रायपुर
रायपुर, 19 मई। केन्द्र की मोदी सरकार द्वारा खाद के दाम बढाए जाने से किसानों में भारी रोष है, किसानों के आय को दुगुना करने वाली सरकार खाद के दामों को डेढ से दो गुना बढा कर किसानों के कमर तोडने पर उतारू हो गया है।
किसान कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी महामंत्री सिद्धार्थ चन्द्रा ने केन्द्र सरकार के इस निर्णय पर उक्त आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के आय को दुगुना करने का झांसा देकर एकबार फिर अपने करीबी बड़े घरानों के आय दुगुना करने में लगे हुए है। देश के प्रधानमंत्री किसानों का कोई परवाह नहीं कर रहें है, चाहे किसान विरोधी 3 कृषि बिल को लागू करने की जिद हो, चाहे अभी हाल ही में खाद के दामों में डेढ से दोगुना रेट बढाने की हो। देश में चल रहे किसानों के आंदोलन से चिढ कर खाद के दामों को बढा दिया गया है ।
ऐसे भी छत्तीसगढ़ के साथ उनके भेदभाव चाहे धान खरीदी में हो, या केन्द्रीय पूल से धान की खरीदी हो तथा अभी हाल ही में कोरोना काल में टीकाकरण का पूरे प्रदेश की जनता देख रही है । छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता अखबारबाजी व धरना की नौटंकी कर अपनी औपचारिक जिम्मेदारी निभा रहें है। छत्तीसगढ़ के हित के लिए केंद्र सरकार से मांग करने की हिम्मत भी जुटा पाते सिवाए कांग्रेस को कोसने के।
केन्द्र सरकार एकतरफ किसानों के साथ खाद के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर अन्याय कर रही है, वहीं छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल की सरकार किसानों को राजीव किसान न्याय योजना के इस वर्ष के धान खरीदी के अंतर की राशि को 21 मई को किसानों के खाते सीधे ट्रांसफर करने का निर्णय लेकर दिखा दिया है कि हम किसानों के साथ है , और जो हमने वायदा किया है, हर हाल में पूरा करेगे। छत्तीसगढ़ सरकार ने कोरोना जैसे आपात स्थिति में भी किसानों के पसीने के एक एक बूंद की कीमत को समझा है। जिसका हम स्वागत करतें है, इससे किसान खुशहाल होंगे तथा कोरोना काल में तथा आगामी खरीफ फसल के लिए मददगार होंगे ।