रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 अक्टूबर। एम्स आऊटसोर्सिंग एम्पलाईज यूनियन (सीटू) एम्स रायपुर के ठेका कर्मी कल ईपीएफ, ईएसआई कानून लागू करने की मांगों पर प्रशासन के ध्यान आकर्षित करने के लिए मंगलवार को 2 बजकर 15 मिनट से 3 बजे तक मानव श्रृंखला बनाऐगे। मांगे पूरी नही होने पर 27 अक्टूबर को प्रदर्शन व रैली निकाली जाएगी।
ठेका कर्मी नवम्बर के दूसरे सप्ताह में एक दिवसीय हडताल रहेंगे। उन्होंने बताया कि मंगलवार को अस्पताल के गेट के सामने मानव श्रृंखला बनाकर प्रशासन द्वारा संसद में पारित श्रम कानून को लागू करने कोई करने की मांग उठाई है। यूनियन के उपाध्यक्ष एससी भट्टाचार्य ने बताया कि ठेकेदार फर्मों द्वारा मजदूरों के साथ अमानवीय बर्ताव किया जाता है। हैरानी इस बात पर है कि श्रम कानूनों को मसलन न्यूनतम मजदूरी कानूनी वेतन भुगतान कानून, ठेका श्रमिक रेगुलेशन व एपोलिशन कानून, बोनस ग्रेच्युटी, ईपीएक ईएसआई आदि कानून देश के संसद द्वारा पारित कर नियमावली जारी किया गया है। किन्तु प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत अधिकांश अधिकारी वर्ग केन्द्र सरकार के नियमों को लागू करना नहीं चाहते। 14 ठेका श्रमिकों की अखिल भारतीय पैमाने पर अन्य प्रदेश में तबादला, वर्षो से आउटसोर्सिंग कर्मी के रूप में, यह भी कठिनाईयों के दिनों में भी असाधारण योगदान देने के बावजूद उन्हें नियमितिकरण के योजना तैयार नहीं किया जा रहा हैं।
ग्रेच्युटी राशि का भुगतान, कानून के तहत वैधानिक बोनस भुगतान 8 घण्टे का कार्य दिवस, मजदूरी भुगतान घोटाले अर्थात 17000 के जगह 9000 प्रतिमाह वेतन भुगतान पर रोक लगा है।