रायगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 5 नवंबर। रायगढ़ जिले की खरसिया विधानसभा पहुंचे कांगे्रस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने खरसिया में आमसभा को संबोधित करते हुए कहा कि उमेश पटेल के पिता नंदकुमार पटेल की हत्या कर दी गई। पूरा छत्तीसगढ़ मानता है नंदकुमार पटेल शहीद हुए हैं। अगर नंदकुमार पटेल की मृत्यु नहीं हुई होती तो वो आज चीफ मिनिस्टर होते। मैं कांगे्रस पार्टी में बहुत नेता देखें है। लेकिन नंदकुमार पटेल कांगे्रस पार्टी के सबसे अच्छे सिपाही थे। उनका भाषण नरेन्द्र मोदी, अडानी के अलावा केवल ओबीसी पर ही केन्द्रीय रहा और जातीय जनगणना के मामले में अपनी सरकार आने पर कराने की बात भी अपने तरीके से की। उनकी सभा में आज करीब 15 से 20 हजार ग्रामीण शामिल हुए जिनमें अधिकतर महिलाएं थी। करीब आधे घंटे के भाषण में शुरूआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को घेरते हुए की।
खरसिया के कालेज मैदान में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेता मुझे मिलने आते हैं। तब मै उनके बारे में थोड़ी बहुत जानकारी एकत्रित करता हूं कि ये सामने वाला है कौन और मुझे वो व्यक्ति अच्छा लगे तब मै उनके बारे में और अधिक जानकारी लेता हूं। जब नंदकुमार पटेल मुझसे पहली बार मिले, तब मुझे उनमें गहराई मिली तब मंैने अपने ऑफिस के लोगों से कहा मुझे नंदकुमार की हिस्ट्री चाहिए कि वे कांगे्रस में कैसे आये, क्या-क्या काम किया, विचारधारा के लिये लड़ते हैं कि नहीं पता लगाने के लिये कहा था, जिसके बाद ऑफिस के लोगों ने मुझे जो रिपोर्ट दिया उसके बारे में मैं आप सभी को बताना चाहता हूं।
रिपोर्ट में लिखा था कि एक बार चुनाव में 40 से 50 साल पहले मध्यप्रदेश के समय में कांगेस बुरी तरह से चुनाव हारी थी। इस चुनाव में सारे नेता चुनाव हार गए थे, जिसके बाद कांगे्रस की नेत्री इंदिरा गांधी ने एक लिस्ट निकलवाई कि कौन-कौन से पोलिंग बुथ में कांगे्रस हारी है और कौन-कौन से बूथ में जीत हासिल की है। पूरे प्रदेश में कांगे्रस पार्टी चुनाव हार गई थी, लेकिन एक पोलिंग बूथ में शत-प्रतिशत वोट कांगे्रस को मिला था। जिसके बाद इंदिरा गांधी जी ने पार्टी के नेताओं से पूछा ये कौन सा पोलिंग बूथ है और ये शख्स कौन हैं जिन्होंने जीत हासिल की है। जिसके बाद दिल्ली से कांगे्रस का एक नेता नंदकुमार पटेल को बिना बताये उनके गांव पहुंचकर जब वहां के लोगों से बात की तब गांव के लोगों ने कहा कि यहां सिर्फ कांगे्रस पार्टी के नेताओं को ही यहां आने दिया जाता है और कोई पार्टी का नेता यहां आ ही नहीं सकता।