कोण्डागांव

निराशा में आशा बनाकर आई पीएम आवास योजना
27-Dec-2023 9:24 PM
निराशा में आशा बनाकर आई पीएम आवास योजना

तीनों बहनों को मिला पक्के घर के साथ अन्य सुविधाओं का लाभ

कोण्डागांव, 27 दिसंबर। पिता और मां ऐसे पेड़ की तरह होते हैं जिनके छांये में रहकर घर रूपी बगीया में परिवार के नन्हे मुन्हें फुल खिला करते है पर जब यह छाया सिर से उठ जाये तो घर टूट जाता है और बगीया भी विरान हो जाती है। ऐसे ही जनपद पंचायत फरसगांव अंतर्गत आने वाले ग्राम मोहलई में माता स्व. सुबोन पिता स्व. भाजन लाल का साया सिर से हट जाने के बाद ममता और उसकी दो बहनों करिश्मा और छाया के सामने वृहद जीवन की जटिल समस्याएं उठ खड़ी हुई।

  इस संबंध में ममता बताती हंै कि हम तीनों बहनें एक रूम वाले कच्चे मकान में रहते थे और बरसात के दिनों में घर के चारों तरफ पानी भर जाता था और छत के उपर से पानी भी टपकता था। जिससे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ता था। घर के कच्चा, जर्जर एवं दरवाजों के कमजोर होने के कारण हमें हमेशा असुरक्षित महसूस होता था। घर में कोई कमाने वाला न होने पर मैने पढ़ाई छोड़ दोनों बहनों के पालन पोषण हेतु मजदूरी का कार्य करना प्रारंभ किया। दोनों बहनों को शिक्षित करने के लिए मैने उन्हें सरकारी स्कूल में भेजना शुरू कर दिया था, पर आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण हम अपनी परिस्थियों को बदलने में सक्षम नहीं थे और ऐसे ही जर्जर घर में जीवन बिताने को मजबूर थे। 

ऐसे में हमारे गांव के ही पंचायत सरपच, सचिव एवं रोजगार सहायक के द्वारा योजना की जानकारी देते हुए आवेदन करने हेतु प्रेरित किया। कुछ दिनों बाद उन्होंने बताया कि आपके नाम पर प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत् वर्ष 2022-23 आवास स्वीकृत हुआ है जिससे पूरा परिवार खुशी से झूम उठा। वर्ष 2022-23 में प्रधानमंत्री आवास योजना स्वीकृति हुई और घर बनना शुरु हुआ। हमें शासन की ओर से 4 किश्तों में आवास निर्माण कार्य के लिए 1.30 लाख रूपये का अनुदान प्राप्त हुआ और मनरेगा से मजदूरी राशि भी समय से पहले पहुंच जाया करती थी। 

आवास योजना के किश्तों की राशि मेरे खाते में पहुंचने लगी जिससे मुझे आवास बनाने हेतु समय पर आवश्यक सामाग्री लेने में भी परेशानी नही होती थी। मैनें अपना आवास निर्माण कार्य पूर्ण किया और आवास के साथ-साथ हमें उज्जवला योजना से गैस कनेक्शन, हर घर बिजली योजना से एकल बत्ती बिजली कनेक्शन के साथ स्वच्छ भारत मिशन के तहत दो टैंक वाला शौचालय भी मिला है। अब मैं और मेरी बहने चिंता मुक्त होकर खुशी से परिवार के साथ पक्के घर में खुशहाल जीवन यापन कर रहे हैं। हमें अब सुरक्षा के लिए भी चिंतित नहीं होना पड़ता है। करिश्मा ने तो अब अपनी 12वीं तक की पढ़ाई भी पूरी कर ली है और छाया अभी पढ़ाई कर रही है।

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