रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 दिसंबर। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कार्यस्थल पर छात्रों के कौशल अंतर को पाटने और उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए उच्च शिक्षण संस्थानों में 30 क्रेडिट तक के अल्पकालिक उद्योग-प्रासंगिक प्रमाणपत्र पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए दिशानिर्देशों को मंजूरी दे दी है। यहाँ मिली जानकारी के अनुसार यूजीसी ने बीते गुरुवार को आयोजित एक बैठक के दौरान च्च्उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) में अल्पकालिक कौशल विकास पाठ्यक्रमों की शुरूआत के लिए दिशानिर्देशोंज्ज् को मंजूरी दी गई। पाठ्यक्रमों की अवधि तीन से छह महीने के बीच होगी जिसमें मुख्य रूप से व्यावहारिक शिक्षा पर ध्यान दिया जाएगा।
मसौदे में क्रेडिट-लिंक्ड अल्पकालिक कौशल विकास पाठ्यक्रमों के लिए 27 क्षेत्रों का उल्लेख किया गया है, जिसमें एआई, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, डेटा साइंस और एनालिटिक्स, इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम डिजाइन, डिजिटल मार्केटिंग, योग विज्ञान और प्रभावी कौशल और दूसरों के बीच संचार, आलोचनात्मक सोच और समस्या-समाधान पाठ्यक्रम शामिल हैं।
यह देखते हुए कि प्रत्येक पाठ्यक्रम में पाठ्यक्रम सामान्य और कौशल घटकों का एक उपयुक्त मिश्रण होगा, यूजीसी ने कहा, च्च्कौशल घटक में कुल क्रेडिट का न्यूनतम 60 प्रतिशत होगा और कुल क्रेडिट का 70 प्रतिशत तक जा सकता है। कौशल घटक में प्रयोगशालाओं, कार्यशालाओं और उद्योग परिसरों में व्यावहारिक कक्षाएं और एचईआई के जलग्रहण क्षेत्र के साथ किसी अन्य प्रकार का व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल होगा।
आयोग ने कहा, एक अल्पकालिक कौशल विकास पाठ्यक्रम में अधिकतम छात्र प्रवेश प्रत्येक समूह के लिए 60 से अधिक नहीं होना चाहिए। एचईआई पाठ्यक्रम की मांग और उपयुक्त बुनियादी ढांचे/संकाय की उपलब्धता के आधार पर किसी भी पाठ्यक्रम के कई समूह शुरू कर सकता है।