धमतरी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कुरुद,11 फरवरी। मोदी सरकार के तीन नयेे कृषि कानून के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के पक्ष में अब कांग्रेस खुलकर सामने आ गई है ।कुरुद में प्रेसवार्ता कर इस आशय की जानकारी देेत हुए कांंग्रेसी नेताओं ने सडक़ से संसद तक लड़़ाई का ऐलान किया।
बुधवार को कुरूद में ब्लाक कांग्रेस कमेटी के बैनर तले आयोजित प्रेसवार्ता में धमतरी जिला प्रभारी मोहन लालवानी ने कहा कि बीजेपी सरकार द्वारा पारित कृषि बिल पूरी तरह किसानों के साथ छलावा है। कृषि बील को कोरोना काल में लाकर बिना बहस के पास करना पूरी तरह से असंवैधानिक है। जिसके विरोध में पिछले 75 दिनों से किसान आंदोलनरत है।
खुले आसमान तले कड़ाके की ठंड में आंदोलन में बैठे 170 से अधिक किसान शहीद हो चुके हैं। अब तक के सबसे बड़े इस आंदोलन से पूरा देश प्रभावित है। इसके बावजूद अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए भाजपा की केंद्र सरकार किसानों की मांग को अनदेखा कर कृषि कानून वापस लेने तैयार नहीं हैं। इससे समझा जा सकता है कि केंद्र सरकार किसान हितैषी होने का सिर्फ दिखावा करती है। वास्तव में तो यह सरकार 2 से 4 उद्योगपतियों द्वारा चलाई जा रही है और प्रधानमंत्री तो कठपुतली बनकर रह गए हैं। श्री
लालवानी ने बताया कि केंद्र सरकार ने कोरोना काल में तीन अध्यादेश जून 2020 में पारित किए जो संसद के दोनों सदनों में बिना बहस और मतदान के पारित कर दिया गया। ताकि किसान कोई आंदोलन ना कर सके। कांग्रेसियों का कहना है कि इस बिल के आधार पर केंद्र सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य की व्यवस्था को ही समाप्त कर सकती है, क्योंकि निजी क्षेत्र के व्यक्तियों को समानांतर मंडी खोलने की अनुमति दे कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के आड़ में किसानों की भूमि कारपोरेट घरानों को दिए जाने की तैयारी की जा रही है। केंद्र सरकार कृषि उपज के संग्रहण और विपणन की पूरी व्यवस्था निजी क्षेत्र के हवाले करना चाहती है। जिसके कारण गरीब किसान और मजदूरों को अनेक कठिनाइयों से गुजारना पड़ेगा। इस मौके पर अनुसूचित जनजाति आयोग उपाध्यक्ष राजकुमारी दिवान, पूर्व विधायक लेखराम साहू, जनपद अध्यक्ष शारदा साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष तपन चंद्राकर, नीलम चंद्राकर, लक्ष्मीकांता, हेमंत साहू, रमेशर साहू, प्रमोद साहू, घनश्याम चंद्राकर, रमाशंकर वाजपई, पप्पू राजपूत, योगेश चंद्राकर, , डिलन चंद्राकर, मनीष साहू, बसंत साहू, जगजीत कौर, योगेश साहू, महिम शुक्ला, तुकेश साहू आदि उपस्थित थे।