रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 15 सितंबर। रायपुर नगर निगम में कर्मचारी फर्जीवाड़ा सामने आया है। यानी कर्मचारी नहीं फिर भी रोजाना ड्यूटी आकर टेबल पर बैठकर निगम के काम करते और कराया जाता है। ऐसा ही एक फर्जी मामला प्रकाश में आया है। ताजा उदाहरण जोन-5 का है।
यहां के 2 व्यक्ति गुल्लन शर्मा व चंद्रेश साहू निगम के नियमित कर्मचारी की तरह कार्य कर रहे हैं, इनका न तो जोन कार्यालय के कर्मचारियों के सूची में नाम है, और न ही इनको रखने का नियुक्ति आदेश है। यह दफ्तर आने वाले हर नागरिक को पता है तो जोन के अधिकारी को कैसे नहीं मालूम। शीर्ष अधिकारी के संरक्षण के बिना यह संभव नहीं है। इस संबंध में कलेक्टर से शिकायत की गई उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है। जोन अध्यक्ष मन्नू यादव का कहना है कि यह जानकारी नियुक्त करने वाले अधिकारी ही बता सकेंगे कि उन्होंने इन्हें क्यों रखा है। इसकी कोई लिखित में जानकारी मुझे नहीं है। मार्च-अप्रैल में टैक्स वसूली के समय जरूरत के अनुसार कुछ लोगों को रखा जाता है वहीं हो सकते हैं। जोन कमिशनर सुधीर चौधरी ने कहा कि पिछले दिनों जब निगम ने एक निजी कंपनी की मदद से प्रापर्टी सर्वे कराया था तब कंपनी ने इन कर्मियों को रखा था। ये सभी टेक्नीकल हैंड हैं वे कोई और दूसरा काम नहीं करते, लेकिन कुछ लोग उन पर इस तरह का आरोप लगाते हैं। हम जल्द ही इनमें से तीन-चार लोगों को तकनीकी कार्य के लिए प्लेसमैंट पद्धति के तहत नियुक्त करने वाले हैं।