रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 8 जनवरी। दिल्ली किसान आंदोलन के समर्थन में सीटू की रायपुर इकाई ने यहां बूढ़ापारा में धरना-प्रदर्शन करते हुए जेल भरो आंदोलन चलाया। इस दौरान दो दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं ने अपनी गिरफ्तारी दी। उन्होंने चेतावनी दी है कि केंद्र सरकार जब तक किसान मजदूर विरोधी नए कानून वापस नहीं लेगी, तब तक उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
देशव्यापी सत्याग्रह व जेल भरो आंदोलन के तहत सीटू की रायपुर इकाई से जुड़े दर्जनों कार्यकर्ता आज यहां बूढ़ापारा में एकजुट हुए। इसके बाद वे सभी बैनर-पोस्टर लहराते हुए धरने पर बैठ गए। उनका यह धरना-प्रदर्शन लगातार जारी रहा। आखिर में उन सभी ने अपनी गिरफ्तारियां दी। सीटू के प्रदेश सचिव धर्मराज महापात्र ने कहा कि किसान आंदोलन पर है। मजदूरों ने 26 नवम्बर को अभूतपूर्व हड़ताल की थी। लेकिन मोदी सरकार देश विरोधी नीतियों को ही आगे बढ़ाने में लगी है। सरकार की इस नीति के विरोध में आज देशभर में धरना, प्रदर्शन, घेराव, जेल भरो आंदोलन जारी है।
उन्होंने बताया कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली समेत देश के किसान नए कृषि कानून वापस लेने समेत अपनी अन्य मांगों को लेकर लगातार दिल्ली में जमे हैं। उनके समर्थन में आज यहां सीटू की रायपुर इकाई में धरना-प्रदर्शन किया। जेल भरो आंदोलन के तहत गिरफ्तारियां भी दीं। उनका कहना है कि आंदोलन के जरिए सीटू ने मजदूर विरोधी चारों श्रम संहिता को रद्द करने की मांग की।
इसके अलावा उनकी मांगों में किसान विरोधी तीनों कृषि कानून और बिजली कानून संशोधन बिल वापस लेने, सार्वजनिक क्षेत्र का निजीकरण बंद करने, सभी गैर आयकर दाता परिवार को साढ़े 7 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान करने, सभी जरूरतमंदों को प्रति व्यक्ति 10 किलो अनाज उपलब्ध कराने, मनरेगा के तहत 7 सौ रुपए प्रतिदिन मजदूरी के साथ 2 सौ दिन का काम देनेेे, एनपीएस रद्द कर पुरानी पेंशन योजना लागू करने भी शामिल रहा।