महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 25 जुलाई। जिला मुख्यालय से 6 किलो मीटर की दूरी पर स्थित 2 गांवों में पिछले 3 दिनों में आई फ्लू (कंजक्टिवाइटिस) के 80 मरीज मिले हैं। इसके अलावा अन्य गांवों में भी 5-7 मरीज मिलने की खबर है। कोई सप्ताह भर से मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामों में कंजक्टिवाइटिस का प्रकोप देखने को मिल रहा है। बच्चे तथा युवा इसके सबसे शिकार हो रहे हैं। हालांकि, 4-5 दिनों में लोगों को आराम भी मिल रहा है, लेकिन प्रकोप की गति तेज है।
मिली जानकारी के अनुसार लाफि नखुर्द तथा इसके 4 किलोमीटर की दूरी पर लगे ग्राम लाफिनकला में कंजक्टिवाइटिस का खास प्रभाव देखा जा रहा है। जिनमें अनेक मरीज मेडिकल कॉलेज पहुंचकर उपचार करा रहे हैं तो अनेक निजी नर्सिंग होम या शहर सहित आसपास के गांवों में आई फ्लू का प्रकोप देखा जा रहा है।
मालूम हो कि आज से लगभग 12-15 साल पूर्व महासमुंद जिले में कंजक्टिवाइटिस का प्रभाव देखा गया था। इसके बाद इस वर्ष इसका प्रभाव देखा गया है। खासतौर पर छोटे बच्चों को इससे काफी परेशानी हो रही है। शहर के अनेक स्कूलों के बच्चों में भी यह प्रकोप जारी है। शहर के गुड़रूपारा, नयापारा में 2 दिन पहले महज एक्का-दुक्का मामले मिले थे। अब गुड़रूपारा में भी इसका फैलाव तेजी से हो गया है। कल बजरंग चौक के आसपास 5 नए मामले मिले हैं। संभावना है कि गुड़रूपारा तथा नयापारा मिलाकर 25 से 30 मरीज शहर में हैं। डॉक्टरों के मुताबिक शहर के कई लोग आई फ्लू के सामान्य मामले में अस्पताल नहीं पहुंचते। लिहाजा वायरल मामलों के आंकड़े स्पष्ट नहीं मिलते।
चिकित्सकों द्वारा मरीजों को उचित सलाह दी जा रही है। इसके चलते दोनों ग्रामों में उचित उपचार हेतु मुनादी कर दी गई है। आई फ्लू के फैलाव को अनेक ग्रामीण दैवीय प्रकोप मानकर शीतला मंदिर में पूजा-अर्चना कर रहे हैं। इस संबंध में मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट डॉ.बसंत माहेश्वरी कहते हैं कि अभी वायरल जैसे ही इसकी शिकायतें मिल रही है। दोनों गांवों में कैम्प लगाया जाएगा। हालांकि वहां उपस्वास्थ्य केंद्र में जरूरी इलाज जारी हैं।