दुर्ग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दुर्ग, 3 फरवरी। शिक्षा स्थायी समिति जिला पंचायत दुर्ग की चार साल बाद शुक्रवार को पहली बैठक हुई इसमें मौजूद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं अन्य सदस्यों ने शिक्षकों का अन्य कार्य में ड्यूटी लगाने से पढ़ाई चौपट होने पर नाराजगी जताई उन्होंने बैठक में मौजूद विभागीय अधिकारियों को शिक्षकों की कमी व अन्य कारणों से पढ़ाई प्रभावित न हो यह सुनिश्चित करने कहा।
बैठक में सदस्यों ने कहा कि शासकीय प्राथमिक शाला बोडेगांव , इंदिरानगर चिखली , रवेलीडीह ,भेडसर एवं रिसामा के शालाओं में शिक्षकों का अन्य कार्य में डयूटी लगा दी गई है। उन्होंने कहा कि इसके कारण से पढ़ाई प्रभावित न हो इस हेतु अध्यापन व्यवस्था किया जाए। साथ ही शालाओं में शिक्षकों की कमी या अन्य कार्य के कारण शिक्षक की आवश्यकता होने पर अध्यापन व्यवस्था हेतु आदेश संयुक्त संचालक एवं जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा व्यवस्था कर अध्यापन कार्य सुचारू रूप से प्रत्येक शाला में कराई जाए।
आगामी सत्र के पूर्व मरम्मत व निर्माण कार्य पूरा करने निर्देश
सदस्यों ने कहा कि शालाओं की समस्त मरम्मत कार्य आगामी शिक्षा सत्र से पूर्व किया जाए साथ ही नवीन भवन निर्माण संबंधी कार्य समय पर पूरा कर लिया जाए।
उन्होंने स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ठ अंग्रेजी माध्यम शालाओं में होने वाले नियुक्ति एवं प्रतिनियुक्ति की प्रतिलिपि जिला पंचायत दुर्ग के सभी प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराया कहा एवं सेजेस शालाओ में संशाधनों की आवश्यकता की पूर्ति हेतु कलेक्टर तथा संचालक लोक शिक्षण संचालनालय रायपुर को सूचित किया जाए। वहीं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विदयालय रसमडा में राजनीति एवं अंग्रेजी व्याख्याता की पदपूर्ति कर अध्यापन व्यवस्था किया जाए।
सदस्यों ने शिक्षा के अधिकार में प्रवेश संबंधी जानकारी जिला पंचायत के सभी जनप्रतिनिधियो को उपलब्ध कराने एवं प्राथमिक शाला अमलेश्वरडीह पाटन में मंच निर्माण कराए जाने की बात कही।
सदस्यों ने कहा कि जिले में संचालित शालाओ में कोई भी कार्यकम आयोजित किये जाते है। इनमें क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियो को प्रोटोकाल का पालन करते हुए आमंत्रित करें सभी सदस्यो को भवन निर्माण संबंधी जानकारी 8 फरवरी को आयोजित आगामी बैठक के पूर्व उपलब्ध कराई जाए मध्यान्ह भोजन संबंधी जानकारियो एवं स्व सहायता समूह की जानकारी भी उक्त बैठक में सभी सदस्यों को उपलब्ध कराई जाए।