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नपा उपाध्यक्ष ने कहा -हम व्यापारियों के साथ पर जो पहले से वहां हैं, उन्हें पहले मिले
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 24 फरवरी। नगर पालिका परिषद द्वारा नए बस स्टैंड में बनाए जा रहे शॉपिंग कांप्लेक्स की गुरुवार को नीलामी का पहला चरण पूरा होना था। अनारक्षित कांपलेक्स की नीलामी शुरू होने के साथ ही विवादों में आ गई।
नीलामी प्रक्रिया के दौरान नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर आधा दर्जन पार्षद समर्थकों के साथ नीलामी हाल में पहुंच कर व्यापारियों से कहा कि अभी तक नीलामी और आबंटित दुकानों को लेकर पालिका पार्षदों की सहमति नहीं बनी है। जिसके कारण यह नीलामी प्रक्रिया गलत है। जिसके बाद वहां मौजूद पार्षद कलाम खान ने कहा कि आज किसी भी तरह नीलामी पूरा करना है। क्योंकि गीदम और जगदलपुर से आए व्यापारियों को बार-बार आने के लिए समय नहीं मिलेगा। जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया।
अध्यक्ष को पालिका दुकान नीलामी छोड़ बाहर आना पड़ा
एक-एक कर पालिका के पार्षद और एल्डरमैन पालिका कार्यालय के बाहर द्वार में एकत्र होने लगे थे। भाजपा पार्षद नंदू राना नीलामी हाल में बैठे रहे। इस दौरान नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर मीडिया से चर्चा कर ही रहे थे कि पीछे से पहुंचे नगर पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया ने बीच में टोका और उनके बीच जमकर कहा-सुनी हुई।
हालांकि मीडिया से नपा उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लूर ने कहा कि नए बस स्टैंड में निर्माणाधीन शॉपिंग कांपलेक्स वहां पहले से मौजूद दुकानदारों को ध्यान में रखते हुए नीलामी प्रक्रिया की जानी थी, आज होने वाले नीलामी स्थगित करने की सूचना सीएमओ को दी गई थी। फिर भी गुपचुप तरीके से यहां प्रक्रिया जारी थी। उन्होंने कहा की आज सभी व्यापारी आए हुए हैं। उन्हें बताया गया है की वहां पहले से दुकान लगाने वाले ठेला टपरी वालों को चिन्हित और आबंटित करने के बाद ही नीलामी होगी।
पुरुषोत्तम सल्लूर के साथ पार्षद व सदस्य राज्य युवा आयोग प्रवीण डोंगरे, जितेंद्र हेमला,कविता यादव, सोनमती ताती, लक्ष्मण कडती, साहिल तिग्गा, जितेंद्र हेमला, एल्डरमैन और कांग्रेस के नगर अध्यक्ष संतोष गुप्ता सहित अन्य कांगेसी मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि नए बस स्टैंड में प्रतावित डबल स्टोरी शॉपिंग कांप्लेक्स में कुल 46 दुकानें हैं जिसमे आरक्षण की स्थिति एसटी 22, एससी 07, ओबीसी 07, शिक्षित बेरोजगार 02, भूतपूर्व सैनिक 01, दिव्यांग 01, महिला 06, विधवा और परित्यक्ता 01 शामिल हैं। जिसके नीलामी की तिथि 15 फरवरी तय की गई थी जिसे संशोधित करते हुए 23 फरवरी निर्धारित की गई थी।
नगर पालिका परिषद बीजापुर के सीएमओ बीएल नुरेटी ने कहा कि संशोधन सूचना देने में चूक हुई है। अब दुकान नीलामी की प्रक्रिया भूमि आवंटन के बाद पूरी की जाएगी।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 22 फरवरी। कांग्रेस नेताओं के यहां ईडी की कार्रवाई के बाद से प्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया हैं। कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को राजनैतिक द्वेष से प्रेरित बताते हुए केंद्र की मोदी सरकार व भाजपा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया तथा भाजपा कार्यालय के सामने खूब जमकर नारेबाजी की गई।
बुधवार को यहां जिला कांग्रेस कमेटी की अगुवाई में भाजपा के इशारे पर काम कर रही ईडी और आईटी विभाग द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर राजनैतिक द्वेष पूर्वक छापामार कार्यवाही के विरोध में केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा के खिलाफ जंगी प्रदर्शन किया गया। साथ ही कांग्रेसियों ने भाजपा कार्यालय का घेराव कर ईडी और आईटी विभागों के खिलाफ जमकर नारे बाजी की है। जब जब मोदी डरता है ईडी को आगे करता है, का नारा प्रदर्शन में छाया रहा।
कांग्रेसियों ने कांग्रेस भवन से भाजपा कार्यालय तक रैली निकाली। भाजपा कार्यालय के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जंगी प्रदर्शन करते हुए भाजपा और केंद्र की मोदी सरकार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने कुछ चुनिंदा पूँजीपतियों और उद्योगपति मित्रों की सरकार करार दिया है। साथ ही कांग्रेसियों ने केंद्र की भाजपा और मोदी सरकार को गरीब, युवा, आदिवासी और किसान विरोधी कहा है।
बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी और जिला कांग्रेस कमेटी बीजापुर के अध्यक्ष लालू राठौर ने एक सुर में कहा कि केंद्र की मोदी सरकार सभी मामलों में विफल है चाहे किसानों की आय दोगुनी करने की बात हो, महंगाई कम करने की बात हो,चाहे युवाओं को रोजगार देने की बात हो सभी क्षेत्रों में भाजपा और मोदी सरकार पूरी तरह फेल हो गई है और देश की पूरी सम्पत्ति को अडानी को दिया जा रहा है। एसबीआई और एलआईसी में किये गये घोटाले को छिपाने व लोगों का ध्यान भटकाने के लिये जानबूझकर विपक्षी दलों पर ईडी सीबीआई, आईटी का दुरुपयोग मोदी सरकार और भाजपा कर रही है, ईडी, सीबीआई और आईटी जैसे संस्थान आज भाजपा की बी-टीम बन गई है।
धरना प्रदर्शन के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष लालू राठौर, कृषक कल्याण परिषद सदस्य बसन्त राव ताटी, बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण सदस्या श्रीमती नीना रावतिया उद्दे, युवा आयोग सदस्य प्रवीण डोंगरे, नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लुर, विधायक प्रतिनिधि सुरेन्द चापा, जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री सुखदेव नाग, युवा कांग्रेस उपाध्यक्ष एजाज खान, महिला कांग्रेस, जिला पंचायत के प्रतिनिधि, जनपद के प्रतिनिधि, नगर पालिका के प्रतिनिधि, नगर पंचायत के प्रतिनिधि, सभी ब्लाक कांग्रेस के कार्यकर्ताओ के अलावा बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे।
