सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 31 जुलाई। अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के हड़ताल वापस लेने के बाद भी निष्पक्ष बैनर सामूहिक नेतृत्व के नारे के साथ टीचर्स एसोशियशन व शालेय शिक्षक संघ की बेमुद्दत हड़ताल जारी है। साथ ही शाम को रायपुर में कोर टीम के बैठक के पश्चात आगे के आंदोलन की रूपरेखा तय होगी।
डीए व एचआरए के लिए स्वतंत्र अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के (यथासमय वाले) बयान के बाद फेडरेशन को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का आग्रह किया, पर फेडरेशन ने हड़ताल वापस कर दिया है, भविष्य में ऐसा आंदोलन खड़ा नहीं होगा और न ही फेडरेशन कभी अनिश्चितकालीन हड़ताल करेगा, कुछ साथी हड़ताल में शामिल थे और हड़ताल समाप्त कर चले गए, वहीं कुछ साथी हमें अब अनिश्चितकालीन हड़ताल हेतु समर्थन दे रहे हैं।
शासन द्वारा हड़ताली कर्मचारियों का वेतन काटने व कार्रवाई करने के संबंध में मनोज वर्मा ने कहा कि यह एक प्रक्रिया है, हड़ताल सफल होने का प्रतीक है, सरकार के संज्ञान में है, सरकार को चर्चा कर हल निकालना चाहिए, किसी कर्मचारी का अहित नहीं होगा, अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगा।
मनोज वर्मा ने कहा कि फेडरेशन ने अंत में उक्त 2 मांग को अनिर्णय की स्थिति में छोड़ दिया और हड़ताल का मैदान भी छोड़ दिया, जिससे शासन के पास मांग भी कमजोर हो गया है। दरअसल 2 मांगों पर अनिश्चितकालीन हड़ताल उनके प्रतिस्पर्धा में नही बल्कि पूरक ही था, हम तो हड़ताल में ही थे, परंतु फेडरेशन के हड़ताल छोडऩे से कर्मचारियों के मांग को धक्का लगा है।
फेडरेशन ने 2 सूत्रीय मांग डीए व एचआरए में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण व रसोईया संघ के मांग को जोड़ा, तभी से डीए व एचआरए के संघर्ष से फेडरेशन हट गया था। अगर कोई अतिरिक्त मांगपत्र देना ही था तो फेडरेशन की कार्यकारिणी में सम्बद्ध 83 हजार सहायक शिक्षक के वेतन विसंगति दूर करने का मांग किया जाना था, सहायक शिक्षक तो ठगे गए।
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष मनोज वर्मा सहित जिले पदाधिकारी प्रदीप राय, अरविंद सिंह , काजेश घोष, राजेश गुप्ता , अमित सिंह, रोहिताश शर्मा, अनिल तिग्गा, सुरित राजवाड़े, राकेश दुबे, लव गुप्ता, रामबिहारी गुप्ता, प्रशांत चतुर्वेदी, विक्रम श्रीवास्तव , कंचनलता श्रीवास्तव , अनिता तिवारी सभी पदाधिकारियों ने एक सुर में कहा कि हड़ताल खत्म होने से शासन को वाकओवर मिल गया है, 15 अगस्त के बाद अनिश्चितकालीन हड़ताल करने की बात शासन को महंगाई भत्ता घोषित करने के लिए समय देना है। साथ ही सरगुजा के सभी विकासखंडों में लखन राजवाड़े, अमित सोनी, रणवीर सिंह चौहान, राकेश पांडेय, सुशील मिश्रा, जवाहर खलखो, रमेश यागिक के नेतृत्व में आंदोलन जारी है।