रायपुर

460 किमी में ट्रेनें ऑटोमेटिक सिग्नल से चल रहीं
05-May-2024 10:00 PM
460 किमी में ट्रेनें ऑटोमेटिक सिग्नल से चल रहीं

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 5 मई। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने इस वर्ष भारतीय रेलवे में सर्वाधिक 136.25 किलोमीटर के ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम की कमीशनिंग किया है । इस प्रकार अब तक दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का कुल 460 किलोमीटर का सेक्शन ऑटोमैटिक सिग्नलिंग सिस्टम से लैस हो गया है।

ऑटोमेटिक ब्लॉक सिगनलिंग सिस्टम की  नई व्यवस्था में स्टेशन यार्ड के एडवांस स्टार्टर सिग्नल से आगे लगभग एक से डेढ़ किलोमीटर पर सिग्नल लगाए गए हैं । इन सिग्नल के सहारे ट्रेनें एक-दूसरे के पीछे चलती रहती है । अगर किसी कारण से आगे वाले सिग्नल में तकनीकी खामी आती है तो पीछे चल रही ट्रेनों को भी सूचना मिल जाती है एवं जो ट्रेन जहां पर रहेंगी वो  वहीं पर रुक जाएंगी । यह अधिक ट्रेनों को चलाने में सहायक होता है और प्रमुख जंक्शन स्टेशनों पर ट्रैफिक को नियंत्रित करता है । जहाँ पहले दो स्टेशनों के बीच केवल एक ट्रेन चल सकती थी, वहाँ अब ऑटो सिग्नेलिंग के माध्यम से 4, 5 या 6 ट्रेनों को प्रत्येक सेक्शन में चलाया जा सकता है जो दो स्टेशनों के बीच की दूरी पर निर्भर करता है ।

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में बिल्हा से जयरामनगर (30 कि.मी.), कलमना से दुर्ग (259 कि.मी.), बिलासपुर से घुटकू (16 कि.मी.), चांपा से उरगा (28 कि.मी.) रेल लाइन में ऑटो सिग्नलिग सिस्टम का कार्य पिछले वित्तीय वर्षो में पूर्ण किया गया था ।  2023-24 के दौरान 136.25 किलोमीटर ऑटो सिग्नलिग सिस्टम का कार्य पूर्ण किया गया है, जिसमें जयराम नगर-अकलतरा (34 कि.मी.), उरगा-गेवरा रोड (16.25 कि.मी.), दुर्ग-कुम्हारी (54 कि.मी.), धनोली-गुदमा (18 कि.मी.), सालवा-कामठी (11 कि.मी.), तथा बिलासपुर कार्ड केबिन-उसलापुर (03 कि.मी.), रेल लाइन शामिल है । इस प्रकार वर्तमान में दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे का 460 किलोमीटर सेक्शन ऑटोमैटिक सिग्नल सिस्टम से लैस है ।

ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम के लागू हो जाने से एक ब्लॉक सेक्शन में एक  ही रूट पर एक से अधिक ट्रेनें चल सकती है ।  इससे रेल लाइनों पर ट्रेनों की रफ्तार के साथ ही संख्या भी बढ़  गई है । वहीं, कहीं भी खड़ी ट्रेन को निकलने के लिए आगे चल रही ट्रेन के अगले स्टेशन तक पहुंचने का भी इंतजार नहीं करना पड़ता है ।  स्टेशन यार्ड से ट्रेन के आगे बढ़ते ही ग्रीन सिग्नल मिल जाता है, यानि कि  एक ब्लॉक सेक्शन में एक के पीछे दूसरी ट्रेन आसानी से चलती है । इसके साथ ही ट्रेनों के लोकेशन की जानकारी मिलती रहती है ।

कुम्हारी-सरोना व बिलासपुर-गतोरा भी जुड़े 

दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अप्रैल महीने मे ऑटो सिग्नलिंग के क्षेत्र मे उच्च मापदंड के हर नवीन सोपान को पूरा करते हुए 14 किलोमीटर आटो सिग्नलिंग के काम को पूरा किया है । कुम्हारी से सरोना (7), बिलासपुर-गतोरा चतुर्थ लाइन (7) को ऑटो सिग्नल मे बदला गया है । इस कार्य के सम्पन्न होने से नागपुर से सरोना तक ऑटो सिग्नलिंग पुर्ण हो गया है । सरोना से रायपुर भी अगले तीन माह मे पूर्ण कर लिया जायेगा ।

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