महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 24 जुलाई। महासमुंद शहर सहित आसपास के ग्रामों में इन दिनों आई फ्लू कंजेक्टिवाइटिस के मरीजों की संख्या में इजाफ ा हुआ है। बारिश और उमस की वजह से आंखों में संक्रमण की शिकायतें लगातार मिल रही है। मेडिकल कॉलेज तथा सिटी क्लीनिक में रोजाना दर्जनों लोग इसकी शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। शहर के अनेक मोहल्लों में आंखों के मरीज निकल रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि इस मौसम में वायरल संक्रमण की वजह से आंखों में यह रोग फैलता है। इस मौसम में आंखों की सुरक्षा के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है। बारिश के मौसम के चलते वातावरण में नमी बनी हुई है। फलस्वरूप इस मौसम का आंखों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
सिटी क्लिनिक से मिली जानकारी के अनुसार इस समय अधिकत्तर कंजेक्टिवाइटिस के मरीज आ रहे हैं। शहर के तमाम अस्पतालों में आंखों के मरीज पहुंच रहे हैं। मरीजों में सर्वाधिक संख्या युवाओं व बच्चों की है। डाक्टरों का कहना है कि कंजेक्टिवाटिस एक संक्रमण है। जो पलक नेत्र गोलक के सफेद भाग को बढ़ाता है। जब कंजेंक्टिवाइटिस में छोटी रक्त वाहिकाएं सूज जाती हैं, तो वे अधिक प्रभावित हो जाती हैं। यही कारण है कि गुलाबी दिखाई देता है, इसलिए इसे गुलाबी आंख कहा जाता है। कंजंक्टिवाइटिस में आंखों में जलन और खुजली के साथ-साथ सफेद चिपचिपा द्रव्य भी निकलता है। प्रभावित को आंख खुजलाने की लगातार इच्छा होती है। कुछ मामलों में दर्द भी हो सकता है। है। सामान्य तौर पर कुछ संक्रामक बैक्टीरिया या गैर-संक्रामक पदार्थ जैसे धूल,अन्य व्यक्ति का साबुन, एलर्जी के कारण हो सकते हैं।
इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.राजेश साहू का कहना है कि यह एक प्रकार का वायरल इंफेक्शन ही है। लोगों में एक प्रकार की गलत फहमी है कि या देखने से फैलता है। लेकिन ऐसा नहीं हैं। यह टॉवेल व रुमाल उपयोग करने से फैलता है। लक्षण दिखते ही चिकित्सक से संपर्क साधना चाहिए। फ्लू से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए व्यक्ति को आई फ्लू हो सकता है। जुकाम और बुखार के लक्षण भी दिख सकता है।