बेमेतरा

शहर में तीसरी आंख हुई कमजोर
24-Jul-2023 4:21 PM
शहर में तीसरी आंख हुई कमजोर

लाखों रुपए खर्च करने के दावे, फिर भी ज्यादातर कैमरे मिले बंद

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 24 जुलाई।
ट्रैफिक व्यवस्था समेत अन्य गतिविधियों की मॉनिटरिंग के लिए शहर के चौक-चौराहों में अत्याधुनिक कैमरे इंस्टाल करने के नाम पर लाखों रुपए खर्च किए गए। बावजूद ज्यादातर कैमरे खराब हो गए हैं । वहीं कई चौक-चौराहों पर एक भी कैमरा नहीं लगाया गया हैं। ऐसी स्थिति में अपराध की घटनाओं में आरोपियों को पकडऩे में अपेक्षित मदद नहीं मिल पा रही है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021-22 में डीएमएफ फण्ड से 10 नग एएनपीआर कैमरा इंस्टाल करने के लिए 12 लाख रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग चेक पोस्ट ग्राम उमरिया, टेमरी एवं देवरवीजा में बेरियर आउटपोस्ट, चेकपोस्ट में 6 एएनपीआर कैमरा सिस्टम अपग्रेड करने एवं मौहभाठा 4 नग कैमरा लगाए जाने के लिए 3 लाख 87 हजार रुपए स्वीकृत किए गए हैं। इसी प्रकार पुलिस अधीक्षक कार्यालय के माध्यम से 4 नग कंप्यूटर सेट, 2 नग लैपटॉप, प्रोजेक्टर, फर्नीचर सामग्री, साइबर सेल के आधुनीकरण व मरम्मत कार्य के लिए 10 लाख रुपए की मंजूरी दी गई थी । शहर के बेहतरी के लिए तत्कालीन कलेक्टर ने इन कार्यो के लिए डीएमएफ फंड से कुल 25 लाख 87 हजार रुपए स्वीकृत किए थे।

कई चौक-चौराहों पर नहीं लगा एक भी कैमरा 

शहर के कई चौक-चौराहे अभी भी तीसरी निगाह की निगरानी से दूर हैं। इन चौक-चौराहों में एक भी कैमरा इंस्टॉल नहीं किया गया है । जिसमें मुख्य रुप से दुर्ग मार्ग पर सिंघौरी चौक और जिला कोर्ट के समीप भारत माता चौक में एक भी कैमरा नहीं लगाए गए हैं। आजकल अपराधी शातिराना ढंग से अपराध को अंजाम दे रहे हैं । अपराध करने के पूर्व शहर की रेकी कर कैमरे की निगरानी से बचने का रास्ता निकाला जाता है, ऐसी स्थिति में चौक-चौराहों पर कैमरा नहीं लगे होने से अपराधियों का वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाना आसान होता है।
डीएमएफ फंड से स्वीकृत 25 लाख 87 हजार रुपए की उपयोगिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि स्वीकृत राशि से चौक-चौराहों पर कैमरे इंस्टॉल करने को लेकर पुलिस विभाग की ओर से कोई स्पष्टता नहीं है। शहर के चौक-चौराहों पर कैमरा इंस्टॉलेशन की जानकारी को लेकर आरटीआई कार्यकर्ता ओमकार वर्मा ने सूचना के अधिकार के तहत आवेदन किया था इसमें कैमरा के इंस्टाल करने से संबंधित निविदा, वर्क आर्डर, कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र समेत अन्य जानकारियां मांगी गई थी, लेकिन विभाग की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया।

कैमरा इंस्टालेशन की जांच में होंगे बड़े खुलासे  

अत्याधुनिक कैमरे लगाने पर लाखों रुपए खर्च किए जाने के दावा किया जा रहा है, लेकिन धरातल पर दावे खोखले साबित हो रहे हैं। ज्यादातर कैमरों के खराब होने से प्रशासन की पोल खोल कर रख दी है। व्यवस्था को दुरुस्त करने को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं दिख रहा है । पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष विजय सिन्हा के अनुसार जिला खनिज न्यास निधि से शहर के चौक चौराहों पर कैमरे लगाने के नाम पर खर्च किए गए लाखों रुपए की जांच में बड़े खुलासे होंगे। यहां कागजों में कैमरे लगाकर भुगतान कर दिया गया।

ट्रैफिक सिस्टम होगा दुरुस्त 

किसी भी शहर का आईना होता है, वहां का ट्रैफिक सिस्टम। बेमेतरा शहर के गुरु गोविंद सिंह चौक, सिंघौरी चौक, परशुराम चौक, नवागढ़ चौक, कोबिया चौक में ट्रैफिक को कंट्रोल करने सिग्नल लगाए गए हैं लेकिन शहर में एकमात्र गुरु गोविंद सिंह चौक पर ही सिग्नल चालू है। शेष स्थानों पर सिग्नल का उपयोग नहीं किया जा रहा। लेकिन यहां रेड लाइट को जंप करना आम बात है। ट्रैफिक नियमो के प्रति जागरूक करने के बावजूद कई लोग मनमानी करते हैं। इसलिए अत्याधुनिक कैमरों के लगने से लोगों की मनमानी पर अंकुश लगेगा और ट्रैफिक नियमों को तोडऩे वालों पहचान कर ई-चालान की। कार्रवाई में आसानी होगी।

पड़ताल में शहर के चौक-चौराहों पर लगे ज्यादातर कैमरे मिले बंद 

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहर के सिग्नल चौक, नवागढ़ चौक, परशुराम चौक एवं कोबिया चौक में 4-4 कैमरा लगे हुए हैं। पत्रिका की पड़ताल में चौक-चौराहों में ज्यादातर कैमरा बंद मिले। सिग्नल चौक में 4 में से एक कैमरा टूटा हुआ मिला वही दूसरा कैमरा बंद था। नवागढ़ चौक में 4 कैमरा में से दो कैमरा टूटे और दो बंद मिले । कोबिया चौक में 4 कैमरा में से दो बंद मिले। वहीं परशुराम चौक में 4 कैमरा में से सभी चालू मिले। इस तरह शहर में चौक चौराहों में लगे 16 कैमरों में से 7 कैमरे बंद मिले।

खनिज न्यास निधि से एनपीआर कैमरों के लिए राशि हुई थी स्वीकृत 

एनपीआर एक प्रकार का विशेष कैमरा है। जिससे गाडिय़ों का नंबर प्लेट रीड किया जा सकेगा। इससे क्राइम या एक्सिडेंट कर भाग रहे चालक की गाड़ी को डिटेक्ट किया जा सकेगा। शहर के कोबिया चौक, सिग्नल चौक, रेस्ट हाउस चौक, नवागढ़ तिराहा समेत अन्य जरूरी स्थानों पर कैमरे लगाए जाने थे। जानकारी के अनुसार शहर के चौक चौराहों में वर्ष 2019 सामान्य कैमरा को लगाए गए थे। वर्ष 2021-22 में जिला खनिज न्यास निधि से एनपीआर कैमरों के लिए राशि स्वीकृत हुई थी। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पटेल ने कहा कि समय-समय पर बंद कैमरों का मेंटेनेंस कराया जाता है। बंद कैमरों को चालू करने तकनीकी जानकार से मेंटेनेंस कराया जाएगा, ताकि चौक-चौराहों पर लगे सभी कैमरों की उपयोगिता हो।
 

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