रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 13 जनवरी। राजधानी में पिछले कुछ दिनों से शराब तस्करी के मामले बढ़ गए हैं। प्रदेश में देशी शराब की खेप एमपी, महाराष्ट्र से तस्करी की जाती रही है। इन सीमाओं पर पुलिस की चेकिंग कार्रवाही बढऩे से तस्करों ने महाराष्ट्र के रास्ते नागपुर,एमपी की शराब की खेप लाकर राजधानी और आसपास के जिलों में खपा रहे हैं। तस्कर छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र की सीमाओं में दूसरे सामानों की आड़ में पुलिस से बच बचाकर कच्चे रास्तों से शराब तस्करी करने करते रहे।
पिछले दिनों खबर के बाद पुलिस की कार्रवाई में शराब के अवैध कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। इसके साथ ही इस क्षेत्र में शराब को खपत करने का बड़ा ठिकाना बनाने की भी जानकारी सामने आई है। सूत्रों का यह भी कहना है कि असल में तस्कर दुर्ग के धमधा में ही बड़ा ठिकाना बना कर शराब छिपाने के लिए सक्रिय हुए थे। पुलिस की सक्रियता के बाद यह नेटवर्क ध्वस्त हुआ है। तस्करों ने शराब परिवहन कर उसे रायपुर,दुर्ग और राजनांदगांव शहर में खपाने की बात कही। जबकि असल में डंपिंग जोन धमधा को ही बनाए जाने के चर्चे हैं। शराब परिवहन की बात कहते हुए कुछ अधिकारी अपनी खाल बचाने में जुटे हुए हैं। मध्य प्रदेश के शराब तस्करों के साथ मिलकर धमधा से अवैध शराब के कारोबार का नेटवर्क बनाया गया था।
पुलिस के जानकारी के अनुसार पिछले दिनों चेकिंग के दौरान 550 पेटी, जिसकी कीमत 35 लाख को बरामद किया गया था। जब तस्कर शराब लेकर रायपुर बॉर्डर पहुंचे थे। मुखबीर की जानकारी मिलते ही गाडिय़ों की चेकिंग कर उन्हें पकड़ा। दो गाडिय़ां जब्त करने के बाद तस्करों से और बाकी ठिकानों के बारे में पूछताछ जारी है। सूत्रों का दावा है कि लंबे समय से धमधा के ग्रामीण क्षेत्रों में तस्कर शराब के काले कारोबार को अंजाम दे रहे हैं। इसमें अधिकारियों के मिलीभगत की भी आशंका जताई जा रही है। 350 पेटी अंग्रेजी और 200 पेटी देशी शराब के कारोबार की सूचना पुलिस को होने के बाद एक बड़ी कार्रवाई हुई है। इसके बाद से ही आबकारी विभाग में भी खासा हडक़ंप मचा हुआ है। फिलहाल पुलिस आरोपियों के नाम गोपनीय रखते हुए उनके तमाम ठिकानों की जानकारी ले रही है। अफसरों का कहना है कि इस चैन की जांच करने के बाद धंधा में एक बड़े रैकेट का चेहरा उजागर हो सकता है जो काफी लंबे समय से सक्रिय है।
ग्रामीण क्षेत्र में सबसे ज्यादा फोकस
शराब तस्करों ने प्रदेश में अवैध कारोबार करने के लिए सबसे ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों को फोकस कर रहे हैं। इसके पहले दुर्ग, बलोदा बाजार जिले के ग्रामीण क्षेत्रों से शराब तस्करों का नेटवर्क पकड़ा गया है जहां कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है। उनके पास से बड़ी मात्रा में दूसरे राज्यों की शराब बरामद की गई है। खुद रायपुर की टीम ने भी बड़ा खुलासा किया है। मालवाहक वाहनों में दूसरे सामानों की आड़ लेकर शराब तस्करी को अंजाम दिया जा रहा है।