रायपुर
भाजपा ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अभनपुर, 22 जुलाई। स्थानीय मुद्दों के निराकरण में क्षेत्रीय विधायक पर निष्क्रियता व पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के तत्वावधान में विधानसभा स्तरीय धरना प्रदर्शन कार्यक्रम जनपद पंचायत कार्यालय के पास आयोजित कर एसडीएम आफिस में तहसीलदार को राज्यपाल के नाम पर 16 कण्डिका का ज्ञापन सौंपा गया।
मुख्य वक्ता प्रहलाद रजक, पूर्व मंत्री चंद्रशेखर साहू, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष अशोक बजाज, रायपुर ग्रामीण जिला अध्यक्ष व जिला पंचायत उपाध्यक्ष टंकराम वर्मा द्वारा सभा को संबोधित करते हुए कहा गया कि राज्य सरकार के संरक्षण में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा व्याप्त भ्रष्टाचार, मनमानी, तानाशाही व राजनीतिक विद्वेष के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया गया।
ज्ञापन में लिखा गया है कि इस क्षेत्र के विधायक द्वारा दुर्भावना के साथ पद का दुरुपयोग किया जा रहा है, अधिकारियों के ऊपर सत्तातंत्र का भय दिखाकर अनुचित दबाव डाला जाता है जिसे कोई भी अधिकारी स्वीकार तो नहीं करेगा पर दबी जुबान में जरुर ये सब बातें कहीं जातीं हैं। विधायक व उसके समर्थकों द्वारा क्षेत्र में दहशत फैलाकर रखा जाता है, जिससे लोगों का आम जनजीवन प्रभावित हुआ है।
तानाशाही और गुण्डागरदी की हद तक विधायक के समर्थक अभद्र तौर तरीके से पेश आते हैं। विधायक के संरक्षण में सैद्धांतिक राजनीति करने की बजाय प्रतिकार की राजनीति करने के लिए समर्थकों व अधिकारियों द्वारा नियमों व कानूनों को भी ताक पर रख दिया जाता है। शराब भ_ी से विधायक का ताना बाना जुड़ा हुआ है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन के लिए भी विधायक ने कभी विचार ही नहीं किया। चिटफण्ड कम्पनी के निवेशकों को उनके राशि वापस दिलाने का वादा विधायक द्वारा किया गया था पर अभी तक किसी भी निवेशक को जमाराशि प्राप्त नहीं हुईं हैं। सरपंचों को उनके अधिकार क्षेत्र के दायरे में भी स्वतंत्रतपूर्वक काम नहीं करने दिया जाता तथा भाजपा समर्थित व निष्पक्ष सरपंचों के विरुद्ध पंचायत राज अधिनियम की धारा 40 का गैरकानूनी तरीके से दुरुपयोग किया जा रहा है। विधायक तो एक तरफ कमीशनखोरी को संरक्षण दे रहे हैं वहीं दूसरी तरफ महिलाओं को प्रलोभन देते हुए अनेकानेक गैरजरुरी सामग्री का वितरण किया जाता है। लोकतांत्रिक व्यवस्था में निर्वाचित जनप्रतिनिधि को सबके हितों की रक्षा करते हुए समाज के उत्थान के लिए काम करना चाहिए जबकि विधायक की कार्यशैली निष्पक्ष नहीं है। विधायक के हस्तक्षेप होने के कारण शासन की गाइडलाइन के विपरीत सरकारी नियुक्तियां पारदर्शी व गैर राजनीतिक नजर नहीं आती हैं। इस क्षेत्र में भारतमाला परियोजना व रायपुर विशाखापटनम सडक़ परियोजना में तात्कालीन अधिकारियों द्वारा विधायक के संरक्षण में मुआवजा का बंदरबांट किया गया है, जिस पर विस्तृत जांच करना चाहिए।
राज्यपाल से आग्रह किया गया कि अभनपुर विधानसभा क्षेत्र में कानून व्यवस्था के उचित क्रियान्वयन हेतु राज्य सरकार को निर्देश देने कृपा करें जिससे विधायक के मनमानीपूर्ण रवैये के विरुद्ध क्षेत्र की जनता को न्याय प्राप्त हो सके। इस दौरान मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, नारायण यादव, उमेश यादव, डेनिस चंद्राकर, जिला महामंत्री अनिल अग्रवाल तिल्दा, संतोष शुक्ला, हृदयराम साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष कुंदन बघेल, महिला मोर्चा जिला महामंत्री चेतना गुप्ता, संगीता शर्मा,नंदनी साहू, किशन सिन्हा, इन्द्रकुमार साहू, दलजीत चावला, राघवेन्द्र साहू, राजेश साहू, परदेसी साहू, लौटन गिलहरे, गोयल भट्ट, व सैंकड़ों क्षेत्रवासी उपस्थित थे।