नम्बी में कैम्प बैठने के बाद बढ़ रही आस्था और पर्यटन की संभावनाएं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 फरवरी। जिले में महाशिवरात्रि पर्व धूमधाम से मनाया गया। साथ ही बीजापुर के अंदरूनी इलाकों में भी महाशिवरात्रि गाजे-बाजे के साथ उत्साहपूर्वक मनाया गया।
बीजापुर जिले के महादेव घाट, भोपालपटनम, भद्राकाली, ठोटापारा, आवापल्ली, उसूर सहित दर्जनों गांवों में भक्तों ने महाशिवरात्रि मनाई। छत्तीसगढ़- तेलांगाना की सीमाक्षेत्र नम्बी में भी हिरमाराज शिव मेला का आयोजन किया गया।
खास बात यह रही कि स्थानीय ढोल नगाड़ों के बीच यहां देशी गोंडी नाच में सैकड़ों ग्रामीण इक_ा हुए थे। सुरक्षाबलों का कैम्प लगने के बाद यहां आवाजाही बढ़ी है।साथ ही विख्यात नम्बी वाटरफॉल तक जाना अब आसान हो गया है।
दशकों से बंद थी सडक़
करीब दो दशकों से माओवादियों के कब्जे में रही उसूर से कोत्तापल्ली की सडक़ में अब निर्माण का काम शुरू हो गया है। उसूर से गलगम, नम्बी होते 17 किमी दूर गूंजेपरती तक मिट्टी मुरुम का काम जारी है।
सडक़ निर्माण के जरिये विकास पहुंचाने की कवायद में गलगम और नम्बी में सुरक्षाबलों के दो कैम्प तैनात किए गए हैं। जिसकी वजह से आज आवाजाही के साथ साथ मेले में महाशिवरात्रि मनाने आवापल्ली, उसूर सहित क्षेत्र के दर्जनभर गांवो के सैकड़ों लोग जुटे थे। माओवादी घटनाओं के बीच नम्बी में लौट रही चहल-पहल विकास की तस्वीर बयां कर रही हैं।
समाज के प्रतिनिधियों ने जताया आभार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 19 फरवरी। धाकड़ समाज व दोरला समाज के लंबे समय से मांग थी कि जि़ला मुख्यालय बीजापुर में उनके लिए सामाजिक भवन हो, जिसे बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी ने पूरा किया और रविवार को ही बीजापुर के धाकड़ और दोरला समाज के लोगों की उपस्थिति में विधायक ने सामाजिक भवनों का भूमिपूजन किया।
इन सर्वसुविदा युक्त भवनों के जिला मुख्यालय में बनने से धाकड़ समाज और दोरला समाज के सामाजिक बैठक व सामाजिक कार्य करने में सुविधा होगी। भूमिपूजन में आये समाज के लोगों ने समाज के लिए नये भवन की सौगात मिलने पर बीजापुर के विधायक विक्रम मंडावी और प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का आभार जताये है।
भूमिपूजन के दौरान विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की यह सोच थी कि प्रदेश के हर समाज का अपना एक सामाजिक भवन हो, इसी सोच के अनुरूप जिले के अलग-अलग समाज के लिए सामाजिक भवनों का निर्माण किया जा रहा है।
भूमिपूजन के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष लालू राठौर, जिला पंचायत उपाध्यक्ष कमलेश कारम, नगर पालिका उपाध्यक्ष पुरुषोत्तम सल्लुर, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष सुखलाल पुजारी, पार्षद कलाम खान, पार्षद लक्ष्मण कड़ती, पार्षद कविता यादव, ईटपाल सरपंच व विधायक प्रतिनिधि जगबन्धु मांझी, पीसीसी सदस्य जय कुमार नायर, जिला कांग्रेस कमेटी कोषाध्यक्ष पुरुषोत्तम खत्री, नगर कांग्रेस अध्यक्ष संतोष गुप्ता व धाकड समाज और दोरला समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
मेले में सीमावर्ती राज्यों से पहुँचते हैं कारोबारी
भोपालपटनम, 17 फरवरी। महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य पर तेलंगाना और महाराष्ट्र की सीमा से सटे बीजापुर के भोपालपट्टनम में शिव-पार्वती कल्याणम महोत्सवम का आयोजन होता है। शिव-पार्वती के इस विवाह महोत्सव के दौरान बड़े स्तर पर मेले का आयोजन भी होता है। वर्ष 1982 से शुरू हुआ आयोजन आज बस्तर की पहचान बन चुका है।
दरअसल, भोपालपट्टनम में महाशिवरात्रि पर कल्याणम महोत्सवम ना सिर्फ बीजापुर बल्कि समूचे बस्तर में खास है। भोपालपट्टनम में मौजूद शिव और बजरंगबली की प्रतिमाएं 1847 में स्थापित की गई थी।
व्यापारी मुरलीधर गुज्ज़ा के मुताबिक, 1847 में तमिलनाडु के तंजावर गांव से एक परिवार यहां इंद्रावती के तट पर आकर बसे थे। वर्तमान में वह गांव तिमेड़ है। यह परिवार नीलाम सागौन लट्ठों को जलमार्ग से सीमांध्र राज महेन्द्री परिवहन करता था। इसी परिवार ने भोपालपट्टनम स्थित देवगुड़ी में शिव जी और बजरंगबली की प्रतिमा गर्भगृह में रखी थी। आगे चलकर वर्ष 1982 में जी कृष्णा की अगुवाई में देवगुड़ी का कायाकल्प हुआ। मंदिर समिति का गठन कर कल्याणम महोत्सवम की शुरुआत की।
मण्डपाछादन से लेकर विवाह तक
कल्याणमय महोत्सवम में विवाह की सभी रस्में पूर्ण विधि-विधान से निभाई जाती है। भक्त ही घराती और बाराती बनते हैं, इसके अलावा महाशिवरात्रि पर देर शाम भव्य झांकी भी निकाली जाती है।
महोत्सवम के दौरान महाशिवरात्रि से एक दिन पूर्व मंडप छाया जाता है, तत्पश्चात संध्या कलश यात्रा निकलती है, इसके बाद देर शाम भोपालपट्टनम चौराहे पर सगाई रस्म की शुरुआत होती है। इस दौरान शिव-पार्वती की प्रतिमा के संग वर पक्ष, वधु पक्ष की भूमिका में भक्त बैठते हैं, और सगाई रस्म पूरी होती है। अगले दिन महाशिवरात्रि पर अभिषेक और हवन उपरांत विवाह संपन्न कराया जाता है। विवाह का चावल यानी अक्षत और आभूषण कृष्णा परिवार की तरफ से भेंट किया जाता है, जिसमें शिव का मुकुट, माँ पार्वती का मंगल सूत्र, बिछिया आदि शामिल हैं।
सीमावर्ती राज्यों से पहुँचते हैं व्यापारी
कल्याणमय महोत्सवम के दौरान मेला रातभर भरता है। रोड कनेक्टिविटी के फलस्वरूप अब महाराष्ट्र, तेलंगाना राज्य के व्यापारी भी मेले में व्यापार के लिए पहुँच रहे हंै, इससे पूर्व केवल कांकेर, रायपुर से व्यापारी आते थे। अब मेला और भी गुलजार है।
महाशिवरात्रि पर कल्याणम के आयोजन के दो दिन पश्चात समिति नारायण सेवा का आयोजन करती है, जिसमें प्रसाद ग्रहण करने समूचा भोपालपट्टनम उमड़ता है। इस वजह भोपालपट्टनम में महाशिवरात्रि का मेला बस्तर संभाग में ख्यातिप्राप्त है।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 फरवरी। पड़ोसी राज्य तेलंगाना व आंध्रप्रदेश के बाद अब बीजापुर में ड्रोन से खेतों में कीटनाशक दवा छिडक़ाव की तैयारी की जा रही है। इसके लिए एक पखवाड़े पहले यहां केवीके ने किसानों को बुलवाकर इसका डेमो दिखवाया। किसानों ने इस पर दिलचस्पी दिखाई। अब दूसरा डेमो मिर्च के खेतों पर दिखाया जाएगा। इसके बाद जो किसान ड्रोन लेना चाहेंगे उन्हें पचास फीसदी सब्सिडी में ड्रोन उपलब्ध हो जाएगा।
