सरगुजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 8 नवंबर। सर्व आदिवासी समाज व ईसाई आदिवासी महासभा के बीच करमा नृत्य समारोह को लेकर लगातार विरोध सामने देखने को मिल रहा है। ईसाई आदिवासी महासभा के द्वारा 8 नवंबर को करमा नृत्य समारोह के आयोजन को लेकर हो रहे विरोध और प्रशासन द्वारा उक्त कार्यक्रम के स्थगन आदेश के बावजूद मंगलवार को ईसाई आदिवासी महासभा ने कार्यक्रम स्थल बदलकर दूसरे स्थान पर करमा नृत्य का आयोजन कर दिया। इस आयोजन से सर्व आदिवासी समाज काफी आक्रोशित हुआ और समाज के लोगों ने गांधीनगर थाने का घेराव किया।
जनजाति गौरव समाज व छत्तीसगढ़ सर्व आदिवासी समाज सहित उरांव समाज के द्वारा ईसाई आदिवासियों महासभा के संयोजक, अध्यक्ष व सचिव पर एफ आई आर दर्ज करने की मांग की गई। गांधीनगर थाने में काफी देर तक गहमागहमी का माहौल बना रहा।
एक ओर भारी संख्या में पुलिस बल जहां गांधी नगर थाने में मौजूद रहा, वहीं ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा सेंट जेवियर्स मैदान में कराए जा रहे आयोजन को लेकर भी वहां भारी संख्या में पुलिस सहित प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। स्थिति न बिगड़ जाए, इसके लिए तत्काल कार्यक्रम को बंद भी कराया गया।
थाने में पहुंचे सर्व आदिवासी समाज व उरांव समाज सहित जनजाति गौरव समाज ने कहा कि ईसाई आदिवासी महासभा द्वारा पारंपरिक नृत्य महोत्सव हेतु अनुमति मांगी गई थी, जिसे पूरा आदिवासी समाज द्वारा अपनी संस्कृति का अन्य लोगों द्वारा विकृत उल्लंघन होते देख कार्यक्रम पर विरोध दर्ज कराया गया था। जिस पर प्रशासन ने स्थगन आदेश भी जारी किया था। इसके बावजूद ईसाई समाज द्वारा कार्यक्रम का संचालन निर्धारित स्थान को बदलकर सेंट जेवियर्स उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंबिकापुर प्रांगण में किया गया।
उरांव समाज ने कहा कि स्थगन आदेश का उल्लंघन करते हुए छल कपट कूटनीति के तहत मूल उरांव लोगों की संस्कृति परंपरा रूढ़ी प्रथा में विकृति लाकर सामाजिक सौहार्द बिगाडऩे का प्रयास किया जा रहा है, जिससे उरांव समाज व्यथित व आक्रोशित है।
मामले की गंभीरता को देखते हुए जहां एडिशनल एसपी गांधीनगर थाने पहुंचे थे, वहीं सेंट जेवियर मैदान में एसडीएम सहित पुलिस के अन्य अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों द्वारा करमा नृत्य समारोह के आयोजन को बंद कराया गया। तब जाकर गांधीनगर थाने में पहुंचे समाज के लोग थाने से वापस लौटे।