महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 22जुलाई। बसना विकासखंड के ग्राम ठूठापाली अंतर्गत लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह ने योजना की शुरुआत से अब तक वर्मीकपोस्ट खाद, सब्जी बाड़ी, मुर्गी पालन व अन्य विभिन्न गतिविधियों से गौठान में 9 लाख, 19 हजार 882 रुपए की कमाई की है। इस योजना के तहत महासमुंद जिले के ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र के गौठानों में नियमित गोबर की खरीदी व वर्मी कम्पोस्ट का उत्पादन समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है। इस योजना को तीन साल पूरे हो गए हंै। यह योजना 20 जुलाई 2020 को शुरू हुई थी।
विकास खण्ड बसना की बात करें तो यहां के सभी गौठानों में गोबर की खरीदी और वर्मी खाद तैयार करने की प्रक्रिया सुचारू रूप से चल रही है। बसना से तकरीबन 18 किलोमीटर दूर ग्राम ठूठापाली में लक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों द्वारा अब तक 2102 क्विंटल जैविक खाद उत्पादन व अन्य सामग्री तैयार कर 6 लाख 23 हजार रुपए कमाए हंै। इसमें इनमें सुपर कम्पोस्ट खाद 802 क्विंटल एवं वर्मी कम्पोस्ट खाद 1300 क्विंटल शामिल है।
इसके साथ-साथ स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा गौठान में सब्जी बाड़ी एवं मुर्गी पालन का कार्य करते हुए परिवार की आर्थिक स्थिति को काफी मजबूत किया गया है। लक्ष्मी महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों द्वारा वर्मी खाद् के अलावा सब्जी बाड़ी एवं मुर्गी पालन से लगभग आय अर्जित में से सब्जी बाड़ी का 34450 रुपए एवं मुर्गी पालन से 2 लाख 62 हजर 400 रुपए का आय प्राप्त हुआ है। जिसमें पूर्ण रूप से संबंधित विभाग द्वारा सहयोग किया गया। इस प्रकार समूह का कुल आय 9लाख 19 हजार 882 रुपए अर्जित हुआ है।
लक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों ने बताया कि गोधन न्याय योजना से जुडऩे के पूर्व उनकी स्थिति बंद दरवाजा में रहकर घर संभालने एवं बच्चों के लालन पालन एवं अन्य घरेलू कार्य में सिमट कर रह जाती थी।
किन्तु गोधन न्याय योजना में जुडऩे के बाद हमारी आर्थिक स्थिति में काफी ज्यादा सुधार आया है। इसके साथ ग्रामीण महिलाएं अपने बल पर अतिरिक्त आय कर पारिवारिक आर्थिक स्थिति और बेहतर कर रही है।