कोण्डागांव
अब जिला अस्पताल में तेजी से हो रहा सुधार
शंभू यादव
कोण्डागांव, 25 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। जिला के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत बनजुगानी की गर्भवती शांति कोर्राम का कोण्डागांव के निजी केएनएच अस्पताल में 12 जून को सिजेरियन ऑपरेशन के माध्यम से प्रसव करवाया गया। प्रसव के लिए किए गए ऑपरेशन के बाद से शांति की हालत और खराब होने लगी। जिसके बाद उसे नगर के एक और निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इसके बाद भी मामले में सुधार नहीं आया।
अंतत: मामला कोण्डागांव के कुछ जागरूक युवकों तक पहुंचा। जागरूक युवकों के समूह ने गंभीर रूप से पीडि़त शांति को जिला अस्पताल दाखिल करवाया है। यहां तेजी से शांति के स्वास्थ्य में सुधार आ रहा हैं। संभावना है कि, कुछ महीने में शांति स्वयं से चलने फिरने भी लगेगी।
जानकारी अनुसार, बनजुगानी गांव के 28 वर्षीय चौबीस कोर्राम के साथ 2 मई 2022 को शांति कोर्राम का पारंपरिक रीति-रिवाज से विवाह हुआ। लगभग एक वर्ष के अंतराल में शांति कोर्राम गर्भवती हुई। प्रसव के लिए उसे कोण्डागांव के जिला अस्पताल ले जाया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की हड़ताल के कारण उसे रेफर कर दिया गया। परिजनों ने हड़ताल की समस्या को समझते हुए उसे स्थानीय निजी अस्पताल केएनएच में दाखिल करवाया, जहां 12 जून को सिजेरियन ऑपरेशन की सहायता से शांति कोर्राम ने बेटी को जन्म दिया।
सिजेरियन ऑपरेशन के बाद शुरू हुआ शांति के समस्याओं का सिलसिला
12 जून को शांति कोर्राम का सिजेरियन ऑपरेशन से डिलीवरी करने के बाद उसे छुट्टी दे दिया गया। लेकिन लगभग सप्ताह भर पेट में दर्द की समस्या होने से उसे दोबारा कोण्डागांव के निजी अस्पताल केएनएच लाया गया। डॉक्टरों ने उसका दोबारा ऑपरेशन करने की बात कही, परिजनों ने डॉक्टर की सलाह मानते हुए 20 जून को उसका दोबारा ऑपरेशन करवाया।
मलद्वार के बजाय पेट में लगे टांकों से बाहर आ रहा है मल
20 जून को शांति कोर्राम का दोबारा ऑपरेशन तो कर दिया गया, लेकिन पेट में दर्द अब विकराल रूप ले चुका था। शांति कोर्राम के पेट का मल मलद्वार के बजाय ऑपरेशन वाले टांकों से ही बाहर निकलने लगा। मामला जब गंभीर हुआ तो केएनएच अस्पताल ने मरीज को अस्पताल से रिफर कर दिया। मजबूरन शांति कोर्राम को कोण्डागांव के एक अन्य निजी अस्पताल में उपचार के लिए दाखिल करवाया गया।
कोण्डागांव के जिला अस्पताल में सुधर रहा है शांति का स्वास्थ्य
शांति कोर्राम को जब दूसरे निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया तो उसके पेट में लगे ऑपरेशन के टाकों से मल बाहर आ रहा था। पेट का मल मलद्वार के बजाय टाको से बाहर आने से दूसरे निजी अस्पताल ने भी शांति कोर्राम को रेफर करने का फैसला लिया। मामले की जानकारी जैसे ही कोण्डागांव नगर के कुछ जागरूक युवकों को लगी उन्होंने जिला अस्पताल में संपर्क किया। जिसके बाद शांति को उपचार के लिए जिला अस्पताल में दाखिल करवाया गया है।
जिला अस्पताल में हुए दो ऑपरेशन
कोण्डागांव के जिला अस्पताल में शांति कोर्राम का उपचार कर रहे डॉ. एस नागुलन ने चर्चा करते हुए बताया कि, उसके स्वास्थ्य में तेजी से सुधार आ रहा है। अब तक जिला अस्पताल में शांति का दो ऑपरेशन हो चुका है। उसे पूरी तरह से स्वस्थ होने में लगभग 8 से 10 महीने का समय लग सकता है।
टीबी के कारण शांति के उपचार में हो रही समस्या
जिला अस्पताल में पदस्थ लेप्रोस्कोपिक सर्जन डॉ. एस नागुलन ने बताया कि, शांति को गंभीर टीवी बीमारी है, जिसे कारण सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान परेशानी हुई है। शांति को उपचार के लिए मुंह के रास्ते गोली खिलाना अभी संभव नहीं है। कोशिश किया जा रहा है कि इंजेक्शन और लिक्विड के माध्यम से शांति का उपचार जल्द पूरा किया जाए। हालांकि डॉक्टरों ने भरोसा जताया है कि, शांति के स्वास्थ्य में जल्द सुधार आएगा।