बेमेतरा

ग्रामीणों की जमीन पर बनाई सडक़ तो कहीं नहर पर 10 साल से ज्यादा बीत गए लेकिन नहीं मिला मुआवजा
04-Jul-2024 2:29 PM
ग्रामीणों की जमीन पर बनाई सडक़ तो कहीं नहर पर 10 साल से ज्यादा बीत गए लेकिन नहीं मिला मुआवजा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

बेमेतरा, 4 जुलाई। सडक़ व नहर निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहित किए जाने के बाद भी जमीन खोने वाले जमीन मालिकों को दशक भर बाद भी मुआवजा नहीं मिला है। मुआवजा मांगने के लिए किसान जलसंसधान विभाग, लोक निर्माण विभाग व अन्य संबंधित कार्यालयों के बार-बार चक्कर लगा चुके हैं। जमीन खोने के बाद प्रभावित किसान अपने को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। किसानों ने कहा कि आने वाले समय में मुआवजा नहीं मिलने पर सभी न्यायालय की शरण में जाएंगे।

किसानों को झूठा आश्वासन देकर निजी जमीन को अधिग्रहित कर नहर व सडक़ बनाए जाने के बाद जमीन मालिकों को जमीन की निर्धारित मुआवजा राशि 10 साल बाद भी नहीं दी गई है। साजा ब्लॉक के ग्राम पथर्रीकला के ग्रामीण दिनेश वर्मा, तुलसी, घसीया साहू, रोशनलाल चंदेल व अन्य किसानों ने बताया कि उनके गांव के 35 किसानों की जमीन पर जलसंसाधन विभाग द्वारा 20 साल पहले नहर का निर्माण किया गया, जिसके एवज में सभी प्रभावितों को मुआवजा राशि देने का वादा किया गया था। विभाग द्वारा दिए गए आश्वासन के बाद सभी किसानों ने जनहित में नहर बनाने के लिए सहमति दी थी। किसानों की जमीन पर नहर नाली बने दो दशक का समय बीत चुका है पर मुआवजा नहीं दिया गया। हालत ये है कि कई किसान मुआवजा मिलने का इंतजार करते-करते इस दुनिया से विदा हो चुके हैं पर उनको उनके हक का मुआवजा नहीं मिला। अब उनकी अगली पीढ़ी मआवजा के लिए भटक रही है। बताया गया कि उन्होंने एक बार फिर कलेक्टर से गुहार लगाई गई है।

2015-16 में सडक़ का चौड़ीकरण, आज तक नहीं मिली क्षतिपूर्ति 
नेशनल हाइवे में ग्राम सैगोना से टिपनी तक बीते 2015-16 के दौरान सडक़ का चौड़ीकरण किया गया। तब ग्राम बहनी व अन्य गांव के कई किसानों की जमीनों पर सडक़ बनाई गई पर आज तक मुआवजा नहीं मिला। मुआवजा के लिए मिलाप राजपूत, नुमान सिंह व अन्य कई बार आवेदन दे चुके हैं।

मुआवजा का इंतजार करते करते लंबा समय बीत गया 
ग्राम देवरबीजा नवासी संतराम व रूपेश साहू ने बताया कि उनकी जमीन को सोढ़, रेवे व देवरबीजा के लिए बनाई गई 14 किलोमीटर की सडक़ के लिए अधिग्रहित किया गया था। किसानों को उनके भूखंड के लिए कलेक्टर भू-अर्जन शाखा ने आदेश जारी किया था। उनके भू-अर्जन क्रय नीति के तहत मुआवजा दिया जाना था पर आज तक नहीं दिया गया। ीन देकर दोनों ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

सभी जरूरी दस्तावेज भी प्रस्तुत कर दिए 
2018-19 के दौरान ग्राम पाहंदा, बारंगांव-खुड़मुड़ा रोड का चौडीकरण व उन्नयन किया गया था, जिसमें ग्राम बारगांव निवासी रामकुमार देवांगन, भुनेश्वरी देवांगन, खहन निषाद, अगरबाई, गैदलाल सतनामी व इस्लाम बेग के भूखंड की जमीन पर सडक़ का निर्माण किया गया। निर्माण के दौरान उन्हें मुआवजा देने का आश्वासन दिया गया। सडक़ निर्माण के बाद आज तक उन्हें मुआवजा नहीं मिला है। प्रभावितों ने बीते 6 साल के दौरान तहसीलदार कार्यालय बेरला, एसडीएम जनदर्शन बेरला, कलेक्टर जनदर्शन व लोक निर्माण विभाग के पास दर्जन भर से अधिक आवेदन के जरिए गुहार लगाई है लेकिन उन्हें उनका मुआवजा नहीं मिला। प्रभावितों ने कहा कि जल्दी मुआवजा मिलने से उन्हें राहत मिलेगी। जमीन मालिक अपने आवेदन के साथ बकायदा बी वन, बी टू, मकान का फोटो व ऋण पुस्तिका भी प्रस्तुत कर चुके हैं। दस्तावेज लेकर सभी प्रभावित बीते 6 साल से चक्कर लगा रहे हैं।
 

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