कृषि विज्ञान केंद्र के प्रमुख व वैज्ञानिक भूपेंद्र ठाकुर ने बताया कि आंध्र व तेलंगाना में ड्रोन के इस्तेमाल से खेतों में कीटनाशक दवा के छिडक़ाव का काम हो रहा हैं। उसी तर्ज पर यहां भी किसानों को ड्रोन पद्धत्ति से खेतों में कीटनाशक छिडक़ाव के लिए एक पखवाड़े पहले बैंगलूर की गरुड़ा एरोनॉटिक्स कंपनी ने किसानों को ड्रोन से खेतों में कीटनाशक दवा छिडक़ाव करने का डेमो दिखाया था। इसे देखकर किसानों ने खासी दिलचस्पी दिखाई।
उन्होंने बताया कि ड्रोन पद्धति से कीटनाशक छिडक़ाव जहां समय का बचत करवाएगी। वही कृषि मजदूरों की समस्याओं से भी किसानों राहत देगी।
भूपेंद्र ठाकुर के मुताबिक यह ड्रोन दो मीटर क्षमता के साथ करीब 5 सौ मीटर दूरी तक रिमोट कंट्रोल से ऑपरेट होगा। ड्रोन के उपयोग से किसानों को किट पतंगों के हमले से भी राहत पहुंचेगी। इसके लिए किसानों को पूरी तरह से प्रशिक्षित किया जा रहा हैं। उन्होंने बताया कि किसानों के प्रशिक्षित होने जाने के बाद जो किसान ड्रोन लेना चाहेंगे उन्हें 50 फीसदी सब्सिडी में यह ड्रोन उपलब्ध हो जाएगा।
वहीं दूसरी ओर कृषि विभाग के संयुक्त संचालक प्रताप कुसरे ने बताया कि जिले में कुल कृषि रकबा 84 हजार हेक्टेयर है जिसमे खरीफ सीजन में 77 हजार हेक्टेयर में फसल ली जाती है। इसके साथ ही रबी सीजन के फसलों में किसानों की दिलचस्पी अब बढऩे लगी है। जिसका कुल रकबा 5 हजार 3 सौ हेक्टेयर है। बीते सालों की तुलना में नगदी फसल के रूप में सब्जियों की खेती अब शुरू हो रही है। जिले में 28 हजार 93 किसान हैं। जिनमे उन्नत किसानों की संख्या में अब बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।
20 हेक्टेयर मिर्च की खेत में होगा डेमो
वैज्ञानिक व केवीके प्रमुख भूपेंद्र ठाकुर ने बताया कि मार्च के महीने में 4 दिवसीय डेमो करवाया जाएगा। इस बार तारलागुड़ा, कोत्तूर, नैमेड व हीरापुर के 20 हेक्टेयर मिर्च की खेत मे यह डेमो करवाई जाएगी। फील्ड में ड्रोन के उपयोग को किसान बेहतर तरीके से देख व समझ पाएंगे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 17 फरवरी। जिले के भोपालपटनम ब्लॉक के मेटलाचेरु में अंतरराज्यीय वॉलीबॉल स्पर्धा का फाइनल मुकाबला तारलागुड़ा व तेलंगाना की चिंताकोंटा के मध्य खेला गया, जिसमें चिंताकोंटा ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए फाइनल मुकाबला अपने नाम कर लिया हैं। विजयी टीम को बीजापुर विधायक ने 51 हजार रुपये व ट्रॉफी देकर पुरस्कृत किया।
बीजापुर के सुदूर इलाके भद्राकली के मेटलाचेरू में 5 दिवसीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का समापन गुरुवार को किया गया। स्पर्धा के फाइनल मैच में बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी बतौर मुख्य अतिथि रहे। भोपालपटनम विकासखंड के मेटलाचेरु में 13 से 17 फरवरी तक अंतरराज्यीय डे-नाईट वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इसमें छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र व तेलंगाना से कुल 64 टीमों ने हिस्सा लिया था।
डे-नाईट मैच के लिए विधायक विक्रम मंडावी ने मेटलाचेरू के मैदान में हाई मास्क लाइट की व्यवस्था करवाई थी। जिससे लोगों ने डे-नाईट मैच का भरपूर लुफ्त उठाया। मैच की खुमारी का ऐसा नशा कि एक 60 वर्षीय महिला ने मैदान के किनारे लकड़ी के बाड़े पर बैठकर खेल का भरपूर आनंद लिया।
मैच का पहला सेमीफाइनल तारलागुड़ा और मेटलाचेरू के बीच खेला गया था, जिसमें तारलागुड़ा की टीम ने 2-1 से बाजी मारी थी। दूसरा सेमीफाइनल तेलंगाना की कोंगाला और चिंताकोंटा तेलंगाना के मध्य खेला गया था। इसमें चिंताकोंटा तेलंगाना को 2-1 से हराया। स्पर्धा का फाइनल मुकाबला मैच गुरुवार को तारलागुडा व चिंताकोंटा के बीच खेला गया। जिसमें चिंताकोंटा तेलंगाना की टीम ने 2-0 से जीत का खिताब अपने नाम कर लिया। इस प्रतियोगिता में विजेता टीम को बीजापुर विधायक विक्रम मंडावी ने 51 हजार व ट्रॉफी उपविजेता टीम को 25 हजार व ट्रॉफी तथा तृतीय स्थान पाने वाली टीम को 10 हजार रुपये व ट्राफी इनाम देकर पुरस्कृत किया।
ज्ञात हो कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए बीजापुर जिले में लगातार खेलों का आयोजन किया जा रहा हैं।
समापन के दौरान विधायक सहित जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडिय़म, कांग्रेस जिलाध्यक्ष लालू राठौर,जिला पंचायत सदस्य सरिता चापा,कृषि मंडी अध्यक्ष कामेश्वर गौतम,सुखदेव नाग,चापा सुरेंद्र,पुरुषोत्तम सल्लुर,सुनील उद्दे विशेष रूप से मौजूद रहे।
शालेय शिक्षक संघ ने विधायक को सौंपा ज्ञापन
20 को रायपुर में होगा जंगी प्रदर्शन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 फरवरी। छग शालेय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रहलाद जैन व जिला सचिव कैलाश रामटेके के नेतृत्व में शिक्षक एल बी संवर्ग जिसमें सहायक शिक्षक,शिक्षक एवं व्याख्याता को प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पुरानी पेंशन, वेतन विसंगति क्रमोन्नति, पदोन्नति व ओपीएस या एनपीएस विकल्प हेतु समय सीमा में वृद्धि को लेकर आंदोलन के प्रथम चरण में मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व मुख्य सचिव, सचिव स्कूली शिक्षा विभाग, वित्त विभाग सामान्य प्रशासन विभाग, संचालक लोक शिक्षण एवं पेंशन भविष्य निधि के नाम ज्ञापन संयुक्त कलेक्टर सुमन राज को बीते दिनों सौंपा गया।
आंदोलन के दूसरे चरण में गुरुवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन क्षेत्रीय विधायक विक्रम मण्डावी को सौंपा गया। उन्होंने इस हेतु सीएम से चर्चा का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में उक्त माँगों के अलावा पेंशन हेतु अर्हकारी सेवा केंद्र के समान 33 वर्ष के स्थान पर 20 वर्ष करने व जन घोषणा पत्र के अनुसार माँगों को पूरा करने की माँग की गई है। हालांकि पूर्व सेवा गणना मोर्चा वार्ता का पक्षधर है, किंतु मांगे पूर्ण नहीं होने की स्थिति में प्रदेशभर के शिक्षक एलबी संवर्ग उग्र आंदोलन हेतु बाध्य होंगे। जिसकी जिम्मेदारी शासन -प्रशासन की होगी।
