रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 जनवरी। नारायणपुर धर्मांतरण हिंसा कांड की गूंज दिल्ली में भी हो गई है। भारत देश के इसाई समाज के समस्त प्रतिनिधि दिल्ली में मार्च में इकठठा हो रहे हैं। प्रतिनिधि मंडल राष्ट्रपति से मिलकर छत्तीसगढ़ में हो रही संविधान की अवहेलना से अवगत कराएगा।
युनाइटेड क्रिश्चियन फ्रंट के अध्यक्ष जस्टिन पल्लीवादुकल, और एलेक्सिया युनाइटेड फोरम के चेयरमैन रेवरेंड डा.जानसन तेड़ाकईल ने मौके से लौट कर पत्रकार वार्ता में कहा कि हमारे दौरे में इसाई धर्मावलंबीयों से मिले जो अभी भी कोण्डागांव और नारायणपुर के शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं। जीवन यापन, बच्चों की पढ़ाई, ध्वस्त किये गए मकान, लुटी गई फसल, घरेलु सामग्री, खेतों पर कब्जा मुआवजा दिलवाने, इन सब समस्याओं पर छत्तीसगढ़ शासन गंभीरता से ले और त्वरीत कार्यवाही करें।
उन्होंने कहा कि समाजिक बहिष्कार, समुदायिक बोरवेल से पानी नहीं लेने देना, किराना दुकानों से इसाईयों को राशन खरीदने से रोका जा रहा है बहुत चिंतनीय स्थिति है। शासन अविलंब हस्ताक्षेप करें। धार्मिक स्वतंत्रता का निर्बाध पालन होना चाहिए। रेवरेंड जानसन ने मुख्यमंत्री से मांग है कि, सेवा निवृत्त हाई कोर्ट जस्टिस के निगरानी में हाई पॉवर कमेटी बनाई जाए। समयबदध सीमा में रिपोर्ट पर कार्यवाही की जाए।