कोण्डागांव
कोण्डागांव, 1 फरवरी। शासकीय गुंडाधुर स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोण्डागांव में भूतपूर्व छात्र परिषद की बैठक 30 जनवरी को महाविद्यालय के सभागार में रखी गई। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. किरण नुरूटी ने बैठक के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए कहा कि, प्रत्येक शैक्षणिक संस्थान के भूतपूर्व छात्र अपना एक समूह बनाकर उस संस्थान के विकास में अपना हर संभव योगदान देने का प्रयास करते हैं, जिसमें उनके सुझाव, महाविद्यालय में होने वाली विभिन्न शैक्षणिक और गैर शैक्षणिक गतिविधियों पर उनकी प्रतिक्रियाएं तथा महाविद्यालय के अधोसंरचना विकास में उनके योगदान सम्मिलित हैं। भूतपूर्व छात्र व शिक्षक मिलकर अपने अनुभव और गतिविधियों के संबंध में से शिक्षा और विद्यार्थियों के विकास के नए मानक स्थापित कर सकते हैं। इसके साथ ही डॉ. किरण नुरूटी ने भूतपूर्व छात्र परिषद और उनके कार्यों की आगामी नैक मूल्यांकन में महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, नैक मूल्यांकन के विभिन्न बिंदुओं में एलुमनाई एसोसिएशन के कार्यों तथा महाविद्यालय विकास में इनकी गतिविधियों भी एक महत्वपूर्ण मूल्यांकन बिंदु है तथा इसकी सक्रियता का महाविद्यालय को अच्छे ग्रेड पाने में सहायता मिलेगी।
बैठक की अगली कड़ी में महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्रों ने अपनी बातें रखी जिनमें सबसे पहले शिक्षक बलराम यादव ने अपने विचार रखते हुए कहा कि, महाविद्यालय में संचालित पाठ्यक्रम के अतिरिक्त भी विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास के लिए सभी प्राध्यापकों को तत्पर रहना चाहिए। महाविद्यालय की प्रथम वर्ष की छात्रा तथा वर्तमान में कोण्डागांव नगर में सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय ननकी वैष्णव ने महाविद्यालय से जुड़ी अपनी यादों को साझा करते हुए महाविद्यालय के स्वरूप में हुए वृहद परिवर्तन पर हर्ष व्यक्त किया तथा साथ ही महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास में परिषद की तत्परता हेतु आश्वस्त किया। उक्त कार्यक्रम में महाविद्यालय के भूतपूर्व छात्रों के रूप में सहायक प्राध्यापक पुरोहित सोरी, विनय देवांगन, हनी चोपड़ा, ज्योति देवांगन, प्रयोगशाला तकनीशियन अश्विनी ठावरे, ज्योति ओस्तवाल तथा प्रयोगशाला परिचारक बादल कर्मकार ने भी अपनी सहभागिता प्रदान की। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राध्यापक शोभाराम यादव, शशि भूषण कन्नौजे, रूपा सोरी, डॉ. देवाशीष हालदार, नसीर अहमद, डॉ आशीष आसटकर व चित्रकिरण पटेल उपस्थित रहे।