्टर और उनके स्टाफ हुआ करते थे, परंतु समय के साथ यह केंद्र भी बड़ा आकार ले लिया। वर्तमान में दो डॉक्टर पदस्थ हैं। ये दोनों आयुष विंग के डॉक्टर हंै। वर्तमान में कोरोनाकाल से ग्रामवासी इसी अस्पताल में मुख्य रूप से आकर अपना इलाज करवा रहे हैं। इस अस्पताल में दो डॉक्टर पदस्थ हैं, परन्तु एक डॉक्टर को जिला प्रशासन जगदलपुर के अस्पताल से मुक्त नहीं कर रहे हैं।
कोरोना काल से अभी तक 7 से 8 माह से डॉक्टर मालगांव नहीं आ रहे है और जगदलपुर में ही उन्हें जिला प्रशासन द्वारा कार्य करने को कहा गया है। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार किया जाना निंदनीय है। जहां दो डॉक्टर पदस्थ होने के बावजूद भी ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ मिलने में परेशानी हो रही है, वहां सिर्फ एक डॉक्टर ही वर्तमान में कार्यरत हैं जो पूरी तरह से अपना कर्तव्य निभा रहे हंै किन्तु जब दो डाक्टर थे, तब परेशानी तो थी ही अब एक डॉक्टर है तो परेशानियां भी बड़ी है।
श्री भवानी ने कहा है कि डॉक्टर धृतलहरे के नहीं होने से ग्रामीणों को उचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों की मांग को देखते हुए डॉक्टर धृतलहरे को पुन: माल गांव मुख्यालय में जिला प्रशासन को भेजना होगा व इस स्वास्थ्य केंद्र को अच्छी देखरेख की जरुरत है। मांग पर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगी तो आंदोलन किया जाएगा।
दंतेवाड़ा, 4 फरवरी । जिले के कुआकोंडा विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पालनार में जनवरी माह में 36 संस्थागत प्रसव कराये गये। कलेक्टर दीपक सोनी के मार्गदर्शन में जिले में शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने के लिए कई नवाचार संचालित की जा रही है। जिसमें हेल्थ काल सेंटर, प्री बर्थ वेटिंग सेंटर, सुगम स्वस्थ दंतेवाड़ा आदि का फायदा पालनार के आस पास के लोगों को भरपूर मिल रहा है। प्री बर्थ वेटिंग सेंटर में गर्भवती महिलाएं रुक कर अपना सुरक्षित प्रसव करवा रही हैं। वेटिंग सेंटर में उनका पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जिले में संचालित हेल्थ कॉल सेंटर से प्रसव के समय समीप आने से लगातार गर्भवती महिलाओं को स्थानीय भाषा में अस्पताल में प्रसव हेतु प्रेरित किया जा रहा है। गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती करने के लिये लगातार फोन के माध्यम से संपर्क किया जाता है। साथ ही उनके अस्पताल तक पहुंचने के लिए वाहन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाती है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रति माह 30 प्रसव का लक्ष्य रखा जाता है, परन्तु बेहतर सुविधाएं मिलने से इसमें इजाफा हुई है और जनवरी में 36 सुरक्षित प्रसव पालनार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में हुई है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 5 फरवरी। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बयानार के अंतर्गत शासकीय हाई स्कूल बयानार में 5 फरवरी से कोविशिल्ड वैक्सीनेशन का शुभारंभ किया गया। जिसमें इस क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य कर्मचारी, मितानिन, आगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को मिलाकर लगभग 170 हितग्राहियों को कोविशिल्ड का टीका लगाया जाएगा।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बयानार के प्रभारी महेंद्र पोयाम तथा सुपरवाईजर ओपी नेताम ने बताया कि, इस वैक्सीन के शुरू होने से इस क्षेत्र के सभी कर्मचारी बेहद खुश हैं। आज 16 लोगों को कोविशिल्ड का टीका लगाया गया और बहुत जल्द एक सप्ताह के अंदर सभी कर्मचारियों को यह टीका लगाया जाएगा।
टीकाकरण शुभारंभ पर पूर्व उप सरपंच जयप्रकाश बैध, सेक्टर प्रभारी महेंद्र पोयाम, सुपरवाईजर ओपी नेताम, बीइटीओ सुनीता सरकार, बीपीएम नीरज सोरी, बलिहार कोलियारा व सभी वैक्सीनेशन स्टॉफ और मितानिन उपस्थित थे।