बेमेतरा

रेत खनन, नदी की गहराई खतरनाक स्तर पर
05-Jul-2024 2:23 PM
रेत खनन, नदी की गहराई खतरनाक स्तर पर

बारिश में जलभराव से हादसे का खतरा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बेमेतरा, 5 जुलाई।
जिले में माफिया ने शिवनाथ नदी में रेत का अवैध खनन कर नदी में कई जगहों पर को खतरनाक तरीके से छोड़ दिया है। जिम्मेदारों की मिलीभगत से हुए खनन के बाद अब संबंधित क्षेत्र के लोगों पर खतरा मंडराने लगा है। बारिश के बाद नदी में आए उफान व जलभराव के दौरान खतरे का सामना करना पड़ सकता है। खनन के बाद गांवों में हुए अवैध रेत भंडारण भी गांव वालों के लिए समस्या का कारण बन चुका है।

जानकारी हो कि जिले की जीवनदायनी शिवनाथ नदी को रेत माफिया ने जमकर छलनी किया है। जिस तरह से नदियों में तरह-तरह की मशीनें लगाकर हाइटेक तरीके से खनन किया गया है, उसका दुष्परिणाम आने वाले दिनों में शिवनाथ नदी में जलस्तर बढऩे के बाद दिखाई देने लगेगा। बताया गया कि बारिश प्रांरभ होने से पहले ग्राम मऊ में चेन माउंटेड के साथ हाइटेक मशीन का उपयोग कर रेत खनन किया गया है। रेत के बेतरतीब खनन होने की वजह से नदी की गहराई असमान हो चुकी है, जिसमें जलभराव होने पर गहराई का अनुमान लगाना मुश्किल हो गया है। जानकार मानते हैं कि नदियों में गहराई की असमानता नदियों के जलप्रवाह पर विपरीत असर करता है।

डंप किए गए रेत को लेकर कार्रवाई नहीं 
रेतखनन के बाद अब रेत का अवैध तरीके से भंडारण कर बाजार में मुनाफा कमाने का खेल जोरों से चल रहा है। नदी से निकाले गए रेत की अवैध डंपिग की गई है। रेत शिवनाथ नदी के कछार इलाके के बसाहट वाले गांवों के ग्रामीणों के लिए मुसीबत बन सकती है। शिवनाथ नदी से निकाले गए रेत को ग्राम मऊ के आसपास भंडारण किया गया है। गांव में सैकड़ों ट्रक रेत का स्टॉक छुपाकर रखा गया है। गांव में डंप कर रखे गए रेत से राहगीर व ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। भंडारण की वजह से ग्राम खम्हरिया के ग्रामीण भी परेशान हैं। ग्रामीणो ने बताया कि उनके गांव में रेत माफिया ने चरागन व अन्य उपयोगी स्थानों को भी नही छोड़ा है। चारागन की जगह नही होने की वजह से मवेशी चराने की समस्या होने लगी है। गांव में कई महीनों से रेत का अवैध भंडारण किया गया है। बताया गया कि रेत भंडारण करने वालों ने मुक्तिधाम को भी नही छोड़ा है, जिसकी वजह से गांव में कफन-दफन में समस्या हो रही है। ग्रामीण चैतुराम साहू, कमलेश व देवचरण साहू ने बताया कि मौके पर डंपकर रेत रखने वालों पर कार्रवाई की जाए, जिससे उनको समस्या से मुक्ति मिल सके।

जिले में खनिज खदान
डोलोमाइट  - 10
पत्थर  - 01
चूना पत्थर  - 03
मिट्टी  - 25
मुख्य खनिज चूना पत्थर  - 01

राजस्व वसूल नहीं पाताखनिज विभाग 
खनिज विभाग को शासन स्तर से खनिज के अवैध भंडारण, खनन व परिवहन करने वालों पर कार्रवाई के लिए लक्ष्य का निर्धारण किया गया है। खनिज विभाग शासन द्वारा निर्धारित राजस्व भी वसूल नहीं पा रहा है। बीते सत्र 2023-24 के दौरान जिले को 4 करोड़ 24 लाख रुपए की राजस्व वसूली का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें से विभाग ने 2 करोड़ 49 लाख की वसूली की, जो लक्ष्य के विपरीत 59 प्रतिशत से भी कम था। इस बार विभाग को लक्ष्य नहीं मिला पर विभाग द्वारा केवल 36 लाख 43 हजार रुपए का राजस्व जुटाया गया।

अवैध उत्खनन पर कार्रवाई 1 प्रकरण, अर्थदंड- 28750
अवैध परिवहन पर कार्रवाई  24 प्रकरण, अर्थदंड- 709450
अवैध भंडारण पर कार्रवाई 1 प्रकरण, अर्थदंड- 225000

जारी सत्र में अवैध भंडारण पर सिर्फ एक ही कार्रवाई  
जिला खनिज विभाग द्वारा जिले में अवैध तरीके से खनिज परिवहन, खनन व भंडारण करने पर कार्रवाई के लिए बीते चार माह में खानापूर्ति तक नहीं की गई है। जिले में बारिश से पूर्व मुरूम, रेत व अन्य खनिज खनन के कई मामले सामने आते रहे हैं। जिले में आए दिन खनन की खबरें सुर्खियों में रहती हैं पर खनिज विभाग द्वारा बीते 120 दिन में खनिज के अवैध भंडारण के केवल एक मामले में कार्रवाई की गई है। 

खनिज विभाग की उदासीनता बीते सत्र में भी जारी रही, तब विभाग द्वारा कुल 3 प्रकरण पर ही कार्रवाई की गई। खनिज विभाग ने भंडारण करने वालों पर 4 लाख 6 हजार 250 रुपए का अर्थदंड लगाया था। जारी सत्र में केवल एक प्रकरण पर अर्थदंड के तौर पर 2 लाख 25 हजार रुपए वसूल किए गए। इसके बाद की कार्रवाई को लेकर खनिज विभाग ने कदम नहीं बढ़ाया।

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