इस अवसर पर प्रतिनिधि मंडल में जिला उपाध्यक्ष रुद्र प्रताप झाड़ी, महामंत्री वसीम खान, ब्लॉक अध्यक्ष शिव पूनेम, विजय चापड़ी, पूर्णचंद बेहरा, विजय झाड़ी, संजीव अवस्थी, महेन्द्र काशी, विनोद मड़े, बोडक़े मास्कर, रवीन्द्र मोरला, सुखराम साहनी आदि पदाधिकारी उपस्थित थे।
कहा- भाजपा न भूले उनके नेताओं के दामन पर है झीरम के दाग
भाजपा सरकार में कांग्रेस नेताओं की नक्सली कर चुके हैं हत्या
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 16 फरवरी। बस्तर में एक महीने के अंदर हुए तीन भाजपा नेताओं की हत्या का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा हैं। भाजपा ने कांग्रेस पर टारगेट किलिंग का आरोप लगाते हुए इसे राजनीतिक हत्या बताया है। भाजपा के आरोपों पर बीजापुर विधायक ने अपनी प्रतिक्रिया दी है।
बीजापुर विधायक व कांग्रेस नेता विक्रम मंडावी ने एक बयान जारी कर भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा अपने ही कार्यकर्ताओं की मौतों पर राजनीति रोटी सेंक रही हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा ये न भूले कि भाजपा नेताओं के दामन पर झीरम नरसंहार के खून के छींटे लगे हुए हैं। हत्या किसी की भी हो, निंदनीय है।
विधायक विक्रम ने कहा कि भाजपा नेता गैरजिम्मेदाराना और नक्सल हिंसा पर ओछी राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा की रमन सरकार के दौरान बीजपुर में कांग्रेस नेता और जिला पंचायत सदस्य सीका मांझी और जनपद उपाध्यक्ष बुधराम राणा की भी नक्सलियों ने हत्या की थी। तब भाजपा नेताओं के लिए नक्सल घटना की परिभाषा अलग थी। कांग्रेस ने भी नक्सल हिंसा में अपने नेताओं को खोया हैं। लेकिन कांग्रेस ने इस पर कभी राजनीति नहीं की।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस कभी भाजपा की तरह जांच रोकने में विश्वास नहीं करती। भाजपा ने शुरू से झीरम नरसंहार की जांच बाधित की। भाजपा के 15 साल सत्ता में रहते रोजाना बड़ी तादाद में आम नागरिक व जवान मारे जाते थे। बस्तर में लगातार भाजपा का जनाधार गिर रहा हैं।
उन्होंनेे कहा कि भाजपा ने आदिवासियों का विश्वास खोया है। इससे बौखलाकर भाजपा बस्तर को प्रायोजित ढंग से अशांत करने के पडयंत्र में लगी है और प्रदेश सरकार को बदनाम करने में लगी है।
भोपालपटनम, 15 फरवरी। स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी/हिंदी माध्यम स्कूल भोपालपटनम के प्रांगण में वार्षिकोत्सव हर्षोलास के साथ मनाया गया। मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ नगर पंचायत अध्यक्ष रिंकी कोरम ने मां सरस्वती के समक्ष द्वीप प्रज्जलित कर किया। इस अवसर पर संतोष बोरे उपाध्यक्ष नपं भोपालपटनम, विजार खान, अरुण वासम, शेख रज्जाक, डी. शशिकला, नगर पंचायत भोपालपटनम पार्षदगण अनीश कल्लूरी एवं पत्रकार संतोष पेद्दापोलवार उपस्थित थे।
इस अवसर पर विद्यालय के नन्हे-मुन्ने बच्चों द्वारा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. बघेल एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी कंडिक नारायण भी शामिल हुए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बी.आर. बघेल एवं विकासखंड शिक्षा अधिकारी कंडिक नारायण ने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की एवं प्रत्येक कक्षा के उत्कृष्ट छात्र / छात्राओं को पुरस्कार सहित मेडल एवं सर्टिफिकेट प्रदान किया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के समस्त शिक्षक/ शिक्षिकाए एवं छात्र / छात्राओं का अहम योगदान रहा एवं पालकों ने भी अपना अमूल्य योगदान दिया।
कार्यक्रम के अंत में संस्था के प्राचार्य एन. राजेश ने आए हुए दर्शकों एवं कार्यक्रम में भाग लिए हुए छात्र-छात्राओं को धन्यवाद ज्ञापित किया।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 फरवरी। बीजापुर के वार्ड क्रमांक 7 शांति नगर में मंगलवार को क्षेत्रीय विधायक और बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी ने कंवर समाज को आबंटित भूमि का पूजन किया। भूमि आवंटन और भवन के लिए भूमिपूजन से कंवर समाज ने प्रदेश के मुखिया और क्षेत्रीय विधायक को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
कंवर समाज प्रमुखों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल के प्रथम आगमन पर समाज प्रमुखों द्वारा सामाजिक गतिविधियों के संचालन के लिए भवन व भूमि की मांग की थी। उन्होंने कम दर पर भूमि उपलब्ध कराने का वादा किया था, जिसके बाद प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी थी। प्रदेश के मुखिया के द्वितीय प्रवास पर उन्होंने स्वयं 15 लाख रुपए भवन निर्माण के लिए राशि की स्वीकृति दी।
कंवर समाज के प्रमुखों ने बताया कि 14 फरवरी को क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी ने कंवर समाज के पारंपरिक पुरखा देव पूजन के साथ भूमि का पूजन किया। इस दौरान विधायक विक्रम मंडावी ने कहा कि सामाजिक भवन निर्माण किसी भी तरह की कमी नहीं आएगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि और जरूरत पडऩे पर और मदद की जाएगी। सभी ने प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल और क्षेत्रीय विधायक विक्रम मंडावी को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
इस दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुडियम, युवा आयोग सदस्य प्रवीण डोंगरे, नीना रावतिया उद्दे, नगर पालिका अध्यक्ष बेनहूर रावतिया, पुरुषोत्तम सल्लूर सहित कंवर समाज प्रमुख कमलेश पैंकरा, जितेंद्र चंद्रवंशी, राजेंद्र कंवर, ओमप्रकाश कंवर, योगेश कपूर, विनय पैंकरा, महेश कंवर तथा महिला प्रकोष्ठ की साधना पैंकरा एवं भातरा समाज और पद्मशाली समाज प्रमुख मौजूद थे।
सुरक्षा व्यवस्था को लेकर की समीक्षा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 फरवरी। यहां कलेक्ट्रेट हॉल में कलेक्टर राजेन्द्र कटारा व पुलिस अधीक्षक आंजनेय वार्ष्णेय ने जिले के सभी राजनीतिक दल प्रमुखों के साथ सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बैठक बुलाई थी। बैठक में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर समीक्षा की गई।
