खैरागढ़-छुईखदान-गंडई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
खैरागढ़, 1 अक्टूबर। इन्दिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ में हिंदी विभाग के अध्यक्ष एवं अधिष्ठाता दृश्यकला संकाय प्रो राजन यादव ने पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय भठिन्डा में राष्ट्रीय एकता में हिंदी की भूमिका विषय पर विशेष व्याख्यान दिया।
कार्यक्रम के आरंभ में प्रो यादव का सम्मान हिन्दी विभाग के अध्यक्ष राजेन्द्र कुमार सेन, डॉ राजकुमार उपाध्याय एवं डॉ दीपक पाण्डेय द्वारा शाल और गीता भेंट कर किया गया। हिन्दी पखवाड़ा 2024 के तहत 26 एवं 27सितम्बर को देश में टॉप के 100 विश्वविद्यालयों में 84 वां स्थान रखने वाले पंजाब विश्वविद्यालय रिसर्च और नवाचारों के मामले में बहुचर्चित है। प्रो यादव ने बताया कि भाषा संस्कृति का अभिन्न अंग है। ये अपने जन्म काल से संतों की भाषा रही है। हिन्दी हमें आपस में जोडऩे की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। महात्मा गांधी ने इसके माध्यम से आजादी की पूरी लड़ाई लड़ी।
द्वितीय दिवस विद्यार्थियों से संवाद कार्यक्रम में प्रो यादव ने जनपदीय साहित्य का महत्व एवं लोक साहित्य की संप्रेषणीयता पर प्रकाश डाला। शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर प्रो यादव ने अनेक प्रान्तों के जनपदीय साहित्य से सोदाहरण दिया। प्रो यादव ने अपनी पुरस्कृत पुस्तक तुलसी तरंग विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी को भेंट की।
हिन्दी पखवाड़ा के समापन समारोह में भी प्रो राजन यादव शामिल हुए, जिसमें मुख्य अतिथि शिव प्रसाद शुक्ल राज्यपाल हिमाचल प्रदेश, अध्यक्ष आचार्य राघवेन्द्र प्रसाद तिवारी एवं विशिष्ट अतिथि पद्मश्री आचार्य हरमोहिन्दर बेदी कुलाधिपति केन्द्रीय विश्वविद्यालय हिमाचल प्रदेश थे।