सरगुजा

फसलों को नुकसान
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबिकापुर, 31 मार्च। शुक्रवार की शाम मेघ गर्जना व तेज हवा के साथ सरगुजा जिला के मैनपाट, लखनपुर, उदयपुर सहित अंबिकापुर व उसके आसपास के क्षेत्रों में जमकर बारिश और ओलावृष्टि हुई।
सर्वाधिक ओलावृष्टि मैनपाट में हुई, जहां खेत, खलिहान में बर्फ की चादर जैसा बिछा हुआ नजारा देखने को मिला, वहीं लखनपुर व अंबिकापुर नगर के समीप मेंड्रा में भी जमकर ओलावृष्टि हुई। इन क्षेत्रों में बड़े आकार के ओले गिरे, जिससे लोग सहम उठे। ओलावृष्टि होने के कारण किसानों की फसल को काफी नुकसान पहुंचने का अंदेशा है।
शुक्रवार की शाम 4 बजे से सरगुजा के कई क्षेत्रों में तेज हवा के साथ मूसलाधार बारिश व ओलावृष्टि हुई, जिसके कारण तापमान में 4 डिग्री की गिरावट आई है। लगभग 2 घंटे तक बारिश के कारण वातावरण में ठंडक आ गई है। वहीं किसान ओलावृष्टि से हुई फसलों के नुकसान के आंकलन में जुट गए हैं। ओलावृष्टि के कारण किसानों के मटर, बैंगन, फूलगोभी, पत्तागोभी, टमाटर सहित अन्य फसल खराब हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार एक चक्रीय चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पश्चिम राजस्थान के ऊपर 1.5 किमी तक विस्तारित है। एक और द्रोणिका/हवा की अनियमित गति दक्षिण तमिलनाडु से उत्तर छत्तीसगढ़ तक 0.9 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। जिसके कारण उत्तर छत्तीसगढ़ के सरगुजा में तेज हवा के साथ बारिश व ओलावृष्टि हो रही है।
इधर, मौसम को लेकर कृषि मौसम विज्ञान प्रभाग ने 1 दिन पूर्व ही सरगुजा संभाग के लिए प्रभाव आधारित कृषि मौसम पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया कि सरगुजा सम्भाग व समीप के जिलों में 31 मार्च को तेज हवाओं के साथ-साथ मेघ गर्जन/आकाशीय बिजली गिरने तथा ओलावृष्टि को लेकर चेतावनी दी थी और किसानों को कारगर उपाय बताये थे।