ज्ञात हो कि प्रदेश में आगामी नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव को मद्देनजर रखते हुए बीजापुर सरीखे संवेदनशील जिले में जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। इसी के चलते बैठक में कलेक्टर एवं एसपी ने सभी दल प्रमुखों को राजनीतिक आयोजन अंदरुनी क्षेत्रों में भ्रमण, रैली, सभा के कार्यक्रम की पूर्व सूचना देने का आग्रह किया है, ताकि उन्हें आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराया जा सके। बीजापुर संवेदनशील जिला होने के कारण राजनीतिक दल के प्रमुख एवं कार्यकर्ता नक्सली हिंसा के शिकार होते हैं, और निशाने पर रहते हैं।
एसपी आंजनेय वाष्र्णेय ने कहा कि पुलिस प्रशासन सभी तरह की सुरक्षा व्यवस्था मुहैया करेगा। किन्तु एक दिन पहले सूचना देवें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस द्वारा प्राप्त गोपनीय सूचना को भी जनप्रनिधि गंभीरता से लेते हुए आपसी सहयोग और सामंजस्य बनाकर गतिविधियां करें। ताकि किसी प्रकार की जनहानि अथवा दुर्घटना को रोका जा सके।
कलेक्टर राजेन्द्र कटारा ने सभी दलों को सुरक्षित रहकर कार्यक्रम एवं गतिविधियां करने का आग्रह किया। इस दौरान बैठक में सभी दलों के प्रतिनिधि पुलिस और राजस्व विभाग के अनुविभागीय अधिकारी एवं सभी तहसीलदार मौजूद रहे।
डीएच सहित सीएचसी व पीएचसी के मरीजों पर प्रभाव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 14 फरवरी। प्रदेश में चुनाव से पहले एक एक कर कर्मचारी संगठनों ने सरकार के खिलाफ बिगुल फूंकना शुरू कर दिया हैं। आंबा कार्यकर्ता सहायिका संघ व सहायक शिक्षक फेडरेशन के बाद अब स्वास्थ्य कर्मचारी संघ एक दिन के लिए सांकेतिक हड़ताल जा रहा हैं। संघ ने सीएमएचओ को पत्र सौंपा कर इसकी सूचना भी दे दी है।
प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के प्रांतीय आह्वान पर जिले भर के 140 स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी 24 सूत्रीय मांगों को लेकर 15 फरवरी को एक दिवसीय सामूहिक अवकाश में रहेंगे। जिले के चारों विकासखंडों एवं जिला चिकित्सालय में उस दिन की छुट्टी के लिए आवेदन भरने का काम पूरा कर लिया गया है। करीब 10 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के सभी कैडरों में व्याप्त वेतन विसंगति सहित अन्य मांगों को लेकर जिनमें केंद्र के समान वेतन, नर्सों का पदनाम परिवर्तन, एकल पद वाले कैडरों में प्रमोशन चैनल बनाने, कपड़ा भत्ता, यात्रा भत्ता, विकिरण भत्ता आदि प्रमुख मांगों को लेकर एक दिवसीय हड़ताल किया जा रहा है।
बीजापुर स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष सदाशिव दुर्गम ने बताया कि आंदोलन के प्रथम चरण में शासन का ध्यानकर्षण करने एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेने एवम इसके बाद भी शासन स्तर से कोई विशेष कदम नही उठाए जाते हैं तो भविष्य में संघ के प्रांतीय आह्वान पर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले के पदाधिकारियों ने मंगलवार को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय रामटेके को ज्ञापन के माध्यम से एक दिवसीय सामूहिक अवकाश की सूचना दे दी गई है।
ज्ञात हो कि स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के एक दीनी हड़ताल पर चले जाने से जिला अस्पताल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के मरीजों पर इसका असर पड़ेगा।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष सदाशिव दुर्गम सहित ब्लॉक शाखा उसूर के अध्यक्ष राजेश दुर्गम, बीजापुर ब्लॉक शाखा अध्यक्ष विकास कावरे एवम वरिष्ठ सलाहकार पी एल टंडिया आदि उपस्थित थे।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 फरवरी। एक समय नक्सलियों के द्वारा बासागुड़ा-तर्रेम सडक़ पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दी गयी थी और इस सडक़ पर आवागमन बंद हो गया था। लेकिन अब सुरक्षा बलों की कड़ी चौकसी के बीच बासागुड़ा-तर्रेम सडक़ निर्माण पूर्ण हो चुकी है। इस सडक़ को अब डबल लेन निर्माण सहित पुल पुलियों के निर्माण के लिए केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने करीब ढाई सौ करोड़ की राशि स्वीकृत की है।
केंद्रीय सडक़ एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को ट्वीट कर बीजापुर - आवापल्ली- बासागुड़ा- जगरगुंडा मार्ग के डबल लेन सडक़ और पुल पुलिया निर्माण के लिए एलडबल्यूई योजना के तहत 240.99 करोड़ रुपए लागत की स्वीकृति की जानकारी दी है।
इस सडक़ के बन जाने से क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सार्वजनिक वितरण प्रणाली का राशन, पेयजल, बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने के लिए आसानी होगी। अविभाजित मध्यप्रदेश के दौरान 80 के दशक में बीजापुर से बासागुड़ा-जगरगुंडा होकर दोरनापाल तक इस मार्ग पर बसें चला करती थीं और बासागुड़ा एवं जगरगुंडा का बाजार गुलजार रहता था। लाल आतंक के चलते बाद में बसें बंद हो गयी और नक्सलियों ने इस सडक़ को जगह-जगह काट दिया था। वहीं पुल-पुलिया को पूरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया था।
नक्सलियों के दहशत के कारण कई ग्रामीण अपने गांव छोडक़र अन्यत्र चले गये थे। लेकिन अब सुरक्षा बलों की कड़ी सुरक्षा और सक्रिय सहभागिता से बासागुड़ा-तर्रेम सिंगल लेन सडक़ बन चुकी है। जिससे इस ईलाके के गांवों में विकास को बढ़ावा मिला है और ये गांव फिर से आबाद होने लगे हैं।
बासागुड़ा के ग्रामीण बताते हैं कि अविभाजित बस्तर जिले के दौरान 80 के दशक में यह क्षेत्र समृद्ध था, बीजापुर से दोरनापाल तक बसें चला करती थीं और वनोपज-काष्ठ का समुचित दोहन हो रहा था। इस ईलाके के किसान अच्छी खेती-किसानी करते थे, वहीं ग्रामीण संग्राहक वनोपज का संग्रहण कर स्थानीय बासागुड़ा बाजार में विक्रय करते थे। बासागुड़ा बाजार वनोपज के कारोबार से परिपूर्ण था। लेकिन आज से लगभग 20 वर्ष पहले लाल आतंक के चलते सडक़ बंद हो गयी और गांव के गांव वीरान हो गये थे।
