खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 30 सितंबर। राजा स्वर्गीय देवव्रत सिंह की सिविल लाईन दुर्गा चौक में लगी प्रतिमा के अनावरण को लेकर जिला प्रशासन व नगर पालिका की उदासीनता को लेकर विधायक प्रतिनिधि मनराखन देवांगन के निवास में बैठक रखा गया, जिसमें स्व देवव्रत सिंह में समर्थकों सहित जिले के बुद्धजीवी लोग मौजूद थे।
बैठक की शुरुवात देवव्रत सिंह को नमन करते हुए किया गया। बैठक की अध्यक्षता करते हुए कन्हैया बैस ने बैठक की शुुरुवात की, तत्पश्चात मनराखन देवांगन ने जिला प्रशासन नगर पालिका को नाराजगी जताते हुए कहा कि जिला प्रशासन और भारती जनता पार्टी नही चाहती कि कांग्रेस शासन में स्वीकृत हुआ कोई भी काम हो जाए। स्व. राजा देवव्रत सिंह की मूर्ति को जानबूझकर अनावरण नहीं किया जा रहा है, किसके इशारे पर रोका जा रहा है हम बर्दाश्त नहीं करेंगे 2 तारीख को राजा आर्यावर्त सिंह दशहरा को लेकर बैठक रखा है, उस दिन भी जिले से लेकर वनांचल से भी लोग मौजूद रहेंगे और उसी दिन बड़ा निर्णय लिया जाएगा। कौन सी बड़ी बात रखेंगे यह अभी खुलकर नहीं बताये है।
जिला मुख्यालय रियासत के राजा पूर्व सांसद स्वर्गीय देवव्रत सिंह की मूर्ति स्थापना की गई है, पूर्ववती के कांग्रेस सरकार के राशि से की गई है। लगभग 1 साल से मूर्ति बनी रखी हुई है, लगभग ले आउट हो गया, उसके बाद झिल्ली और कपड़े में लपेट कर रख दिया गया है, कुछ दिन पहले कपड़ा भी निकल गया है। बहुत ज्यादा शर्मसार का विषय है।
खैरागढ़ जिले के लिए उस विषय को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया था। मूर्ति का अनावरण किया जाए लेकिन लगभग तीन माह हो गया ज्ञापन दिए हुए जिला प्रशासन और नगर पालिका द्वारा स्व देवव्रत की मूर्ति का अनावरण नहीं किया जा रहा है, उस विषय को लेकर जिले भर के वरिष्ठ लोगों को और समर्थकों को बुलाकर कन्हैया बैस की अध्यक्षता में बैठक रखी गई।
बैठक में तय किया गया 2 तारीख को महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर पूरे जिले भर में हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा। हस्ताक्षर की कॉपी को लेकर 3 को जिला कलेक्टर चंद्रकांत वर्मा को सौपेंगे और अल्टीमेटम देंगे जिला प्रशासन और नगर पालिका को 7 दिन के अंदर मूर्ति का अनावरण किया जाए अगर अनावरण नहीं किया जाता तो दशहरा के दिन राजा का दिन होता है उस दिन लाखों लोग राजा का दर्शन करने आते है, उस दिन देवव्रत सिंह के सपुत्र राजा आर्यव्रत सिंह, के हथों अनावरण कराया जाएगा। इसी बात को लेकर दाऊचौरा मनराखन देवांगन के निवास में बैठक रखा गया था।