महासमुन्द
राजस्व, स्वास्थ्य एवं पीएचई विभाग हालात पर नजर रख रहे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 7 जुलाई। जिले के बागबाहरा विकासखंड के ग्राम भदरसी में डायरिया अब नियंत्रण में है। परसों शुक्रवार को यहां डायरिया प्रभावित लोगों की संख्या 7 थी। कल शाम तक मात्र पांच लोग इससे पीडि़त मिले। गांव में लगे शविर में ही उनका उपचार हो गया। शुक्रवार दोपहर बाद बोर हैंडपम्प के पानी की प्रदूषित रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया था। फ ौरन सभी हैंडपम्पों बोर टंकी के पानी सेवन पर प्रतिबंध लगा कर समूचे गांव को 6 पानी टेंकरों के माध्यम से सप्लाई की व्यवस्था शुरू कर दी गयी थी।
ग्राम पंचायत भदरसी की सरपंच तीज कुमारी ध्रुव, सचिव बालेश्वर चन्द्राकर ने बताया कि शुक्रवार की रात से लेकर कल शानिवार शाम तक 5 मामले ही सामने आये हैं। इनमें से अधिकांश में टेबलेट सेवन से सुधार हो गया। उन्होंने बताया कि प्रशासन ने शुक्रवार शाम से ही गांव की सभी हैंडपम्पों, जल जीवन मिशन के बोर के जल सेवन पर प्रतिबंध लगा दिया था। ग्रामवासियों के पेयजल आपूर्ति के लिए तत्काल 6 टेंकरों की व्यवस्था हो गयी थी।
उन्होंने बताया कि एसडीएम बागबाहरा के निर्देश पर नगर पालिका से एक टेंकर नपा उपाध्यक्ष दीपक यादव, तीन टेंकर गांजर, सम्हर, तेन्दुकोना से बुलाये गये थे। उक्त टैंकरों को भाजपा नेत्री अलका चन्द्राकर ने अपने जिला पंचायत निधि से प्रदान की थी। जिनके माध्यम से बीती शाम से पूरे गांव में साफ पानी की आपूर्ति की जा रही है। उन्होंने बताया कि राजस्व, स्वास्थ्य एवं पीएचई विभाग पूरे हालात पर नजर रखे हैं। उनका दौरा भी हो रहा है। हेंडपम्प से पानी का उपयोग किसी भी हालत में ना हो सके इसके लिये हेंडपम्पों की चेन निकाल ली गयी है।
पंचायत से मिली जानकारी के अनुसार गांव में कुल 15 हेंडपम्प हैं। जिसमें एक अनुपयोगी है। शेष 14 में से 3 पम्प से पानी सप्लाई होती है। वहीं जलजीवन मिशन के दो बोर से भी पानी सप्लाई होती है। प्रशासन के निर्देश पर सभी हैंडपों से जल सेवन पर प्रतिबंध लगा हुआ है। बहरहाल स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शनिवार को यहां 5 मामले प्रकाश में आये। जिनका वहीं केम्प में उपचार हो गया। किसी को भी बागबाहरा अस्पताल तक भेजने की स्थिति निर्मित नहीं हुई। बीएमओ बीएस बढ़ई ने बताया कि वे स्वयं प्रतिदिन स्थानीय स्टाफ के साथ गांव में जाकर हालात का जायजा ले रहे हैं।