बलरामपुर
खदान बंद नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजपुर, 6 अगस्त। महान 3 कोयला खदान में प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सामरी विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महराज ने मोर्चा खोल दिया है। विधायक ने कोयला खदान के गेट के पास ही धरने पर बैठ गए।
राजपुर क्षेत्र में कोयला की दो खदानें संचालित हंै, जिसमें महान टू और महान 3 शामिल है। कोयला खदानें में 10- 11 सालों से कोयले की खुदाई की रही है। गुरुवार को जब विधायक ने इन क्षेत्रों का दौरा किया और इनसे विकास के कार्यों की जायजा लिया तो कागजों के आंकड़ों के अनुसार महान 3 कोल खदान से पिछले 7 सालों में सिर्फ 14 लाख के ही विकास के काम पाया गया। इसके अलावा यहां लगभग 350 लोगों को नौकरी भी दी जानी थी, जिसमें सिर्फ लगभग डेढ़ सौ लोगों को ही नौकरी दी गई है, इसमें भी एसईसीएल की बड़ी लापरवाही मिली। इन्हीं सब मामलों को लेकर और बेहतर कार्य करने के निर्देश देते हुए संसदीय सचिव ने एसईसीएल के अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए आगामी आदेश तक महान 3 कोल खदान को पूरी तरह से बंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक यहां व्यवस्था सुधर नहीं जाती, कोयले का उत्खनन नहीं किया जाएगा। इस पर मॉनिटरिंग के लिए तहसीलदार और माइनिंग अधिकारी को जिम्मा सौंपा है। खदान बंद नहीं होने पर संसदीय सचिव ने आंदोलन की चेतावनी दी थी।
शुक्रवार जो जब विधायक महान 3 पहुँचे तो कार्य चालू था, जिसे देखकर विधायक भडक़ गए और वहीं गेट के पास धरने पर बैठ गए। संसदीय चिंतामणि महाराज ने प्रबंधन पर मनमानी और लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोल खदान के गेट पर नीचे जमीन पर बैठे गए, जिससे काम पूरी तरह ठप हो गया।