महासमुन्द
महासमुंद, 22 जुलाई। एकीकृत बाल संरक्षण योजना मिशन वात्सल्य महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा स्पान्सरशीप योजनान्तर्गत ऐसे बच्चों की चिकित्सकीय, पोषण, व्यवसायिक प्रशिक्षण एवं शैक्षणिक आवश्यकतओं की पूर्ति हेतु परिवारों को अनुपूरक सहायता के रूप में धनराशि प्रदान किया जाएगा। जिससे बच्चे के जीवन स्तर की गुणवत्ता में सुधार हो सके और बालक का सर्वोत्तम हित सुनिश्चित किया जा सके।
मिशन वात्सल्य योजना का उद्देश्य बच्चों को किन्हीं भी कारणों से स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र, व्यवसायिक प्रशिक्षण से विरत न किया जा सके और वह अनवरत शिक्षण, प्रशिक्षण प्राप्त कर सके। बच्चों को उनके जैविक, विस्तारित परिवार से अलग होने, बेघर होने से बचाना है। बालकों संस्थागत रेस्क्यु किये गये पीडि़त को प्रवर्तकता के माध्यम से उनके जैविक, विस्तारित परिवार में वापस भेज कर पुनर्वासित किया जाना,संस्थागत देखरेख से बच्चों को परिवार आधारित देख.रेख में स्थानान्तरित किया जाना, ऐसे परिवार, पालक जो आर्थिक विपन्नता, अशक्तता के कारण अपने बच्चों की अपेक्षित देखरेख नहीं कर पा रहे,जिससे बच्चे के परिवार से अलग होने का खतरा हो या उनका विकास प्रभावित हुआ हो, उन्हें परिवार आधारित प्रवर्तकता से लाभान्वित किया जाना है।