महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 5 अक्टूबर। बरोंडा बाजार स्थित बाल संप्रेक्षण गृह से शुक्रवार तडक़े करीब 5 बजे फरार हुए 4 अपचारी बालक अब तक पकड़ से बाहर हैं। इस दौरान घायल सुरक्षा में तैनात नगर सैनिक संजय मिश्रा और अंटेडेन्ट गोपाल चंद्रा की हालत स्थिर बनी हुई है।अपचारी बालकों ने फरार होते वक्त पत्थर मारकर दोनों को घायल कर दिया था। इसके बाद मुख्य दरवाजे की चाबी चुराकर फरार हो गये थे।
जानकारी अनुसार बाल संप्रेक्षण गृह से 3 साल में 20 बच्चे फरार होने की घटना घटी है, लेकिन जेल प्रशासन ने वहां चौकसी नहीं बढ़ाई है। 22 जून 2022 की सुबह भी तीन अपचारी बालक फरार हो गए थे। तब भी तीनों अपचारी बालकों ने कमरे के बाहर लगे चैनल गेट का ताला खोला और पीछे की दीवार फांदकर फरार हुए थे। इसी प्रकार 15 अक्टूबर 2021 को भी इसी बाल संप्रेक्षण गृह से 9 अपचारी बालक एक साथ फरार हो गए थे। इस बार अपचारी बालक कमरे की खिडक़ी तोड़ दीवार के कंटीले तार पर चप्पल रख कूदकर फरार हुए थे। जिनमें 4 बच्चे बलौदाबाजार जिले और 5 बच्चे महासमुंद और सरायपाली ब्लॉक के थे। ये सभी बच्चे चोरी, आम्र्स एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और आबकारी के तहत शासकीय बाल संप्रेक्षण गृह लाए गए थे।
इससे पहले 12 मई 2021 को भी यहां से 4 अपचारी बालक फरार हो गए थे। कोरोना काल के दौरान जब न्यायायिक मजिस्ट्रेट यहां निरीक्षण करने पहुंचे तो बाल संप्रेक्षण गृह के कमरों में आइसोलेट अपचारी बालकों के फरार होने की जानकारी हुई थी। ये बालक कमरे की खिडक़ी की ग्रिल तोड़ दीवार के पास गिरे पेड़ की डंगाल के सहारे दीवार पर चढ़े और कूदकर फरार हो गए। इस तरह पिछले तीनों साल में अब तक यहां से 20 बच्चे फरार हो चुके हैं।
हाल की घटना में शुक्रवार की सुबह रोजाना की तरह सभी अपचारी बालक नींद से जाग गये। इस दौरान नगर सैनिक संजय मिश्रा और अटेंडेंट गोपाल चंद्रा ड्यूटी पर थे। फरार अपचारी बालकों में सभी गंभीर अपराधों में यहां लाये गये थे। इनमें से 2 चोरी, 1 गांजा तथा 1 अनाचार के मामलों में यहां रखे गये थे। कल शाम ही विभागीय अमले ने इसकी शिकायत सिटी कोतवाली में दर्ज कराई है। फ रार अपचारी बालकों की पतासाजी के लिये सायबर तथा सिटी कोतवाली की टीम जुट गई है।
घटना की सूचना मिलते ही नायब तहसीलदार तथा एसडीएम ने मौके पर पहुंचकर वहां तैनात घायल बाल संप्रेक्षण चौकसी को इलाज के लिए पहुंचाया था। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सैनिक, अटेंडेट को रायपुर रिफ र किया गया है।
इस मामले में मंजूलता बाज एसडीओपी महासमुंद ने कहा है कि अपचारी बालकों की पतासाजी के लिये सायबर व सिटी कोतवाली की एक टीम बनाकर रवाना किया गया है। आसपास लगे सीसी टीव्ही के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देशन में काम कर रहे हैं। शीघ्र सभी तक पुलिस पहुंच जाएगी। फ रार हुए अपचारी बालकों में 2 बच्चे गरियाबंद, एक बलौदाबाजार और एक सरायपाली निवासी हैं। जैसे ही बालकों के फरार होने की जानकारी संप्रेषण गृह के अन्य को हुई इसकी सूचना महिला एवं बाल विकास अधिकारियों को दी गई थी। कल सुबह जब दोनों तैनात अधिकारी अपचारियों की गणना की तैयारी कर रहे थे तभी 5 बजे के आसपास बालकों ने पहले दोनों को पत्थर मारकर घायल किया तथा उनके पास रखे मुख्य दरवाजे की चाबी लेकर गेट का ताला खोलकर फरार हो गये।
मालूम हो कि प्रबंधन द्वारा यहां सुरक्षा के लिए दीवार पर कंटीले तार और सीसीटीव्ही कैमरा लगाया गया है। बावजूद अपचारी बालक भागने में कामयाब हो रहे हैं। इस बार तो फरार अपचारी बालक तो सुरक्षा में तैनात नगर सैनिक और अटेंडेंट को घायल कर चाबी चुराकर भाग निकले। इसे सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला माना जा रहा है। बताना जरूरी है कि जहां सप्रेक्षण गृह का निर्माण हुआ है, वहां आसपास का इलाका बिल्कुल सूना है। फलस्वरूप अपचारियों को फरार होने की सुविधा होती है। यहां महज कुछ कर्मचारियों के भरोसे सभी अपचारी बालक रहते हैं।