सरगुजा

मौसम की बेरुखी से खेतों में दरारें
30-Jul-2022 8:04 PM
मौसम की बेरुखी से खेतों में दरारें

   सरगुजा को सूखा घोषित करने व मुआवजा देने की मांग     

1969 से 2022 की अवधि में मानसून के पूर्वार्ध में वर्षा की मात्रा में यह दूसरी सबसे बड़ी गिरावट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 30 जुलाई।
वर्ष 2022 वर्षा ऋतु के दो माह हो चुके हैं, पर सरगुजा में सामान्य से काफी कम वर्षा होने से सूखे की स्थिति से अब किसानों के खेतों में दरारें पड़ गई हैं। किसान शासन से सरगुजा को सूखाग्रस्त क्षेत्र घोषित करते हुए उचित मुआवजा की मांग कर रहे हैं। वर्षा नहीं होने से किसानों को धान का थरहा सूखने व खेतों में दरार पडऩे से काफी नुकसान हुआ है।

गौरतलब है कि सरगुजा में लगभग 90 प्रतिशत कृषि का कार्य प्राकृतिक वर्षा ऋतु पर निर्भर रहती है, लगभग 10 प्रतिशत किसान नहर के पानी से अपने खेतों को सिंचित कर काम चला लेते हैं। जिस तरह से इस वर्षा खंड में मौसम ने सरगुजा की ओर से मुंह मोड़ लिया है, उससे पूरे सरगुजा संभाग भर में सूखे की स्थिति निर्मित हो गई है।

1 जून से 30 जुलाई की अवधि में सरगुजा सम्भाग के लगभग सभी जिलों में सामान्य से काफी कम वर्षा होने के कारण पूरी तरह से सूखे की स्थिति है है।सरगुजा सम्भाग को अभी भी जब मानसून सत्र का 60 दिन गुजर चुका है तब भी सरगुजा की मौसमी वर्षा प्रवृति के अनुरूप एक मूसलाधार और घनघोर वर्षा होने के दिन का इंतजार है।

मौसम विज्ञानी एम एम भट्ट ने बताया कि जून की औसत वर्षा 221 और जुलाई की 398 मिमी है।इस लिहाज से 01 जून से 31 जुलाई तक औसतन 619 मिमी वर्षा होनी चाहिये जबकि इस वर्ष 01 जून से आज 30 जुलाई तक मात्र 289.2 मिमी ही वर्षा दर्ज हो पाई है। सन 1969 से 2022 की अवधि में मानसून के पूर्वार्ध में वर्षा की मात्रा में यह दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है।

पिछले आधे दशक में अम्बिकापुर नगर में मानसून के पूर्वार्ध में न्यूनतम वर्षा होना वाला वर्ष सन 1976 था। इस वर्ष 01 जून से 31 जुलाई तक मात्र 285.2 मिमी वर्षा हुई थी। वर्तमान में मानसून द्रोणिका अपने सामान्य स्थिति से उत्तर की ओर है जो आज फिरोजपुर, रोहतक, मेरठ, गोरखपुर, मुज्जफरपुर, बेलूरघाट, बांग्लादेश होते हुए अगरतला से गुजर रही है।

उत्तरप्रदेश के उत्तर पूर्व भाग में हवा में एक चक्रवाती परिसंचरण है तथा दक्षिण पूर्व खाड़ी पर दूसरा चक्रवाती घेरा सक्रिय है। उत्तर छत्तीसगढ़ के आसपास किसी उल्लेखनीय मौसमी गतिविधि के सक्रिय नहीं होने के कारण अगले दो तीन दिनों में स्थानीय प्रभाव से छूट पुट वर्षा की स्थिति बनी रह सकती है।
 

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news