बालोद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
दल्ली राजहरा, 21 जून। स्वास्थ्य सुपरवाइजर रेखू राम साहू ने वार्ड क्रमांक 27 वासियों को सिकलसेल के विषय में जानकारी दी।
बताया कि हीमोग्लोबिन हमारे शरीर में सभी कोशिकाओं तक पर्याप्त आक्सीजन पहुंचाने का काम करता है, लेकिन सिकलसेल रोग में यह काम बाधित हो जाता है, पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाले इस रोग में गोलाकार लाल रक्त कण हंसिया के आकर के रूप में परिवर्तन होकर नुकीले और कड़े हो जाते हैं, ये रक्त कण शरीर की छोटी रक्त वाहिकाओं में फंसकर लीवर, तिल्ली, किडनी, मष्तिष्क आदि अंगों के रक्त प्रवाह को बाधित कर सकते हैं। सिकलसेल के लक्षण भूख न लगना, खून की कमी एनीमिया, हल्का दीर्घ कालीन बुखार रहना, थकावट, आंखों में पीलापन, बार-बार पेशाब आना, तिल्ली में सूजन, चिड़चिड़ापन, हाथ पैर में सूजन, सांस लेने में तकलीफ, हड्डियों में दर्द है।
उक्त लक्षण वाले व्यक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चिखलाकसा जाकर सिकलसेल की जांच करवा सकते हैं। आयोजन में सुपरवाइजर लता यादव, स्वास्थ्य कर्मचारी करूणा सोनकुवर, संजय यादव, आशा सोनी, सारु पिस्दा, हेमीन साहू, सीमा तिवारी, संजय ठाकुर, रश्मि ठाकुर मितानीन मंजू एम टी,सुरजीत कौर, सावित्री, रश्मि, भारती , सहित वार्ड वासी उपस्थित थे।