सरगुजा
अम्बिकापुर,2 अगस्त। सरगुजा में प्रत्येक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में लगने वाला जनदर्शन दिव्यांगजनों और जरूरतमंदों के लिए वरदान साबित होता नजर आ रहा है। ऐसा ही नजारा आज फिर देखने को मिला, जब सरगुजा कलेक्टर कुंदन कुमार के हाथों 4 दिव्यांगजनों को ट्राईसाईकिल बांटी गई, जिसमें से एक दिव्यांग महिला जिनके पास सर्टिफिकेट तक नहीं था, उन्हें तत्काल सर्टिफिकेट दिलाकर ट्राई साइकिल भी दिलाई गई।
दरअसल प्रत्येक मंगलवार की भांति इस मंगलवार भी सरगुजा कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में 12 बजे से जनदर्शन का आयोजन किया गया था जिस में आज कुल 118 आवेदन प्राप्त हुए।जनदर्शन में सबसे पहले सरगवा उदयपुर निवासी परमेंद्र सिंह पहुंचे और उन्होंने ट्राई साइकिल की मांग की।
उन्होंने कलेक्टर को बताया कि उनकी उम्र 35 वर्ष है और लेकिन वह आज भी कहीं जाने आने के लिए अपने घर परिवार वालों की मदद लेने के लिए मजबूर है उनके पास दिव्यांगता का सर्टिफिकेट भी है पर किन्हीं कारणों से अभी तक उन्हें ट्राई साइकिल नहीं मिल पाई है जिस पर तत्काल एक्शन लेते हुए कलेक्टर ने तुरंत समाज कल्याण विभाग के अधिकारी को ट्राई साइकिल दिलाने के निर्देश दिए। साथ ही नवागढ़ अंबिकापुर निवासी मोहम्मद इकराम अंसारी उम्र 64 वर्ष एवं अम्बिकापुर निवासी शंकर लाल उम्र 69 वर्ष को भी ट्राई साइकल दिया गया।
साथ ही जनदर्शन समाप्ति में जब कुछ ही समय बचा था तब बौरीपारा निवासी खीकबाई उम्र 49 वर्ष जो कि मितानिन का कार्य भी करती हैं जनदर्शन में पहुंची और कलेक्टर से ट्राई साइकिल की मांग की परंतु उनके पास दिव्यांगता प्रमाण पत्र भी मौजूद नहीं था जिस पर कलेक्टर ने तत्काल महिला का दिव्यांगता सर्टिफिकेट भी बनवाया साथ ही तुरंत उन्हें ट्राईसाईकिल भी मुहैया करा दी।
जनदर्शन में लुण्ड्रा निवासी लहरी राम उम्र 74 वर्ष पहुंचे उन्होंने कलेक्टर को बताया कि उनका नाती अमित पटेल का प्रवेश कक्षा आठवीं में ग्राम गंगापुर तहसील लुण्ड्रा स्थित आशीर्वाद नामक प्राइवेट स्कूल में कराया गया लेकिन वहां की पढ़ाई से असंतुष्ट होकर अब वह अपने नाती का किसी और स्कूल में एडमिशन कराना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें स्कूल से चरित्र प्रमाण पत्र एवं स्थानांतरण प्रमाण पत्र की आवश्यकता है लेकिन स्कूल द्वारा उन्हें प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है जिस पर त्वरित संज्ञान लेते हुए सरगुजा कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी को तत्काल उक्त स्कूल से सर्टिफिकेट दिलाने के निर्देश दिए और कुछ ही समय में लहरी राम को स्कूल द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान कर दिया गया।