रायपुर
चार महीने में दूसरी आगजनी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 18 सितंबर। कुछ माह पूर्व पुराने आरक्षण केंद्र में आगजनी के बाद रायपुर रेलवे स्टेशन के पार्सल आफिस में आग लग गई है।ये घटना तडक़े सुबह 4.45 बजे की बताई जा रही है। आग लगने की सूचना तत्काल फायर ब्रिगेड को दी गई। एक घंटे की कवायद के बाद आग पर काबू पा लिया गया।तब तक वहां मौजूद लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की।इस आग में पार्सल ऑफस में रखे कुछ सामान जलकर खाक हो गए। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रेलवे की ओर से संतोष त्रिदेव कोरियर सर्विस को लीज पर पार्सल ऑफिस का ठेका मिला था। फिर इसने रविंदर सिंह नाम के शख्स को पेटी कांट्रेक्ट पर दे दिया। इस हादसे में करीब डेढ़ से दो करोड़ रुपये का माल इनमें कपड़ों के 48 बंडल, मोबाइल और लैपटॉप जलकर खाक हो गया है। हालांकि इन सभी की आधिकारिक पुष्टि रेलवे ने अब तक नहीं की है।रेलवे पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
आरपीएफ, जीआरपी के अधिकारियों ने बताया कि यह माल शनिवार रात ही हावड़ा -, पुणे एक्सप्रेस से आया था। ट्रेन लेट से रात 2 बजे आई थी। पार्सल ठेकेदार के कर्मचारियों ने माल को उतारकर दो ठेलों में रख छोड़ा था।इसे लेने रायपुर के खरीददार रविवार को आने वाले थे। ठेले को तारपोलिन कवर से ढंक कर नीम झाड़़ के पास खड़े किए गए थे। पहट को करीब साढ़े चार बजे इसमें आग लग गई। रात गश्त कर रहे आरपीएफ के सिपाही ने तत्काल फायर ब्रिगेड और अपने इंस्पेक्टर को सूचना दी। दमकल गाडिय़ां 10 मिनट बाद आई,तब तक आग भडक़ उठी थी। हालांकि इस आग की चपेट में पार्सल आफिस या बाहर रखे सामानों तक नहीं फैली। आरपीएफ कर्मियों ने 4 फायर एस्टिंगिशर का इस्तेमाल कर बुझाने का प्रयास किया। दमकल गाड़ी के पहुंचने पर आग पर काबू पाया गया।
खाक हुए सामानों में कपड़े, मोबाइल और कंप्यूटर एसेसरीज, इत्र,झालर,वाल पेपर शामिल है। सामानों में कोई भी ज्वलनशील पदार्थ नहीं मिला है।
आरपीएफ जीआरपी के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज देखकर आग के कारण तलाश रहे हैं। अब तक कोई भी व्यक्ति एफआईआर के लिए नहीं आया है। इस घटना में रेलवे को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।