धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद, 15 नवंबर। पशुओं के लिए घातक सिद्ध हो रही लम्पी बीमारी क्षेत्र में आहिस्ता आहिस्ता पैर पसार रही हैं। कुरुद में एक बछड़े की मौत के बाद हरकत में आए पशु चिकित्सा विभाग द्वारा गांव गांव जाकर पशुओं को टीकाकरण किया जा रहा हैं।
ज्ञात हो कि देश के कुछ राज्यों में पशुओं में होने वाली स्क्रीन डिजिस बीमारी लम्पी की शिकायत सुन पशुपालक चिंतित थे। ऐसे में पिछले दिनों कुरुद के अनाज कारोबारी सुनिल अग्रवाल के यहां एक बछड़े की मौत हो गई। तब उन्होंने अपने सभी पशुओं को गोट पाक्स वैक्सीनेशन कराया।
इस बारे में कुरुद पशु चिकित्सालय के असिस्टेंट सर्जन डॉ टीएल साहू ने बताया कि विकासखंड में लम्पी बीमारी को फैलने से रोकने के लिए विभाग पुरी मुस्तैदी से काम कर रहा है। कुरुद, भखारा, मरौद, जी जामगांव के पशु चिकित्सालय के वेटनरी सर्जनों के अलावा राखी, बंगोली, मंदरौद, नारी, सिवनीकला, सिर्री, चटौद, कचना, सेमरा बी, पचपेड़ी, गातापार, सिलौटी के पशु औषधालय में तैनात साहयक पशु चिकित्सा क्षेत्राधिकारी अपने क्षेत्र पर नजर लगाए हुए हैं। लम्पी बीमारी में रोकथाम के लिए 11 नवंबर को कुरुद में 95 पशुओं का टीकाकरण किया गया। इसी तरह 12 को ग्राम चोरभठ्ठी में 280। 13 को कन्हारपुरी में 214। 14 को भरदा में 90 पशुओं का टीकाकरण किया गया ।
15 नवंबर को कुहकुहा में केम्प लगाकर वैक्सीनेशन के साथ साथ पशुपालकों को समझाया गया कि इस बीमारी से बचाव के लिए कोठे की साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें। इसके अलावा तबेले में जूं नाशक दवा का छिडक़ाव करने की सलाह दी जा रही है। साहयक सल्यज्ञ चिकित्सक गामणी ने बताया कि पशुओं में मक्खी, मच्छर और किन्नी से फैलने वाले इस वायरल इन्फेक्शन से पीडि़त पशु में बुखार, चमड़ी में गठान, फोड़े होने के लक्षण नजर आने पर प्रभावित पशु को अलग रखना चाहिए। समय पर उचित उपचार होने से कुछ दिनों में इस रोग पर काबू पाया जा सकता है।