जशपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
जशपुरनगर, 2 नवंबर। जिले के तीनों विधानसभाओं के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त सामान्य प्रेक्षक आईएएस राजीव रंजन, आईएएस राजीव पराशर, पुलिस ऑब्जर्वर आईपीएस डॉ. फक्कीरप्पा कागिनेल्ली, व्यय ऑब्जर्वर आईआरएस यदुवंश यादव ने निर्वाचन तैयारियों के संबंध में निर्वाचन कार्य से सम्बद्ध रिटर्निंग ऑफिसर, सहायक रिटर्निग ऑफिसर एवं नोडल अधिकारियों की कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में बैठक ली और आवश्यक दिशा-निर्देशा दिए।
उन्होंने तैयारियों की विस्तृत जानकारी लेकर बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को सचेत होकर स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सम्पन्न कराने कहा। उन्होंने निर्वाचन कार्य में लगे सभी अधिकारी-कर्मचारियों को टीम भावना से कार्य कर सफलता पूर्वक चुनाव संपन्न करने तथा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी गाइडलाइन अनुसार कार्य हेतु निर्देशित किया।
सामान्य प्रेक्षक ने स्ट्रांग रूम, मतगणना कक्ष, मतदान सामग्री प्रबंधन शाखा सहित मतदान दलों को मतदान सामग्री देने, उनके आगमन, प्रस्थान, वाहन एवं रूट चार्ट की जानकारी ली। उन्होंने मतदान के बाद ईवीएम मशीनों को स्ट्रांग रूम में रखने तथा मतगणना के दौरान स्ट्रांग रूम से ईवीएम मशीनों को मतगणना केंद्र में ले जाने की प्रक्रिया की पारदर्शिता और उम्मीदवारों एवं पार्टी के अवलोकनार्थ सीसीटीवी कैमरा एवं डिस्प्ले स्क्रीन की व्यवस्था का भी जानकारी लिया और आवश्यक निर्देश दिए।
सामान्य प्रेक्षक राजीव रंजन ने अधिकारी-कर्मचारियों को आदर्श आचार संहिता का कड़ाई से पालन कर निर्वाचन कार्य शांतिपूर्ण संपन्न करने एवं अपने सौंपे गए दायित्वों का निर्वहन जिम्मेदारी पूर्वक करने की बात कही।
उन्होंने मतदान केन्द्रों में बिजली, पानी और शौचालय की व्यवस्था दुरुस्त रखने कहा। मतदान सामग्री के वितरण व्यवस्था एवं मतदान पश्चात मतदान सामग्रियों को मतगणना स्थल पर जमा करने की व्यवस्था हेतु बेहतर कार्य योजना बनाने के लिए कहा है।
कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. रवि मित्तल ने प्रस्तुतीकरण के जरिए जिले की सामान्य जानकारी और निर्वाचन की सम्पूर्ण तैयारियों से सामान्य प्रेक्षक को अवगत कराया। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र मतदान केंद्रों की संख्या, मतदान केंद्रों में सभी मूलभूत सुविधाएं पूर्ण होने, मतदान केंद्रों में वेब कास्टिंग कराए जाने, डाक मत पत्र, ईवीएम एवं वीवीपेट मशीनों के प्रथम चरण का रेंडमाइजेशन, मतदान दलों को प्रशिक्षण, स्ट्रांग रूम एवं मतगणना केंद्र, स्वीप गतिविधियों, कानून व्यवस्था, जिला एवं राज्य की सीमा क्षेत्रों में निगरानी दलों की तैनाती आदि की विस्तृत जानकारी दी।