सरगुजा

अमेरिका के जैसे भारत में भी पारिवारिक ढांचा ध्वस्त होने का मंडरा रहा खतरा-पं. विजय शंकर
01-Apr-2023 8:33 PM
अमेरिका के जैसे भारत में भी पारिवारिक ढांचा ध्वस्त होने का मंडरा रहा खतरा-पं. विजय शंकर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
अंबिकापुर,1 अप्रैल।
कथावाचक पं. विजय शंकर मेहता ने कहा कि हमारे देश का तेजी से विकास हो रहा है। आने वाले 10-12 वर्षों में हम अमेरिका की तरह एक विकसित देश बन जाएंगे,अमेरिका में जिस तरह पारिवारिक ढांचा ध्वस्त हो रहा है और परिवार के मूल्यों का नाश हो रहा है भारत में भी इसी बात का खतरा मंडरा रहा है। इसलिए जरूरी है कि हम ऐसी गलती न करें। 

पंडित श्री मेहता शनिवार को सरगुजा पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए भगवान हनुमान और परिवार प्रबंधन जैसे विषयों पर चर्चा की। हनुमान भगवान स्वयं एक ब्रम्हचारी है और उनके द्वारा हनुमान की कथा में परिवार प्रबंधन का पाठ पढ़ाए जाने को लेकर किए सवाल पर पंडित विजय शंकर मेहता ने कहा कि हनुमान जी ब्रम्हचारी रहे, लेकिन उनके मूल स्वाभाव में सेवा और प्रेम कूट-कूटकर भरा हुआ था। प्रेम सेवा और धैर्य के कारण ही उनके शरीर से एक सकारात्मक ऊर्जा निकलती है और उनके इन्हीं गुण, स्वाभाव और सकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित होकर शत्रु भी उनकी प्रशंसा करने लगते हंै। हनुमान ब्रम्ह्चारी जरूर थे, लेकिन जिसका भी परिवार बिछड़ा या उजड़ा हनुमान ने ही बचाया। 

उन्होंने कहा कि आज के समय में हर घर के अंदर तनाव, उदासी और आपसी मतभेद है बस वे बाहर नहीं आ पा रहे हैं। आज समाज में एकल और छोटे परिवार का चलन हो गया है बच्चे पढ़ाई और कमाने के नाम पर दूसरे शहरों और विदेशों में जाकर रहने लगे है, लेकिन माता पिता इस बात से दुखी नहीं होते कि उनका बच्चा दूर चला गया है बल्कि वे तब दुखी होते है जब वे उन्हें भूल जाता है इसलिए बच्चों में पारिवारिक मूल्यों के प्रति लगाव होना जरुरी है।

योग और ध्यान करना जरुरी
आज के समय में बच्चों में बढ़ते तनाव और खुदकुशी की घटनाओं को लेकर पंडित मेहता ने कहा कि इन घटनाओं एक प्रमुख कारण मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग है। बच्चे पढ़ाई के साथ रात को भी मोबाइल, टीवी देख रहे है और वे एंजाइटी के शिकार हो रहे हंै। आज के समय में बच्चों को योग और ध्यान लगाने की जरूरत है। 

उन्होंने कहा कि आजकल लोगों को जल्दी सफलता चाहिए और फिर सफल होने के बाद उनमें अहंकार भी आ जाता है। इसके साथ ही विफलता मिलने पर वे अवसाद में भी चले जाते है। बच्चों में सकारात्मकता होनी चाहिए इसी लिए स्कूल-कॉलेजों में मेडिटेशन कराया जाना चाहिए। 

प्रेस वार्ता में पूर्व राज्यसभा सांसद रामविचार नेताम, भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अनुराग सिंह देव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता द्वितेन्द मिश्रा, जेपी श्रीवास्तव सहित अन्य मौजूद थे।

अन्य पोस्ट

Comments

chhattisgarh news

cg news

english newspaper in raipur

hindi newspaper in raipur
hindi news