अब शासन-प्रशासन के संकल्प से बासागुड़ा-तर्रेम पक्की सडक़ का सपना साकार हो गया है और ईलाके में विकास कार्यों को प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित किया जा रहा है। यही वजह है कि अब इस क्षेत्र के गांवों के ग्रामीण फिर से आकर बसने लगे हैं। सडक़ बन जाने के बाद अब इस क्षेत्र मेें शांति एवं अमन-चैन की आस लेकर फिर से खेती-किसानी को बेहतर ढंग से करने सहित वनोपज संग्रहण एवं अन्य जीविकोपार्जन साधनों की ओर उन्मुख हो गये हैं।
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
भोपालपटनम, 13 फरवरी। आज अगापे क्लब मेटलाचेरू अंतरराज्यीय वालीबॉल प्रतियोगिता 2023 का शुभारंभ किया गया है।
प्रथम पुरस्कार-51.001 रू, प्रदत्त - विक्रम शाह मंडावी उपाध्यक्ष बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण एवं विधायक बीजापुर, द्वितीय पुरस्कार- 25.001 रू, प्रदत्त -सरिता चापा सदस्य जिला पंचायत बीजापुर, तृतीय पुरस्कार -10.001 रू, प्रदत्त - अशोक मड़े सरपंच संघ अध्यक्ष भोपालपटनम एवं अन्य पुरस्कार भी हैं।
इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि सरिता चापा सदस्य जिला पंचायत बीजापुर, अध्यक्षता मिच्चा मुत्तैया उपाध्यक्ष जनपद पंचायत भोपालपटनम, विशिष्ट अतिथि कामेश्वर गौतम अध्यक्ष कृषि उपज मंडी जिला बीजापुर, रमेश पामभोई अध्यक्ष ब्लॉक कांग्रेस कमेटी भोपालपटनम, सुकना सवलम सदस्य जनपद पंचायत , मड़े अशोक अध्यक्ष ब्लॉक सरपंच संघ भोपालपटनम, मिच्चा सम्मैया पूर्व सरपंच देपला, एवं वरिष्ठ कांग्रेसी एवं ग्रामवासी आदि मौजूद रहे।
जिलाध्यक्ष को भेजा इस्तीफा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 13 फरवरी। प्रदेश में आगामी नवंबर में विधानसभा चुनाव से पूर्व बीजापुर में एक बार फिर भाजपा को बड़ा झटका लगा है। भोपालपटनम भाजपा के सक्रिय नेता ने अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
भोपालपटनम युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष गिरिजा शंकर तामड़ी ने मंडल अध्यक्ष व अन्य सभी पदों से सोमवार को अपना इस्तीफा लिखकर जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार को भेज दिया है।
गिरिजा शंकर भोपालपटनम क्षेत्र के सक्रिय भाजपा नेता रहे। वे इससे पहले युवा मोर्चा के महामंत्री भी रहे। पिछले दस सालों से वे पार्टी में सक्रिय रहकर काम कर रहे थे, लेकिन सोमवार को अचानक उनके भाजपा छोडऩे की खबर ने बीजापुर की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है। हालांकि त्यागपत्र में उन्होंने इस्तीफे के कारण नहीं लिखा है।
इधर, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने बताया कि गिरिजा शंकर का इस्तीफा मिला है। उन्होंने बताया कि गिरिजा शंकर ने अपने स्वास्थ्य व कुछ पारिवारिक कारणों के चलते इस्तीफा दिया है।
बीजापुर, 13 फरवरी। जिले ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक व संयोजिका के सोलह पदों पर अवैधानिक तरीके से नियुक्ति किये जाने पर बीजापुर सीएमएचओ पर निलंबन की गाज गिरी है। अवर सचिव ने जांच के बाद सीएमएचओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया हैं।
ज्ञात हो कि ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक और संयोजिका की सीधी भर्ती में हुई अनियमितता की जांच कराई गई। जांच प्रतिवेदन में डॉ. सुनील भारती मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी बीजापुर द्वारा 6 ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजिका( महिला) के पदों व 10 अन्य पदों पर प्रतीक्षा सूची से जारी नियुक्ति आदेश विधिक सम्मत नहीं हैं, क्योंकि ऐसे पद भविष्य में सीधी भर्ती से भरे जाने योग्य थे। इस अवैधानिक कृत्य के लिए डॉ. सुनील भारती पूरी तरह से जवाबदेह हैं तथा यह छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम का स्पष्ट उल्लंघन हैं। डॉ. सुनील भारती को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया हैं। निलंबन अवधि में डॉ. भारती का मुख्यालय संभागीय संयुक्त संचालक कार्यालय जगदलपुर निर्धारित किया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें जीवन निर्वाह भत्ता की पात्रता होगी। यह आदेश अवर सचिव राजेन्द्र सिंह गौर ने जारी किए हैं।
रोड ओपनिंग पार्टी को शिवमंदिर के पास पगडंडी मार्ग में मिला था
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 12 फरवरी। सुरक्षाबल के जवानों को नुकसान पहुंचाने के मकसद से नक्सलियों के प्लांट कर रखे बम को सुरक्षा बल के जवानों ने समय से पहले बरामद कर उसे निष्क्रिय करा दिया। इससे एक बार फिर भी नक्सलियों के मंसूबो पर पानी फिर गया।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक उसूर ब्लॉक आवापल्ली थाना क्षेत्र के सीतापुर और आवापल्ली के बीच रोड ओपनिंग पर निकली सीआरपीएफ 196 बटालियन व जिला बल के जवानों की संयुक्त पार्टी ने दोपहर 1.30 बजे के दरमियान सीतापुर कैंप से कुछ दूरी पर शिवमंदिर से करीब 50 मीटर दूर पगडंडी मार्ग पर 3 किलो वजनी एक आईईडी बरामद की।
इसकी सूचना बीजापुर बम स्क्वाड दस्ते को दी गई। बीजापुर से बीडीएस की टीम ने मौके पर पहुंचकर सुरक्षित तरीके से बम को डिफ्यूज कर दिया हैं। इससे जहां एक बड़ा हादसा होने से टल गया। वहीं नक्सलियों के मंसूबे पर एक बार फिर पानी फिर गया है।
एसडीएम व तहसीलदार ने की कार्रवाई
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 11 फरवरी। जिले में अवैध रेत उत्खनन पर अंकुश लगाने प्रशासन ने रेत तस्करों पर नकेल कसना शुरू कर दिया हैं।
शनिवार को उसूर ब्लॉक के मुरकीनार नदी किनारे अवैध रेत उत्खनन कर रही 3 टिप्पर और 1 जेसीबी को एसडीएम मनोज बंजारे व तहसीलदार मोहन कुमार साहू ने पकडक़र थाना प्रभारी मोदकपाल को सुपुर्द कर प्रकरण बनाकर खनिज विभाग को कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।
एसडीएम मनोज कुमार बंजारे ने बताया कि वे तहसीलदार आवापल्ली के साथ मुरकीनार की ओर निरीक्षण के लिए निकले हुए थे। इसी दौरान नदी किनारे अवैध रेत उत्खनन करते हुए टिप्पर क्रमांक सीजी 20 जे 9621, सीजी 20 जे 8156 व सीजी 20 जे 6866 व एक जेसीबी (सोल्ड) को जब्त किया गया है।
एसडीएम बंजारे ने बताया कि जब्ती के बाद सभी वाहनों को थाना प्रभारी मोदकपाल को सुपुर्द कर अवैध रेत उत्खनन का प्रकरण बनाकर खनिज विभाग को कार्रवाई के लिए भेज दिया गया है।
