रायगढ़
अब कलेक्टर से गुहार
रायगढ़, 21 मई। एक तरफ जिला प्रशासन और नगर सरकार विकास के तमाम दावे कर रहे हैं तो दूसरी तरफ शहर के अंदर ही एक ऐसा क्षेत्र है जो दो वार्डो क्रमश: 38 और 42 नम्बर वार्ड में आता है। यहां अमलीभौना इंदिरा आवास कॉलोनी में करीब 2 से ढाई हजार लोग रहते हैं। इनकी परेशानी यह कालोनी साल के आठ महीने टापू बन जाती है। कालोनी को तीन तरफ से एक गहरा नाला घेरे हुए है जिसे पार करने के लिए क्षेत्र वासी पिछले 10 सालों से पुल निर्माण की मांग कर रहे है।
परन्तु शासन-प्रशासन की तरफ से कोई पहल नहीं हुई। यहां तक कि दोनों वार्डो के पार्षद एक दूसरे का क्षेत्र बताते हुए उनकी तरफ ध्यान नहीं देते हैं। ऐसे में क्षेत्रवासी नाले को पार कर के लिए सीमेंट का एक खम्बा डाल कर अस्थाई पुल बनाकर काम चला रहे हैं। इस वजह से कई बार इनके साथ दुर्घटनाएं भी घटित हो चुकी है। खास कर स्कूली बच्चों और बीमार लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
बारिश के चार महीने कालोनी पूरे शहर से लगभग कट जाती है। क्षेत्रवासियों की समस्या को जब मीडिया ने उठाया। तब शहर की एक प्रतिष्ठित समाजिक संस्था ने नाले में पुल बनाने का निर्णय लिया।
परन्तु पुल निर्माण का काम शुरू होते ही एक स्थानीय दबंग ने जिसके कहे अनुसार यह पुल उसकी निजी भूमि में बन रहा है उसने काम रुकवा दिया है। इस बात से परेशान क्षेत्रवासी नगर निगम प्रशासन से कलेक्टर रायगढ़ तक फरियाद लगाते हुए घूम रहे है। उन्हें डर है कि अगर अभी काम शुरू नहीं हो पाया तो महीने भर बाद बारिश जा जाएगी और उन्हें बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।