रायपुर
प्रांतीय समिति की बैठक में निर्णय
रायपुर, 30 सितंबर। छत्तीसगढ़ में निवासरत तेलुगु भाषियों की सामाजिक पहचान के लिए छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंघम निरंतर कार्य करेगी। इसके लिए विभिन्न जिलों में तेलुगु साहित्य, सांस्कृतिक एवं सामाजिक कार्यक्रमों का आयोजन कर उनमें चेतना लाने का प्रयास करेंगे। उक्त विचार छत्तीसगढ़ तेलुगु महासंघम के अध्यक्ष आर.मुरली ने व्यक्त किया। महासंघम के प्रांतीय कार्यकारिणी की बैठक रविवार को बालाजी कल्याण मंडप जगदलपुर में हुई। इस बैठक का आयोजन बस्तर जिला आंध्र समाज ने किया था इसमें छत्तीसगढ़ के 13 जिलों के 17 विभिन्न संघों के पदाधिकारियों ने भाग लिया ।कार्यक्रम का अध्यक्षता करते हुए बस्तर जिला अध्यक्ष एवं महासंघम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष एम.जयंत राव नायडू ने बस्तर जिला आंध्र संघम की स्थापना से आयोजित हो रहे कार्यक्रमों का विवरण प्रस्तुत किया।
बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि वर्ष 2025 में छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय महा सम्मेलन का आयोजन रायपुर में किया जाएगा। वर्ष भर में विभिन्न जिलों में साहित्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
इस प्रांतीय बैठक में महा सचिव बी.तुलसीराव, कोषाध्यक्ष एन.रमणमूर्ति, सलाहकार एम.बाबूराव, संयोजक एल.रुद्र मूर्ति, उपाध्यक्ष द्वय बी.वेणुगोपाल राव, बी.जोगाराव, सचिव आर.मनोरथ बाबू, पी.आदिनारायण, कार्यकारिणी सदस्य सीएच भीमराव, के.वेंकटराव, एम.जानकी राव, डी.ईश्वर राव, डी.किरण, डी.चिन्ना, डी.के.राव ने भी अपना विचार रखे। कार्यक्रम का संचालन सचिव के सुब्बाराव आभार प्रदर्शन यशवर्धन ने की। कार्यक्रम में तेलुगु वेलफेयर सोसाइटी रायपुर, आंध्र समाज एवं संयुक्त आंध्र समाज बिलासपुर, भिलाई, छत्तीसगढ़ तेलगा समाजम कोरबा, किरंदूल, सुकमा, कोंडागांव, बीजापुर, नारायणपुर, आंध्र समाज बचेली आदि सदस्य शामिल हुए।