आधार कार्ड बनेगा मनरेगा मजदूरी भुगतान का आधार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 11 फरवरी। मिनिस्ट्री ऑफ रूरल डेवलपमेंट भारत सरकार ने 1 फरवरी से महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत श्रमिकों के मजदूरी भुगतान आधार बेस्ड पेमेंट सिस्टम के आधार पर करने का निर्देश जारी किया है। यह सिस्टम आधार कार्ड से बैंक का खाता लिंक के आधार पर कार्य करेगा। श्रमिकों को जिस बैंक में मनरेगा मजदूरी का भुगतान चाहिए होगा , उस बैंक में जाकर आधार नंबर को लिंक कराना होगा।
सीईओ जिला पंचायत रवि कुमार साहू ने यह जानकारी जिले के मनरेगा से जुड़े अमलों को बैठक में दी। उन्होंने बताया कि जिले में इस वित्तीय वर्ष में 31 मार्च तक 15 लाख मानव दिवस सृजित करने का लक्ष्य रखा गया है।जिसमें से वर्तमान में 76 प्रतिशत लक्ष्य पूर्ण कर लिए गए हैं। मनरेगा में जिले में कुल 1 लाख 7 हजार मजदूर पंजीकृत है, जिनमें से 33 प्रतिशत मजदूरों के बैंक खाते से आधार लिंक है। उन्होंने 20 फरवरी तक अधिक से अधिक मनरेगा मजदूरों के बैंक खाते से आधार लिंक कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही सीईओ ने कहा कि यह सिस्टम कैसे काम करता है। इसकी जानकारी मनरेगा जाबकार्डधारी परिवारों को देने जागरूक और आवश्यक सहयोग करने को कहा।
बैठक में सहायक परियोजना अधिकारी नारायण बंजारे, मनीष सोनवानी, प्रोग्रामर जिनेश कुमार, समन्वयक शिकायत निवारण ललित दास मानिकपुरी, जनपद पंचायत सीईओ, कार्यक्रम अधिकारी, प्रोग्रामर जनपद पंचायत के अलावा ग्राम पंचायत सचिव एवं रोजगार सहायक मौजूद रहे।
जाने क्या है आधार इंबेल्ड पेमेंट सिस्टम (एईपीएस)
यह एक प्रकार की भुगतान प्रणाली है जो विशिष्ट पहचान संख्या पर आधारित होती है और आधार कार्ड धारकों को आधार आधारित प्रमाणीकरण के माध्यम से निर्बाध रूप से वित्तीय लेनदेन करने की अनुमति देती है। एईपीएस बैंकिंग सेवा का उद्देश्य आधार के माध्यम से सभी को वित्तीय और बैंकिंग सेवाएं उपलब्ध कराकर समाज के सभी वर्गों को सशक्त बनाना है ।
एईपीएस प्रणाली द्वारा दी जाने वाली सेवाएं
नकद जमा, नकद आहरण, खाते में जमा शेष राशि की पड़ताल, एक आधार से दूसरे आधार में राशि स्थानांतरण, लेनदेन एवं विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे नरेगा, आवास, एनआरएलएम इत्यादि के भुगतान डीबीटी के माध्यम से सीधे हितग्राहियों के खाते में जाएगा।
एईपीएस प्रणाली चालू करने के लिये क्या करें
हितग्राही को अपना आधार कार्ड , पासबुक के साथ बैंक में ले जाना होगा । तत्पश्चात केवाईसी फॉर्म भरकर बैंक में जमा करना होगा। ये करने के बाद, 24 घंटों के अंदर हितग्राही इस प्रणाली का लाभ ले सकते हैं।
गरियाबंद जाने मद्देड़ से निकली थी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 फरवरी। मद्देड़ से गरियाबंद जाने सागौन से बनी फर्नीचर बीजापुर में पकड़ा गई। वन अमले ने आधी रात को मिले इनपुट के आधार पर यह कार्रवाई की है।
बीजापुर फारेस्ट एसडीओ देवेंद्र गौड़ ने बताया कि विभाग को सूचना मिली थी कि मद्देड़ से एक वाहन में सागौन से बनी कुछ फर्नीचर बीजापुर से होकर गरियाबंद जा रही हैं। विभाग को मिले इनपुट के बाद वन अमले ने गुरुवार की आधी रात को फारेस्ट नाका के पास मद्देड़ की ओर से आ रही वाहन को रोका और छानबीन में पाया कि सागौन से बनी फर्नीचर मद्देड़ की है और टीपी बीजापुर से बनी हैं। इसके आधार पर सागौन से बनी फर्नीचर वाहन को डिपो लाया गया। यहां पकड़े गए फर्नीचर का मेजरमेंट किया गया। एसडीओ गौड़ ने बताया कि पकड़े गए फर्नीचर में 5 नग दीवान, 1 नग सोफा व 1 नग डाइनिंग बरामद हुआ है। इसका कुल घनमीटर 0.993 है। जिसकी लागत 1 लाख 50 हजार रुपये आंकी गई हैं। जब्त फर्नीचर को डिपो में रखा गया हैं।
भोपालपटनम, 10 फरवरी। गुरुवार को तहसील कार्यलय में राजस्व शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें आय, जाति, निवास, प्रमाण पत्र, नामांतरण, बटवारा, सीमांकन, अभिलेख दुरस्ती व अन्य सभी राजस्व विभाग के कार्यों का निराकरण किया गया। तहसीलदार सूर्यकांत घरत, पटवारी हितवारी कश्यप, पटवारी देवेंद्र, व अन्य कर्मचारियों द्वारा शिविर में आये प्रकरणों का निराकरण किया गया।
जाति प्रमाण पत्र के 30, निवास प्रमाण पत्र के 25 सीमांकन 2 अभिलेख सुधता 3 नामांतरण 1 व अन्य 14 प्रकरणों के आवेदन जमा किए गए। तहसीलदार ने बताया कि राजस्व शिविर भोपालपटनम ब्लाक के विभिन्न ग्राम पंचायतों में 13 फरवरी को उप तहसील कार्यालय मडेद 17 फरवरी ग्राम पंचायत भवन कोतुर, 20 फरवरी को पंचायत भवन बारेगुड़ा, 23 फरवरी पंचायत पामगल 27 फरवरी पंचायत भवन चेरपल्ली तहसीलदार होगा। राजस्व संबंधित सभी प्रकरणों का निराकरण किया जाएगा।
25 साल बाद सामान्य नागरिकों की गाड़ी पहुंची रिश्तेदारों से मिलने
अतिसंवेदनशील सिलगेर में खुला सीआरपीएफ का कैम्प, सडक़ बनने से ग्रामीणों को मिल रही सुविधा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 10 फरवरी। बीजापुर और सुकमा जिले के जगरगुंडा तक को जोडऩे वाली सडक़ का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। इस सडक़ की दूरी लगभग 40 किमी की है। इस सडक़ पर 25 साल बाद कोई सामान्य नागरिकों की गाड़ी अतिसंवेदनशील चिंतलनार से होते हुए सिलगेर अपने रिश्तेदारों से मिलने पहुंची।
विदित हो कि यह इलाका नक्सलियों का कोर इलाका माना जाता रहा है। इस रास्ते पर नक्सलियों के बिना अनुमति के एक दुपहिया वाहन का भी चल पाना मुश्किल था। लेकिन जब से सीआरपीएएफ 229 बटालियन का कैम्प सिलगेर में खुला है। तब से इस रास्ते पर सडक़ बनाने का काम शुरू हो चूका है। तब से ही यहाँ पर गाडिय़ों का चलना मुनासिब हो पाया है।
229 बटालियन के कमांडेंट पुष्पेंद्र ने बताया कि 28 जनवरी को सिलेगर में हमने कैम्प खोला है। तब से ही सडक़ निर्माण का काम शुरू हो चूका है अब तक मुकुर से सिलगेर तक, सिलगेर से बेदरे और बेदरे से कुमेड़ तक सडक़ निर्माण का काम हो चूका है। इन सडक़ों के बनने की वजह से ही 25 साल बाद इस इस सडक़ पर 6 फरवरी को पहली बार सामान्य नागरिकों की चार पहिया गाड़ी सुकमा जिले के चिंतलनार से सिलगेर गाँव अपने रिश्तेदारों से मिलने पहुंची। इस कैम्प के खुलने से भी ग्रामीणों को काफ़ी मदद मिल रही है। चार फऱवरी को ग्रामीण स्वयं के लिए राशन ले जा रहे थे, इसी दौरान उनका ट्रैक्टर पलट गया ग्रामीणों ने जवानों से मदद मांगी और हमारे जवानों ने ग्रामीणों के राशन को अपने गाडिय़ों में भरकर ग्रामीणों के गाँव तक पहुँचाया।
