महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुन्द, 6 फरवरी। जिले में रबी फसल का काम जोरों पर है। किसान अपने खेतों में उतर कर खेत की जोताई व बोआई का काम शुरू कर चुके हैं। जलाशयों से किसानों को पानी भी दिया जा रहा है। किसानों को खेती किसानी में कोई तकलीफ न हो, इसके लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से ऋण का वितरण भी शुरू हो गया है। पिछले चार महीने में जिले बैंक ने केवल दो करोड़ रुपए का ऋण दिया गया है।
इस बार जिला सहकारी बैंक के माध्यम से किसानों को 29 करोड़ रूपए का ऋण वितरण किया जाना है। यह वितरण जिले के 12 शाखाओं के माध्यम से दिया जाना है। अभी तक केवल 4 शाखाओं में किसानों ने ऋण लिया है। जिला सहकारी बैंक के मुताबिक रबी के लिए ऋण वितरण 1 अक्टूबर से प्रारंभ हुआ है। जिसमें जिले की 12 शाखाओं में से 4 शाखाओं के कुल 841 किसानों ने 1 करोड़ 97 लाख 10 हजार रुपए का ही अब तक ऋण लिया है।
जिले में इस बार रबी फसल के लिए 49.477 हेक्टेयर में फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से अब तक 32.551 हेक्टेयर में बोनी हो चुकी है। जिसमें 24.551 हेक्टेयर में गेंहू, धान और मक्का की बोनी हुई है। कुल 3.510 हेक्टेयर में चना, मटर, मूंग, उड़द, कुल्थी, तिवड़ा और अन्य फसल लगाई गई है। इसके अलावा 1.533 हेक्टेयर में अलसी, सरसों, कुसुम, सूर्यमुखी, मूंगफली और तिल व 2.611 हेक्टेयर में साग सब्जी गन्ना और मवेशियों के लिए चारा की बोनी की गई है।
हर साल रबी फसल लेने के लिए किसानों को ऋण के साथ-साथ सिंचाई के लिए जलाशय से पानी भी दिया जाता है। किसानों की मांग पर 11 जनवरी से किसानों को खेती किसानी के लिए पानी छोड़ दिया गया है। इस साल राइट केनॉल से करीब 18 से 19 गांवों के किसानों को राइट केनॉल बैंक से पानी दिया जा रहा है। अभी तक कोडार जलाशय से सात फीट पानी किसानों को सिंचाई के लिए दिया जा चुका है। अभी भी सिंचाई के लिए जलाशय से पानी दे रहे हैं। अब जलाशय में 23 फीट पानी बचा है। इस साल अच्छी बारिश होने के कारण जलाशय पूरा भरा था। जलाशय के माध्यम से 2500 हेक्टेयर की सिंचाई हो रही है।