सरगुजा
अंबिकापुर,14 अप्रैल। कौशल विकास उद्यमिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम में डॉ. भीमराव बाबा साहब अंबेडकर की जयंती पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।
डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती को देश में समानता दिवस के रूप में मनाया जाता है, जिसमें सभी प्रतिभागियों सहित मुख्य अतिथि की भी गरिमामय उपस्थिति रहीं। साथ ही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 4.0 स्किल हब के अंतर्गत ( प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना) के क्रियान्वयन पर भी बल दिया गया। मुख्य अतिथि के रूप में स्टेट कोऑर्डिनेटर एन.एस.डी.सी. से मोहम्मद यूसुफ , जन शिक्षण संस्थान सरगुजा के निदेशक एम सिद्दीकी, दीक्षा इंस्टीट्यूट से संचालक मनीष श्रीवास्तव,विजय चन्द्रा एवं अन्य की उपस्थिति रहीं।
कार्यक्रम अध्यक्षता करते हुए मनीष श्रीवास्तव ने बताया कि अम्बेडकर ने कहा, शिक्षा वह है जो व्यक्ति को निडर बनाए, एकता का पाठ पढ़ाए, लोगों को अधिकारों के प्रति सचेत कर संघर्ष की सीख दें। इसी तारतम्य में एम. सिद्दीकी ने बताया कि कौशल विकास और उद्यमिता सुधार भी आवश्यक है। अम्बेडकर समानता को लेकर काफी प्रतिबद्ध थे। उनका मानना था कि समानता का अधिकार धर्म और जाति से ऊपर होना चाहिए। प्रत्येक व्यक्ति को विकास के समान अवसर उपलब्ध कराना किसी भी समाज की प्रथम और अंतिम नैतिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। अगर समाज इस दायित्व का निर्वहन नहीं कर सके तो उसे बदल देना चाहिए।
इसी तारतम्य में स्टेट कोऑर्डिनेटर एन.एस.डी.सी. से मोहम्मद यूसुफ ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य ऐसे लोगों को रोजगार मुहैया कराना है जो कम पढ़े-लिखे हैं या बीच में स्कूल छोड़ देते हैं। स्किल इंडिया मिशम भारतीय युवाओं को उद्योग सम्बंधित प्रशिक्षण लेने के लिए सक्षम बनाती है, ताकि उन्हें बेहतर आजीविका हासिल करने में मदद किया जा सके। सरकार इस योजना के द्वारा कम पढ़े लिखे या 10वीं अथवा 12वीं कक्षा को किसी कारणवश स्कूल छोड़ चुके युवाओं को प्रशिक्षण उपलब्ध कराती है।
इस कार्यक्रम में 15 वर्ष से 35 वर्ष तक के युवा को योजना का लाभ लेना और स्वय के पैरों पर खड़ा हो जाना साथ ही स्वस्थ विकास को केन्द्रित करना इसका प्रमुख लक्ष्य है। इस प्रकार कार्यक्रम में श्री आकाश मिश्रा सोलर विभाग के मास्टर्स ट्रेनर अम्बिकापुर, शबीना खातून, रमेश यादव, पुनीता गुप्ता, आदि सभी की गरिमामय उपस्थिति रहीं।