बलरामपुर
ग्रामीणों के बीच पहुंची प्रशासनिक टीम ने दिलाई शपथ
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुसमी, 4 मई। छत्तीसगढ़-झारखण्ड की सीमा से लगे बलरामपुर जिला के कुसमी विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कुरडीह के पांच गांव के ग्रामीणों ने अपनी मूलभूत सुविधाओं सहित अन्य मांगों को लेकर चुनाव बहिष्कार किए जाने का ऐलान किया था। जिला प्रशासन की पहल पर शनिवार को प्रशासनिक टीम गांव पहुंची और उनकी मांगों पर हरसंभव मदद करने व मूलभूत सुविधाओं की पूर्ति किए जाने की बातें ग्रामीणों के समक्ष रखी तथा लोकतंत्र के इस पर्व पर 7 मई को होने वाले लोकसभा चुनाव में बढ़ - चढ़ कर मतदान करने अपील की। इस पर ग्रामीणों ने सहमति जताई है।
ज्ञात हो कि कुसमी के ग्राम पंचायत कुरडीह के गांव चंचल चुआं, पिआरटोली, जोड़ाडुमर, मुडक़म, घुईपानी के ग्रामीणों ने मूलभूत सुविधाओं से वंचित होकर तथा गांव में कुछ भी विकास कार्य नहीं किए जाने पर 7 मई को होने वाले आगामी लोकसभा चुनाव में वोट नहीं कर बहिष्कार करने का फैसला लिया था। उन्होंने ग्राम पंचायत कुरडीह में एक स्थान पर एकत्र होकर बीते 24 अप्रैल को विकास नहीं तो वोट नहीं करने का नारा लगाकर अपनी मांगों को मीडिया के समक्ष रखा था। गांव के ग्रामीण लगातार वोट के बहिष्कार को लेकर अड़े हुए थे। ग्रामीण गांव को उपेक्षित रखे जाने को लेकर नाराज थे।
उक्त मामले में बलरामपुर कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रिमिजियुस एक्का ने कहा था- मामला संज्ञान में आया है। जिसके बाद शनिवार को ग्रामीणों के बीच सहमति की स्थिति निर्मित हो पाई है।
ग्रामीणों के बीच पहुंची प्रशासनिक टीम, तब बनी सहमति
शनिवार को बलरामपुर कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रिमिजियुस एक्का व उप जिला निर्वाचन अधिकारी अमित कुमार श्रीवास्तव की पहल पर तहसीलदार शशिकांत दुबे व मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. अभिषेक पाण्डेय की टीम पुलिस बल के साथ ग्रामीणों के बीच पहुंची, जहां पर ग्रामीणों की समस्याओं को सुनकर कुछ कार्यों की स्वीकृति आदर्श आचार संहिता के पूर्व ही हो जाने की जानकारी साझा की तथा आदर्श आचार संहिता के परिपालन में त्वरित सभी मांगों का निराकरण नहीं किए जाने की बातें कहते हुए अन्य मूलभूत कार्यों सहित हर छोटी-बड़ी कार्यों को प्रशासनिक पहल पर किए जाने का हवाला देकर ग्रामीणों को मनाया गया। इस पर ग्रामीणों ने सहमति बनाई तथा मतदान करने का निर्णय लिया। इस दौरान ग्रामीणों को मतदाता पहचान पर्ची हाथों में थमा कर मतदान के लिए तैयार हैं का नारा लगवा कर शपथ दिलाई गई।
इस मामले में ग्रामीणों ने बताया- हमारी बात 3 मई को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय छत्तीसगढ़ में मोबाईल के माध्यम से हुई थी, जहां से उप जिला निर्वाचन अधिकारी बलरामपुर अमित कुमार श्रीवास्तव का नम्बर उपलब्ध कराया गया, जिन्होंने मामले को गंभीरता पूर्वक लिया, तब जाकर आज प्रशासनिक टीम हम तक पहुंची हैं।
वहीं उप जिला निर्वाचन अधिकारी बलरामपुर अमित कुमार श्रीवास्तव ने कहा-जैसे ही ग्रामीणों ने उक्त जानकारी दी तो एसडीएम को कल ही मैं सूचना कर दिया था। तहसीलदार और सीईओ को भेजने निर्देश दिया गया था। जिला प्रशासन की पहल पर निराकरण हो पाया है।