बेमेतरा

संसदीय सचिव गुरूदयाल ने किया छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ
18-Jul-2023 8:01 PM
संसदीय सचिव गुरूदयाल ने किया छत्तीसगढिय़ा ओलंपिक का शुभारंभ

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 18 जुलाई। छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक 23-24 जिला स्तरीय खेल का शुभारंभ रिमझिम फुहारों के बीच जवाहरलाल नेहरू कला एवं विज्ञान स्नातकोत्तर महाविद्यालय में संसदीय सचिव व विधायक नवागढ़ श्री गुरुदयाल सिंह बंजारे ने छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर दीप प्रज्वलित कर किया।

उन्होंने खेती-किसानी से जुड़े औजारों की पूजा भी की।इस मौके पर अतिथियों द्वारा परिसर में वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर रस्सी खिंच , गेड़ी दौड़ व  नारियल फेक प्रतियोगिता हुई इसमें महिलाओं ने भी हिस्सा लिया।

संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे कहा कि हमारी लोककला और संस्कृति विलुप्त हो रही थी। वहीं पारंपरिक खेल भी आधुनिकता की दौड़ में पीछे छूट रही थी। इसको मुख्यमंत्री ने महसूस किया और इसे सहेजने के लिए पारंपरिक छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक खेल का आयोजन पिछले साल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सफलता एक दिन में नहीं मिलती। लक्ष्य बनाकर इसे पूरा करें तभी आप लक्ष्य हासिल कर सकते है। संसदीय सचिव ने कहा कि आज से पूरे छत्तीसगढ़ के साथ बेमेतरा जिले में भी हरेली तिहार का आयोजन हो रहा है। साथ ही छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलो का आगाज भी हो गया है। उन्होंने सभी जिलेवासियों को हरेली तिहार और छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक की बधाई और शुभकामनाएँ दी।

मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत व कार्यक्रम की नोडल अधिकारी लीना मण्डावी ने स्वागत भाषण में कहा कि आधुनिक परिवेश में काल के ग्रास बनते जा रहे छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेलों से नयी पीढ़ी को अवगत कराने के लिए छत्तीसगढिय़ा ओलम्पिक का शुभारम्भ सरकार द्वारा की गई है। छत्तीसगढ़ में दूसरी बार हो रही पारम्परिक खेलों और खेलकूद प्रतियोगिता का बेमेतरा जिले में जबरदस्त उत्साह है। खेल प्रतियोगिता जिला, संभाग और राज्य स्तर पर होंगी। इस बार दो नये खेल जुड़े हैं। अभी राजीव मितान क्लब के माध्यम से खेल खेला गया।

छत्तीसगढ़ के पहली तिहार में पहली पंक्ति के लोग रहे नदारद

कलेक्टर किसी कार्य से मुख्यालय से बाहर है। एसपी इस आयोजन में नजर नहीं आई। विधायक आशीष छाबड़ा भी अपने नगर में नजर नहीं आए। जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बंसी पटेल भी नजर नही आए। आयोजन तो परम्परा को बढ़ावा देने के लिए था पर किस परम्परा को बढ़ावा दिया जा रहा है।

 इस पर यदि गौर किया जाय तो राज्य सरकार की आयोजन को उनके ही मातहत स्वीकार नहीं रहे है। हरेली को राज्य का प्रथम त्यौहार माना जाता है।

प्रथम त्यौहार में प्रथम पंक्ति के लोग ही यदि गायब है तो यह हरियाली के विपरीत है। मुख्यमंत्री जिस त्यौहार को लेकर उत्साहित हैं उसमें जो कुछ दिखा यह शुभ संकेत नहीं है।

कोई सूचना नहीं

जिला कांग्रेस अध्यक्ष बंशी पटेल ने कहा कि जिला मुख्यालय में संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे के आतिथ्य में हुए आयोजन की मुझे किसी तरह से जानकारी नहीं मिली है।

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