सरगुजा
उराँव नृत्य महोत्सव की अनुमति आदेश को पुन: बहाल करने की मांग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 7 नवंबर। नगर में पारम्परिक उराँव नृत्य महोत्सव आयोजन की अनुमति आदेश को पुन: बहाल किए जाने की मांग को लेकर ईसाई आदिवासी महासभा ने सोमवार को रैली निकाल करमा नृत्य करते हुए कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया है।
ईसाई आदिवासी महासभा ने ज्ञापन के माध्यम से कहा है कि हम आदिवासियों को पूर्वजों से एक समृद्ध संस्कृति विरासत में मिली है, जो हमारे समुदाय में सदियों से पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित होती चली आ रही है। साल के बारहों महीने के लिए मौसम के अनुरूप नाच-गान है। हम पारम्परिक रूप से मौसम के अनुसार नृत्य स्थल (अखड़ा) में और विभिन्न अवसरों में नाच-गान करते हैं।
महासभा ने कहा कि उनके द्वारा आयोजित यह नृत्य महोत्सव पूर्णत: सांस्कृतिक आयोजन था। इसमें किसी भी तरह का धार्मिक कार्यक्रम नहीं था। इस महोत्सव में उराँव जनजाति का पारम्परिक नृत्य होना था। आगे कहा कि हम पारम्परिक उराँव नृत्य महोत्सव के आयोजन की बहाली में नृत्य का अभ्यास जारी रखेंगे, इसी कड़ी में 8 नवम्बर को भी अपने-अपने स्थान पर नृत्य का अभ्यास करेंगे।
ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा मांग करते हुए कहा गया कि पारम्परिक उराँव नृत्य महोत्सव के आयोजन हेतु जारी अनुमति आदेश को बहाल किया जाए। इस दौरान ईसाई आदिवासियों महासभा जिला इकाई सरगुजा के अध्यक्ष मुन्ना टोप्पो, सचिव आनंद प्रकाश कुजुर सहित भारी संख्या में पदाधिकारी मौजूद थे।