सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
लखनपुर,2 अगस्त। इन दिनों बारिश नहीं होने तथा सूखा पडऩे की आशंका ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है। इस तरह के हालात से वाकिफ होने एवं सूखे का जायजा लेने जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत लहपटरा, रजपुरीकला पलगड़ी में आज जिला पंचायत उपाध्यक्ष आदित्येश्वर शरण देव ने पहुंचकर किसानों से रूबरू होते हुए हालचाल जाना।
आदित्येश्वर ने खेतों में जाकर सूखा पडऩे का जायजा लेते हुए सूखे का अनुमान लगाया।
किसानों ने सूखे के हालात से अवगत कराते हुए बताया कि अल्प वृष्टि के कारण कृषि कार्य काफी हद तक प्रभावित हुआ है तथा पिछड़ गया है। खेत सूखे पड़े हुए हैं और पर्याप्त बारिश नहीं होने कारण बांधों में जल संग्रहण नहीं होने से बांध का जलस्तर काफी घट गया है,जिससे नहरों में पानी निकलना नामुमकिन है। ऐसे हालात में खेती कार्य होना असम्भव है। सूखा पडऩे के आसार साफ नजर आने लगा है। बताया-हम किसानों के सामने भारी समस्या खड़ी हो गई है।
आदित्येश्वर शरण सिंह देव ने किसानों से सहानुभूति रखते हुए जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों से बात की, जिससे पता चला कि पर्याप्त वर्षा नहीं होने तथा बांधों में पानी भराव नहीं होने कारण नहरों में पानी का निकल पाना संभव नहीं है। क्षेत्र के कुंवरपुर जलाश्य में भी जलस्तर काफी तेजी से घटा है जिससे बांध का पानी 6 फीट शेष रह गया है।
आने वाले दिनों में लखनपुर, कुंवरपुर सिंचित एरिया के खेतों के लिए पानी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। साथ ही बांध से नगर पंचायत में पीने के पानी का सप्लाई किया जा रहा है। अब जबकि कुंवरपुर जलाश्य में सिर्फ 6 फीट पानी रह गई है तो बांध के पानी को खेतों में दिया जाये या पीने के उपयोग में लाने के लिए बचाकर रखा जाये, चिंतनीय विषय है। पानी को आने वाले साल के लिए बचाकर रखना भी जरूरी है। इस तरह के जटिल समस्या से अवगत कराया।
किसानों ने यह भी बताया कि खेतों में पानी नहीं होने के कारण रोपाई का कार्य भी नहीं हो पाया है काफी पिछड़ गया है। इन विषम परिस्थितियों को देखते हुये किसानों ने लखनपुर क्षेत्र को सूखा घोषित करने को कहा।
इस दौरान विधायक प्रतिनिधि विक्रमादित्य सिंह देव,जिला अध्यक्ष राकेश गुप्ता,जंप उपाध्यक्ष अमीत सिंह देव, ब्लॉक अध्यक्ष कृपाशंकर गुप्ता,युवा कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह देव,इरशाद खान,रमेश जायसवाल, शैलेंद,जगरोपन यादव,अशफाक खान,उत्कर्ष पांडे व कांग्रेस कार्यकर्ता व ग्रामीण किसान उपस्थित रहे।