सीआरपीएफ की मेडिकल टीम कर रही ग्रामीणों का इलाज
श्री पुष्पेंद्र ने बताया कि हमारी मेडिकल टीम भी ग्रामीणों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। हमने 28 जनवरी से 6 फऱवरी तक मेडिकल कैम्प लगाया था जिसमें हमने 250 से अधिक नागरिकों का इलाज किया, जिसमें बच्चे और महिलाएं शामिल थी। इस कैम्प के खुलने से नागरिकों को बसों की सुविधा भी मय्यसर हो पा रही है। पहले बीजापुर से मुकुर तक बसों का संचालन हो पा रहा था लेकिन अब इस कैम्प के खुल जाने से अब सिलगेर तक बसें आसानी से पहुँच पा रही है।
सिलगेर कैम्प का ग्रामीण कर चुके है विरोध, कई महीनों तक चला था कैम्प को हटाने के लिए आंदोलन
12 मई 2021 को सिलगेर में सीआरपीएफ का कैम्प खोला गया जिसका स्थानीय ग्रामीण आदिवासियों ने विरोध शुरू कर दिया। आदिवासियों का आरोप था कि जिस जगह पर कैम्प बना है वो जमीन ग्रामीणों की है। कैम्प के पास ही ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। 17 मई को आंदोलन के दौरान जब हजारों की संख्या में सिलगेर कैम्प को आदिवासियों ने घेर लिया तो सुरक्षाबलों ने फायरिंग कर दी थी, इस फायरिंग में तीन लोगों की मौत हो गई। आंदोलनकारियों ने मरने वाले को ग्रामीण बताया तो सुरक्षाबलों ने मरने वालों की पहचान नक्सलियों के रूप में की थी।
कहा-आदिवासी लालची नहीं होते, नेहरू गांधी परिवार का आदमी हूं
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 फरवरी। अपने ठेठ बोली और सादगी के लिए चर्चित प्रदेश के आबकारी व जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर कहा कि वे बिल्कुल भी सीएम का चेहरा नहीं हैं। राहुल गांधी ने एक तेंदूपत्ता तोडऩे वाले को मंत्री बनाया है। ये उनके बहुत हैं।
यहां विभिन्न निर्माण कार्यों के भूमिपूजन व विभागीय समीक्षा बैठक के लिए अपने दो दिवसीय प्रवास पर पहुंचे प्रदेश के आबकारी एवं जिले के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा कलेक्ट्रेट परिसर में मीडिया से मुखातिब हुए।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भेंट मुलाकात कार्यक्रम के लिए प्रदेश भर में दौरा किया। उन्हें ज्यादातर स्कूल आश्रम व छात्रावासों के जर्जरता की शिकायत मिली। इन स्कूल व आश्रमों के जीर्णोद्वार व इसे बेहतर बनाने केंद्र सरकार ने 1 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। इससे प्रदेश के सभी स्कूल आश्रमों को बेहतर ढंग से संवारने के काम शुरू कर दिया गया हैं।
उन्होंने कहा कि आज नेलसनार में 3 करोड़ 50 लाख की लागत से निर्मित होने वाली भवन का भूमिपूजन किया गया है। इन कामों को तय समय पर करने के लिए उन्होंने प्रशासन को सख्त हिदायत दी हैं।
मंत्री लखमा ने धान खरीदी के बारे में बताया कि कांग्रेस सरकार में धान खरीदी बढ़ी हैं। इस साल भी धान खरीदी में 47 फीसदी की बढ़ोतरी हुई हैं। वही उन्होंने पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान पर कहा कि इस पर पार्टी की तरफ से बयान आ गया है। फिर भी उन्होंने कहा कि एक बैल चराने तेंदूपत्ता तोडऩे वाले के मंत्री बन जाने से उनके पेट मे दर्द हो रहा हैं। उन्होंने की झीरम घटना के वक्त किसकी सरकार थी.? डीजी को पत्र लिखने के बाद भी सुरक्षा क्यों नहीं दी गई..? कांग्रेस के नेताओं को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई..? आखिर सुरक्षा देने से कौन रोक रहा था..? आज हमारी सरकार है और पूर्वमंत्री महेश गागड़ा और केदार कश्यप को सुरक्षा दी जा रही हैं। लेकिन उस समय हमारे नेताओं को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
लखमा ने कहा कि पूर्व मंत्री चंद्राकर आने वाला चुनाव हार रहे हैं। इसलिए पागलपन में उलजुलूल बयानबाजी कर रहे हैं। वे मीडिया में बने रहने ऐसा करते रहते हैं। वही आदिवासी मुख्यमंत्री के सवाल पर मंत्री लखमा ने कहा कि वे सीएम का चेहरा बिल्कुल भी नहीं है। एक तेंदूपत्ता तोडऩे वाले आदिवासी को राहुल गांधी ने मंत्री बनाया है। ये ही उनके लिए बहुत हैं। वे नेहरू गांधी परिवार के आदमी है।
पुलिस की गोली से ग्रामीण की मौत-आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
बीजापुर, 9 फरवरी। जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाके तर्रेम से करीब 8 किलोमीटर दूर गुंडेम के जंगल में बुधवार को हुए मुठभेड़ पर ग्रामीणों ने सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि वहां कोई पुलिस नक्सली मुठभेड़ नहीं हुई थी। सुरक्षा बलों ने ग्रामीणों पर गोली चलाई है। जिसके कारण एक ग्रामीण पुनेम लखमू की मौत हो गई है।
पुलिस ने एक दिन पहले जारी किए प्रेस नोट में बताया था कि संयुक्त सुरक्षा बलों के अभियान में गुण्डम के जंगल में नक्सलियों के साथ शाम करीब 5 .00 बजे 40 मिनट तक गोलीबारी हुई थी। मुठभेड़ के बाद कुछ संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा गया और पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बताया था कि घटनास्थल पर छानबीन करने पर भारी मात्रा में विस्फोटक, डेटोनेटर, नक्सल कैंप की सामग्री एवं दैनिक उपयोग की वस्तुएं बरामद की गई थी और कुछ माओवादियों के मारे जाने तथा घायल होने का अंदेशा जताया था।
गुरुवार को यहां बीजापुर में जिला अस्पताल में पीएम के लिए लाए गए पूनेम लखमू के परिजनों में उनके पुत्र पुनेम संतोष और भतीजे पूनेम हूंगा ने बताया कि मंगलवार- बुधवार की दरम्यानी रात करीब 3 बजे सुरक्षा बलों की टुकड़ी गांव में पहुंची थी। गोलियों की आवाज से गांव में अफरा-तफरी मच गई थी। कुरसम पारा में अपने घर में सो रहे पुनेम लखमू भी जंगल की तरफ भाग रहा था।
लखमू के भतीजे पूनेम हूंगा ने बताया कि जंगल में बैठे सुरक्षा बलों ने उन पर गोली चला दी। जिससे उनकी मौत हो गई। वहीं दूसरी तरह बीजापुर के प्रभारी मंत्री कवासी लखमा ने गुण्डेम घटना पर कहा कि अगर कोई गलत हुआ है तो जांच होगी। दोषी बख्से नही जाएंगे।