बस्तर
![32 गांवों का एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र, डॉक्टर की कमी से परेशानी 32 गांवों का एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र, डॉक्टर की कमी से परेशानी](https://dailychhattisgarh.com/2020/chhattisgarh_article/16125390058_JOGI_CONGRESS.jpg)
छजकां ने दी आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जगदलपुर, 5 फरवरी। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे पार्टी के बस्तर जिलाध्यक्ष नरेंद्र भवानी ने विज्ञप्ति जारी कर कहा कि ग्राम पंचायत मालगांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मालगांव के साथ-साथ 32 गांवों का एक मात्र स्वास्थ्य केंद्र है, जिसमें 12 पंचायत तथा 32 गांवों के निवासी इस स्वास्थ्य केंद्र का लाभ ले रहे हैं। डॉक्टर की कमी से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। छजकां ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
यह स्वास्थ्य केंद्र सन् 1984 से आज तक लोगों को सेवा देते आ रहा है, जिसमें पूर्व में एक एमबीबीएस डॉक्टर और उनके स्टाफ हुआ करते थे, परंतु समय के साथ यह केंद्र भी बड़ा आकार ले लिया। वर्तमान में दो डॉक्टर पदस्थ हैं। ये दोनों आयुष विंग के डॉक्टर हंै। वर्तमान में कोरोनाकाल से ग्रामवासी इसी अस्पताल में मुख्य रूप से आकर अपना इलाज करवा रहे हैं। इस अस्पताल में दो डॉक्टर पदस्थ हैं, परन्तु एक डॉक्टर को जिला प्रशासन जगदलपुर के अस्पताल से मुक्त नहीं कर रहे हैं।
कोरोना काल से अभी तक 7 से 8 माह से डॉक्टर मालगांव नहीं आ रहे है और जगदलपुर में ही उन्हें जिला प्रशासन द्वारा कार्य करने को कहा गया है। प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार किया जाना निंदनीय है। जहां दो डॉक्टर पदस्थ होने के बावजूद भी ग्रामीणों को स्वास्थ्य लाभ मिलने में परेशानी हो रही है, वहां सिर्फ एक डॉक्टर ही वर्तमान में कार्यरत हैं जो पूरी तरह से अपना कर्तव्य निभा रहे हंै किन्तु जब दो डाक्टर थे, तब परेशानी तो थी ही अब एक डॉक्टर है तो परेशानियां भी बड़ी है।
श्री भवानी ने कहा है कि डॉक्टर धृतलहरे के नहीं होने से ग्रामीणों को उचित स्वास्थ्य लाभ नहीं मिल रहा है। ग्रामीणों की मांग को देखते हुए डॉक्टर धृतलहरे को पुन: माल गांव मुख्यालय में जिला प्रशासन को भेजना होगा व इस स्वास्थ्य केंद्र को अच्छी देखरेख की जरुरत है। मांग पर जिला प्रशासन ध्यान नहीं देगी तो आंदोलन किया जाएगा।