रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 30 अप्रैल। लॉकडाउन के बीच कोरोना से प्रभावित कई कॉलेज शिक्षकों को ऑनलाइन क्लास लेने के लिए काफी दबाव है। हालांकि इसके लिए शासन स्तर कोई आदेश जारी नहीं हुए है, लेकिन कुछ प्राचार्यों ने शिक्षकों पर दबाव बनाया है। इसकी शिकायत विभाग प्रमुख को भेजी गई।
प्रदेश कोरोना के बुरी तरह चपेट में है। कई कॉलेजों के शिक्षक कोरोना से पीडि़त हैं। कुछ की स्थिति अभी भी नाजुक बनी हुई है, मसलन छत्तीसगढ़ कॉलेज के दर्जनभर शिक्षक कोरोना की चपेट में आए हैं। कई तो ठीक हो गए हैं, लेकिन एक-दो अभी भी संक्रमित हैं।
न सिर्फ छत्तीसगढ़ कॉलेज बल्कि अन्य सरकारी कॉलेजों में भी कमोवेश यही स्थिति हैं। मगर इन शिक्षकों पर कुछ प्राचार्यों ने ऑनलाइन क्लास लेने के लिए काफी दबाव बनाए हुए हैं। इनमें से छत्तीसगढ़ कॉलेज के प्राचार्य डॉ.अमिताभ बैनर्जी ने तो शिक्षकों को साफ तौर पर चेता दिया है, यदि वे क्लास नहीं लेते है, तो उनकी शिकायत उच्च शिक्षा विभाग को भेजी जाएगी।
डॉ. अमिताभ बैनर्जी के पास दो कॉलेजों का प्रभार है। दूसरी तरफ कोरोना को मत दे चुके कई शिक्षक होम आइसोलेशन है और, वे इतने कमजोर हो चुके हैं कि उनके ऑनलाइन क्लास लेना भी कठिन हो गया है। इससे परे विद्यार्थी भी बड़ी संख्या में कोरोना की चपेट में आए हैं, और वे क्लास में रूचि नहीं ले पा रहे हैं। इन सबके बावजूद लगातार क्लास लेने के लिए दबाव आने पर कुछ कॉलेज शिक्षक और छात्रों ने छत्तीसगढ़ कॉलेज प्राचार्य सहित कई और प्राचार्यों की शिकायत उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री और सचिव को भी भेजी गई है। उनसे आग्रह किया गया है कि लॉकडाउन की अवधि में ऑनलाइन क्लास पर रोक लगाई जाए और कोरोना प्रभावित शिक्षकों पर क्लास लेने के लिए दबाव न डाला जाए।