राजनांदगांव
नेशनल हाईवे के दोनों दिशाओं में जाम से वाहनों की कतारें, कांग्रेस का मिला साथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 6 फरवरी। केंद्र सरकार के खिलाफ महीनों से आंदोलनरत किसानों ने देशव्यापी आह्वान पर शनिवार को नेशनल हाईवे जाम करते हुए तीनों कृषि बिल का खुलकर विरोध किया। तीनों कृषि कानूनों को खत्म करने के लिए अड़े किसानों ने राजनांदगांव के नागपुर-रायपुर नेशनल हाईवे को भी प्रदर्शन के चलते जाम कर दिया। किसानों के प्रदर्शन को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया। इसके अलावा मजदूर यूनियन की अलग-अलग गुटों ने भी किसानों का साथ दिया। शहर के बाहरी पार्रीनाला के समीप किसानों ने तीन घंटे के लिए चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के कारण हाईवे में दोनों दिशाओं में वाहनों की लंबी कतार खड़ी हो गई।
बताया जा रहा है कि विभिन्न संगठनों का साथ मिलने से किसानों को अपनी शक्ति प्रदर्शन का अच्छा मौका भी मिल गया। जिला कांग्रेस किसान ने भी किसानों के चक्काजाम करने के निर्णय का साथ देते हुए प्रदर्शन में भाग लिया।
वहीं जिला किसान संघ के अध्यक्ष सुदेश टीकम ने भी प्रदर्शन करते हुए केंद्र सरकार को चेताया कि 2024 तक किसान लडऩे के लिए मानसिकता बना चुके हैं। बेहतर है कि सरकार को व्यापक विरोध के बावजूद बिल को लागू करने के अपने अडियल रवैये को छोडऩा चाहिए। श्री टीकम ने कहा कि किसानों के साथ हर एक व्यक्ति खड़ा है। उन्होंने कहा कि देश में किसानों के आंदोलन को जनता का भरपूर समर्थन है।
उधर राजनंादगांव महापौर हेमा देशमुख और अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य हफीज खान ने भी चक्काजाम का समर्थन करते कहा कि तीनों कृषि बिल किसानों के हित से परे है। देश में आंदोलनरत किसानों को तोडऩे की भी कोशिश की जा रही है। कांग्रेस किसानों की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चल रही है। इस बीच नेशनल हाईवे के जाम होने के कारण यात्री बसों में सवार लोगों को शहर की ओर पैदल ही आना पड़ा। बसों और अन्य वाहनों को भी चक्काजाम में फंसना पड़ गया। आम लोगों को चक्काजाम से परेशानी उठानी पड़ी। चक्काजाम के दौरान पुलिस ने भी सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे।
सीएसपी एमएस चंद्रा की अगुवाई में पुलिस निरीक्षक और आरक्षक हाईवे में मुस्तैद रहे। शांतिपूर्वक प्रदर्शन के लिए पुलिस ने तगड़ी मोर्चाबंदी भी की थी। इससे पहले सडक़ में बैठकर किसानों के पक्ष में लोगों ने नारेबाजी की। कांग्रेसी नेताओं ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए बिल को वापस लेने की मांग की। चक्काजाम के दौरान पूर्व महापौर सुदेश देशमुख व नरेश डाकलिया, जिला कांग्रेस किसान अध्यक्ष महेन्द्र यादव, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुरेन्द्र दास वैष्णव, पूर्व जिला पंचायत सदस्य कांति बंजारे, रूबी गरचा, आसिफ अली, महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामक्षत्री चंद्रवंशी, निगम सभापति हरिनारायण धकेता, अभिमन्यु मिश्रा, कुतबुद्दीन सोलंकी, फिरोज अंसारी, विरेन्द्र चौहान, हेमू सोनी, विनय झा, महेश साहू समेत अन्य लोग बड़ी संख्या में मौजूद थे।